अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने रविवार को विजयवाड़ा के आईजीएमसी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया और सलामी ली.
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में राज्य के लिए 'तीन राजधानियों' या रिक्त सरकारी पदों को भरने के लिए नौकरियों के वादे का कोई जिक्र नहीं किया. उन्होंने सरकारी कर्मचारियों और नया वेतनमान लागू करने तथा बकाया महंगाई भत्ता जारी करने जैसी लंबित मांगों से संबंधित मुद्दों का भी जिक्र नहीं किया.
उन्होंने राज्य में सभी स्कूलों को सीबीएसई के तहत लाकर शिक्षा में अंग्रेजी माध्यम लागू करने के अपने सरकार के संकल्प को दोहराया. उन्होंने कहा, 'यह आपकी सरकार है. आपकी दी हुई शक्ति से मैं यहां बस आपके सेवक के तौर पर हूं. मैं व्यवस्थागत खामियों को ठीक करने की कोशिश कर रहा हूं, जो हम आजादी के 74 साल बाद भी देखते हैं.'
रेड्डी ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस गलतियों को सुधारने, नए लक्ष्य तय करने और नए रास्ते अपनाने का एक अवसर है. उन्होंने कहा, 'जब 74 साल पहले हमने आजादी हासिल की थी तो हम खुद पर शासन करने की आजादी चाहते थे. अब लोग चाह रहे हैं कि हमारे संविधान में प्रदत्त अधिकार और आजादी निष्ठापूर्वक लागू हों.'
मुख्यमंत्री ने दावा किया, 'अधिकार, मानवाधिकार और आजादी की परिभाषा बढ़ और बदल रही है. मेरी सरकार के पिछले 26 महीनों में हमने सभी को मिले अधिकार लागू करने के लिए एक माहौल बनाने की कोशिश की है.'
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उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले 26 महीनों में 6.03 लाख से अधिक नौकरियां भी पैदा हुई. हालांकि उन्होंने वार्षिक भर्ती कैलेंडर या सरकार में खाली 2.3 लाख खाली पदों को भरने की मांग के वादे पर कुछ भी नहीं कहा.
सरकारी कर्मचारियों से संबंधित मुद्दों पर मुख्यमंत्री ने दावा किया कि उन्हें सत्ता संभालने के तुरंत बाद 27 प्रतिशत की अंतरिम राहत दी गयी, जो 'अभूतपूर्व' है