बक्सर : हिन्दी बेल्ट के तीन राज्यों में कांग्रेस की करारी हार पर INDIA गठबंधन में घमासान मचा हुआ है. जेडीयू, कांग्रेस पर प्रेशर बनाकर उसे कमजोर साबित करने की कोशिश में जुटी हुई है. जबकि लालू यादव, कांग्रेस को जेडीयू से उलट कहते हैं कि वो कमजोर नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की हार हुई वो कांग्रेस की कमजोरी नहीं बल्कि कांग्रेसी नेताओं के 'आपसी' कारणों से हुई है.
कांग्रेस के हार की कहानी, लालू यादव की जुबानी : जब लालू यादव से पूछा गया कि तीन राज्यों मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की बुरी तरीके से हार हुई है, क्या इस हार से कांग्रेस कमजोर हुई है? इस सवाल का जवाब देते हुए लालू यादव ने कहा कि जो ये सोचते हैं कि कांग्रेस कमजोर हो गई है वो ठीक नहीं है. कांग्रेस जिन राज्यों में चुनाव हारी है, उसे कांग्रेस के अंतर्रकलह ने ही कांग्रेस को हराया है. लालू यादव का इसी ओर साफ इशारा था.
"कांग्रेस कमजोर नहीं हुई बल्कि आपसी वजह से चुनाव हारी है. 17 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक होगी. सभी दल एकजुट होंगे."- लालू यादव, आरजेडी अध्यक्ष
'आपसी खींचतान से हारी कांग्रेस' : बता दें कि मध्यप्रदेश में बीजेपी ने 199 सीट में से 163 सीट पर विजय हासिल की जबकि छत्तीसगढ़ में 90 सीटों में से 54 सीट पर जीत का परचम लहराया. वहीं राजस्थान में बीजेपी ने बहुमत का जादुई आंकड़ा पार कर 115 सीट पर कब्जा जमाया. तीनों ही राज्यों में कांग्रेस को बीजेपी से तो लड़ना ही था अंदरखाने भी लड़ाई चल रही थी. मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह और कमलनाथ के बीच कोल्ड वार था. छत्तसीगढ़ में टीएस बाबा और भूपेश बघेल में ठनी हुई थी. जबकि राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच घमासान किसी से छिपी नहीं थी.
कांग्रेस की बैकिंग कर रहे लालू यादव? : कांग्रेस के लिए लालू यादव एक पॉजिटिव नैरेटिव सेट करना चाहते हैं, जबकि उन्हीं की साथी पार्टी जेडीयू चाहती है कि कांग्रेस को कमजोर साबित करके I.N.D.I.A. गठबंधन का नेतृत्व अपने हाथ में कर लें. लेकिन लालू यादव ने कांग्रेस की अक्सर बैकिंग की है. फिर चाहे इंडिया गठबंधन में राहुल गांधी की सराहना की बात हो या फिर कांग्रेस की तारीफ करने की, लालू यादव ने हमेशा इस मामले में नीतीश को दूसरे पायदान पर रखा है.
लालू ने बक्सर दौरे में कही ये बात : गौरतलब है कि लालू यादव आज बक्सर दौरे पर आए हुए थे. यहां राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और लालू प्रसाद यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले शम्भू नाथ यादव के बेटे के तिलकोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान ये बातें मीडिया से कहीं. लालू प्रसाद यादव का यह बयान निश्चित रूप से जदयू खासकर नीतीश कुमार के लिए झटका ही कहा जा सकता है. ये सभी जानते हैं कि लालू यादव सियासत के माहिर खिलाड़ी हैं. वो जेडीयू से एक बार गच्चा खा गए हैं अगर दोबारा ऐसी स्थिति आ जाए तो लालू यादव अपने लिए एक सियासी द्वार बचाकर रखना चाहते हैं.
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