धाराशिव: आरबीआई ने तुलजा भवानी मंदिर (Tulja bhavani temple) में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए आभूषणों को पिघलाने की अनुमति दे दी है. इसके चलते अब 200 किलो सोना पिघलेगा, यह जानकारी मंदिर संस्थान के अध्यक्ष और कलेक्टर डॉ. सचिन ओम्बसे ने दी.
मंदिर संस्थान के अध्यक्ष और कलेक्टर डॉ. सचिन ओम्बसे ने बताया कि तुलजा भवानी मंदिर में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए सोने के आभूषणों को नवरात्रि की समाप्ति के बाद पिघलाया जाएगा. आरबीआई ने इसके लिए अनुमति दे दी है और प्रक्रिया जल्द ही पूरी कर ली जाएगी.
2009 से अब तक श्रद्धालु 207 किलो सोना और 2 हजार 570 किलो चांदी चढ़ा चुके हैं. प्रशासन का अनुमान है कि सिर्फ सोना पिघलेगा और इससे 111 किलो शुद्ध सोना प्राप्त होगा. इससे पहले मंदिर संस्थानों के पास 47 किलो शुद्ध सोना है. अब उम्मीद है कि मंदिर संस्थान के पास एक साथ 158 किलो शुद्ध सोना होगा.
सोना पिघलाने के बाद क्या किया जाएगा : तुलजा भवानी मंदिर में पिछले 10 सालों में भक्तों ने बड़ी मात्रा में सोना और चांदी दान किया है. इसमें से 200 किलो सोना पिघलाया जाएगा. इस सोने को पिघलाकर इसके बड़े-बड़े ब्लॉक तैयार किए जाएंगे और पिघले हुए सोने के ब्लॉक को राष्ट्रीयकृत बैंकों में रखा जाएगा. इससे भविष्य में मंदिर को आय होगी.
मंदिर प्रशासन का अनुमान है कि इस सोने को पिघलाने पर 50 से 60 फीसदी शुद्ध सोना प्राप्त होगा. तुलजा भवानी मंदिर के अधिकारी सोने और चांदी को पिघलाने की पारदर्शी विधि का अध्ययन करने के लिए मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर का दौरा करेंगे.