फर्रुखाबाद : उत्तर प्रदेश के फर्रूखाबाद जिले में एक गैंगरेप पीड़िता नाबालिग ने पिछले 4 नवंबर को आत्मदाह का प्रयास किया. पीड़ित लड़की के परिजनों ने एसपी को दिए गए शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि जमानत पर छूटे रेप आरोपी ने लड़की पर शादी करने का दबाव बनाया था. साथ ही वह दूसरी जगह शादी न करने की धमकी देता रहा. इससे परेशान होकर लड़की ने खुद पर डीजल डालकर आग लगा ली. परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस चौकी में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी थी, मगर चौकी इंचार्ज ने कार्रवाई करने से इनकार कर दिया. बाद में एसपी अशोक कुमार मीणा के हस्तक्षेप के बाद गुरुवार को धमकी देने वाले आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई.
एसपी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति ने इस मामले शिकायत दी थी. शिकायत में बताया गया है कि रेप के आरोपी लगातार विक्टिम लड़की को धमका रहे थे. धमकी से तंग आकर रेप विक्टिम ने ऐसा कदम उठाया था. उन्होंने शिकायती पत्र के हवाले से बताया कि करीब 20 महीने पहले लड़की से दुष्कर्म हुआ था. तब इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर नामजद आरोपियों अंकित और शुभम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.
शिकायत पत्र देने वाले शख्स ने आरोप लगाया गया है कि जमानत पर जेल से छूटे आरोपी उनकी बेटी को परेशान करने लगे. इससे तंग आकर बेटी ने खुद पर डीजल डालकर 4 नवंबर को आग लगा ली थी. प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना फतेहगढ़ में मुकदमा दर्ज कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई गई हैं.
बता दें कि आत्मदाह करने वाली गैंगरेप विक्टिम गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. परिजनों के अनुसार पीड़िता के इलाज में 11 दिनों के भीतर लाखो रुपये खर्च हो गए हैं और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. वहीं, डॉक्टरों ने पीड़िता की हालत नाजुक होने के चलते उसे सैफई रेफर कर दिया. सैफई में सही उपचार न मिलने पर उसे शहर के मसेनी स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका इलाज जारी है.
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