जम्मू : भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रवींद्र रैना, सह-प्रभारी आशीष सूद और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने विधायक देवेंद्र सिंह राणा और सुरजीत सिंह सलाथिया का स्वागत किया.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के छोटे भाई राणा ने 2011 में तत्कालीन मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के राजनीतिक सलाहकार के रूप में अपना पद छोड़ने के बाद नेशनल कांफ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष का पद संभाला था. वह पार्टी के वरिष्ठ सहयोगी और पूर्व मंत्री एस. एस. सलाथिया के साथ पिछले सोमवार को दिल्ली में भाजपा में शामिल हुए.
रैना ने उन्हें अनुभवी नेता बताते हुए कहा कि केवल भाजपा ही पूर्व के सभी उपेक्षित क्षेत्रों और वर्गों के साथ न्याय करने में सक्षम है और यही कारण है कि इस कद के नेता लोगों की बेहतर तरीके से सेवा करने के लिए भाजपा की ओर आकर्षित होते हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक विधान, एक निशान, एक प्रधान' के संघर्ष में अपने प्राणों की आहुति दी है, जिसे पांच अगस्त, 2019 को जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर हासिल किया गया.
उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा ने अनुच्छेद 370 और 35 (ए) के अधिकतर प्रावधानों को रद्द करके नफरत की दीवार को हटा दिया, जिसने जम्मू-कश्मीर और विशेष रूप से जम्मू क्षेत्र को विकास के हक से वंचित कर रखा था.'
दोनों नेताओं का पार्टी में स्वागत करते हुए सूद ने कहा कि भाजपा समान विचारधारा वाले लोगों को साथ लेकर समाज और राष्ट्र की सेवा करने में विश्वास करती है.
राणा ने कहा कि जब वह नेशनल कांफ्रेंस में थे, तो जम्मू के मुद्दे पर बात करने पर उनकी अनदेखी की गई और अब वह सही मंच पर अपने लोगों के लिए आवाज उठाने के मकसद से भाजपा में शामिल हुए हैं. सलाथिया ने कहा कि वह पार्टी में एक सैनिक के समान काम करेंगे.
(पीटीआई-भाषा)