ETV Bharat / bharat

उत्तराखंड : राकेश टिकैत बोले- बीजेपी सरकार के पास हिंदू-मुस्लिम को लड़ाने का एजेंडा

किसान नेता राकेश टिकैत आज देहरादून पहुंचे. यहां उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला. टिकैत ने आरोप लगाया कि सरकार के पास केवल हिंदू-मुस्लिम को लड़ाने का एजेंडा है.

राकेश टिकैत
राकेश टिकैत
author img

By

Published : Aug 11, 2021, 6:14 PM IST

देहरादून : किसान आंदोलन के अगुआ और रणनीति को धार देने वाले नेता राकेश टिकैत आज देहरादून पहुंचे. यहां राकेश टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा सरकार के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है. उनका एक ही एजेंडा है कि हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ा दो. उत्तराखंड को लेकर राकेश टिकैत ने कहा उत्तराखंड सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश में ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे किसानों को लाभ होगा. इस दौरान टिकैत ने एक बार फिर से मजबूत आंदोलन की हुंकार भरी. वहीं 15 अगस्त की तैयारियों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि वह लालकिले से 400 किलोमीटर दूर काशीपुर के एक गांव में झंडा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे. टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने लाल किले पर बड़ी-बड़ी चारदीवारी खड़ी कर दी है. ऐसे में कौन वहां पर झंडा फहराने जा सकता है.

केंद्र और राज्य सरकार के पास नहीं कोई एजेंडा

राकेश टिकैत ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, बीजेपी के शासनकाल में किसान बहुत परेशान हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान न देकर उद्योगपतियों के बारे में ही सोच रही है. उन्होंने कहा सरकार के पास दरअसल कोई एजेंडा नहीं है, उसका एक ही एजेंडा है कि हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ा दो. टिकैत ने कहा प्रदेश में कोई ऐसा बड़ा लीडर है जो हिंदुत्व की बात करता है तो आने वाले समय में उसकी बलि बीजेपी चढ़ाने जा रही है.

राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार को घेरा.

स्कूल वसूल रहे मनमानी फीस

राकेश टिकैत ने कहा देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए विकास का एजेंडा होना चाहिए. सड़कों और शिक्षा का एजेंडा होना चाहिए. उन्होंने कहा देहरादून में कई फर्जी स्कूल संचालित हो रहे हैं, मनमानी फीस वसूली हो रही है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है, क्योंकि इन स्कूलों को संचालित करने में सरकार की मिलीभगत है.

पढ़ें- यूपी में गेहूं और धान खरीद में घोटाला : राकेश टिकैत

वैचारिक क्रांति से ही परिवर्तन

राकेश टिकैत ने कहा वैचारिक क्रांति से ही परिवर्तन किया जा सकता है. जिस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं एमएसपी थी, है और रहेगी उसी प्रकार किसान भी कह रहे कि सरकार नहीं थी, सरकार है और सरकार नहीं रहेगी. उत्तराखंड के परिपेक्ष में राकेश टिकैत ने कहा प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. प्रदेश के पर्यटन उद्योग में बहुत पैसा है. यहां के लोगों को यदि प्रशिक्षण दिया जाए तो पहाड़ का पानी और जवानी का सदुपयोग हो सकेगा. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर नहीं है.

ऑर्गेनिक फार्मिंग पर भी सरकार सुस्त

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को प्रदेश में ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देना चाहिए. हम एनडी तिवारी के कार्यकाल से कहते आ रहे हैं कि उत्तराखंड को ऑर्गेनिक स्टेट घोषित किया जाए. लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया. उन्होंने कहा देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं चल रही है, बल्कि मोदी सरकार चल रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि हर विज्ञापन में मोदी सरकार का जिक्र किया जाता है न कि भाजपा सरकार का. राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक किसानों का आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.

टिकैत ने उत्तराखंड में लगातार हो रहे पलायन और बंजर होते खेतों पर चिंता जाहिर की है. टिकैत ने कहा कि यहां की सरकार किसानों की सुध ले और यहां की उपजाऊ जमीन को किसानों के हित में लाने का फैसला करे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में फैसले नहीं ले रही है.

कृषि कानून पर सरकार और किसानों के बीच बातचीत का दौर अभी बंद है. ऐसे में किसान आंदोलन का क्या समाधान है? इस सवाल पर टिकैत ने कहा कि किसानों की सिर्फ एक ही मांग है कि सरकार इन काले कानूनों का वापस ले, लेकिन सरकार इन कानूनों में संशोधन की बात पर अड़ी है.

राकेश टिकैत ने कहा कि संसद में किसान बिल आने से पहले देश में गोदाम बनने शुरू हो चुके थे. इस पर सरकार की मंशा साफ दिखाई देती है. यह कानून उद्योगपतियों के लिए बनाए गए, न कि किसानों के हित में. उन्होंने कहा कि इसलिए इन कानूनों में किसी तरह के विचार-विमर्श की गुंजाइश नहीं बचती. लिहाजा, सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही पड़ेंगे.

देहरादून : किसान आंदोलन के अगुआ और रणनीति को धार देने वाले नेता राकेश टिकैत आज देहरादून पहुंचे. यहां राकेश टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा सरकार के पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है. उनका एक ही एजेंडा है कि हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ा दो. उत्तराखंड को लेकर राकेश टिकैत ने कहा उत्तराखंड सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार को प्रदेश में ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देना चाहिए, जिससे किसानों को लाभ होगा. इस दौरान टिकैत ने एक बार फिर से मजबूत आंदोलन की हुंकार भरी. वहीं 15 अगस्त की तैयारियों को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि वह लालकिले से 400 किलोमीटर दूर काशीपुर के एक गांव में झंडा फहराकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे. टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार ने लाल किले पर बड़ी-बड़ी चारदीवारी खड़ी कर दी है. ऐसे में कौन वहां पर झंडा फहराने जा सकता है.

केंद्र और राज्य सरकार के पास नहीं कोई एजेंडा

राकेश टिकैत ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, बीजेपी के शासनकाल में किसान बहुत परेशान हैं, लेकिन सरकार इस ओर ध्यान न देकर उद्योगपतियों के बारे में ही सोच रही है. उन्होंने कहा सरकार के पास दरअसल कोई एजेंडा नहीं है, उसका एक ही एजेंडा है कि हिंदू-मुस्लिम को आपस में लड़ा दो. टिकैत ने कहा प्रदेश में कोई ऐसा बड़ा लीडर है जो हिंदुत्व की बात करता है तो आने वाले समय में उसकी बलि बीजेपी चढ़ाने जा रही है.

राकेश टिकैत ने भाजपा सरकार को घेरा.

स्कूल वसूल रहे मनमानी फीस

राकेश टिकैत ने कहा देश और प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए विकास का एजेंडा होना चाहिए. सड़कों और शिक्षा का एजेंडा होना चाहिए. उन्होंने कहा देहरादून में कई फर्जी स्कूल संचालित हो रहे हैं, मनमानी फीस वसूली हो रही है, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है, क्योंकि इन स्कूलों को संचालित करने में सरकार की मिलीभगत है.

पढ़ें- यूपी में गेहूं और धान खरीद में घोटाला : राकेश टिकैत

वैचारिक क्रांति से ही परिवर्तन

राकेश टिकैत ने कहा वैचारिक क्रांति से ही परिवर्तन किया जा सकता है. जिस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं एमएसपी थी, है और रहेगी उसी प्रकार किसान भी कह रहे कि सरकार नहीं थी, सरकार है और सरकार नहीं रहेगी. उत्तराखंड के परिपेक्ष में राकेश टिकैत ने कहा प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. प्रदेश के पर्यटन उद्योग में बहुत पैसा है. यहां के लोगों को यदि प्रशिक्षण दिया जाए तो पहाड़ का पानी और जवानी का सदुपयोग हो सकेगा. उन्होंने कहा प्रदेश सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंभीर नहीं है.

ऑर्गेनिक फार्मिंग पर भी सरकार सुस्त

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को प्रदेश में ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देना चाहिए. हम एनडी तिवारी के कार्यकाल से कहते आ रहे हैं कि उत्तराखंड को ऑर्गेनिक स्टेट घोषित किया जाए. लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया. उन्होंने कहा देश और प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं चल रही है, बल्कि मोदी सरकार चल रही है. उन्होंने सवाल उठाया कि हर विज्ञापन में मोदी सरकार का जिक्र किया जाता है न कि भाजपा सरकार का. राकेश टिकैत का कहना है कि जब तक कृषि कानूनों को वापस नहीं लिया जाता, तब तक किसानों का आंदोलन यूं ही जारी रहेगा.

टिकैत ने उत्तराखंड में लगातार हो रहे पलायन और बंजर होते खेतों पर चिंता जाहिर की है. टिकैत ने कहा कि यहां की सरकार किसानों की सुध ले और यहां की उपजाऊ जमीन को किसानों के हित में लाने का फैसला करे. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हित में फैसले नहीं ले रही है.

कृषि कानून पर सरकार और किसानों के बीच बातचीत का दौर अभी बंद है. ऐसे में किसान आंदोलन का क्या समाधान है? इस सवाल पर टिकैत ने कहा कि किसानों की सिर्फ एक ही मांग है कि सरकार इन काले कानूनों का वापस ले, लेकिन सरकार इन कानूनों में संशोधन की बात पर अड़ी है.

राकेश टिकैत ने कहा कि संसद में किसान बिल आने से पहले देश में गोदाम बनने शुरू हो चुके थे. इस पर सरकार की मंशा साफ दिखाई देती है. यह कानून उद्योगपतियों के लिए बनाए गए, न कि किसानों के हित में. उन्होंने कहा कि इसलिए इन कानूनों में किसी तरह के विचार-विमर्श की गुंजाइश नहीं बचती. लिहाजा, सरकार को कृषि कानून वापस लेने ही पड़ेंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.