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हरियाणा राज्यसभा चुनाव 2022: रायपुर टू चंडीगढ़ सियासी पारा हाई !

हरियाणा राज्यसभा चुनाव 2022 (Rajya Sabha elections in Haryana) में रायपुर से चंडीगढ़ तक सियासी पारा हाई है. 10 जून को राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग है. कांग्रेस ने हरियाणा में जीत का दावा किया है. सीएम भूपेश बघेल को हरियाणा कांग्रेस का पर्यवेक्षक बनाया गया है. गुरुवार को कांग्रेस के विधायकों को लेकर सीएम बघेल चंडीगढ़ के लिए रवाना ( Haryana Congress MLA leaves for Chandigarh from Raipur) हुए.

Rajya Sabha elections in Haryana
हरियाणा राज्यसभा चुनाव 2022
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Published : Jun 9, 2022, 8:35 PM IST

रायपुर: हरियाणा में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections 2022) है. यहां दो सीटों पर मुकाबला हो रहा है. 10 जून को वोटिंग है. रायपुर से हरियाणा कांग्रेस (Rajya Sabha elections in Haryana) विधायकों का दल चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ. सीएम भूपेश बघेल से पहले राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे. उसके बाद सीएम भूपेश बघेल रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे. हरियाणा कांग्रेस के विधायकों को लेकर बस रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंची. उसके बाद कांग्रेस विधायकों ( Haryana Congress MLA) को लेकर सीएम बघेल चंडीगढ़ के लिए रवाना ( Haryana Congress MLA leaves for Chandigarh from Raipur) हो गए.

चंडीगढ़ रवाना होने से पहले सीएम बघेल ने किया जीत का दावा: चंडीगढ़ रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने हरियाणा राज्यसभा चुनाव में जीत का दावा किया है. सीएम बघेल ने कहा कि हरियाणा राज्य सभा चुनाव में हमारी जीत निश्चित है. हमारे साथ सभी कांग्रेस के विधायक हैं. यहां कुल 29 कांग्रेस के विधायक हैं. जो 2 विधायक रायपुर नहीं आए हैं वह भी हमारे साथ हैं. हरियाणा राज्यसभा चुनाव के लिए सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस का पर्यवेक्षक बनाया गया है. दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने चंडीगढ़ रवाना होने से पहले जीत का साइन दिखाया.

हरियाणा राज्यसभा चुनाव 2022

हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटें: हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटें हैं. कांग्रेस और बीजेपी ने यहां से अपने एक-एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. बीजेपी की तरफ से पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने नामांकन किया है तो वहीं कांग्रेस की ओर अजय माकन ने पर्चा दाखिल किया है. लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर यहां नामांकन कर राज्यसभा के रण को रोमांचक बना दिया है.

कार्तिकेय शर्मा को इन पार्टियों का समर्थन : दरअसल कार्तिकेय शर्मा को 10 विधायकों वाली जननायक जनता पार्टी यानी जेजेपी का समर्थन है. निर्दलीय विधायकों का भी कार्तिकेय शर्मा को समर्थन मिल रहा है. इसके साथ ही कुछ अन्य विधायक भी कार्तिकेय शर्मा को वोट कर सकते हैं. बीजेपी ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को मैदान में उतारा है, जिन्हें राज्यसभा पहुंचने के लिए 31 वोटों की जरूरत है. बीजेपी के 40 विधायक हैं, जिनमें से 31 वोट के सहारे कृष्ण पंवार का जीतना तय है. सीएम मनोहर लाल की मानें तो बाकी बचे 9 विधायक अपना वोट कार्तिकेय शर्मा (BJP will give support to Kartikeya Sharma) को देंगे.

ये भी पढ़ें: हरियाणा के कांग्रेस विधायकों पर हो रहे खर्चे पर घिरी बघेल सरकार !

2016 में कांग्रेस का खेल स्याही कांड ने बिगाड़ा था: सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में भाजपा ने भी अपने और निर्दलीय विधायकों को रिसॉर्ट भेज दिया है. शुक्रवार को मतदान के लिए सभी रिसॉर्ट से ही विधानसभा पहुंचेंगे. हरियाणा में राज्यसभा चुनाव पर इसलिए सबकी निगाहें हैं, क्योंकि 2016 में कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या होने के बावजूद 16 वोट रद्द हो गए थे. इसे स्याही कांड के रूप में जाना जाता है.

ऐसे हुआ था स्याही कांड: 2016 के राज्यसभा चुनाव में राज्यसभा की एक सीट थी. इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस ने यहां संयुक्त रूप से आर.के. आनंद को टिकट दिया था. भाजपा के समर्थन से सुभाष चंद्रा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा था. कांग्रेस में उस समय भूपेंद्र हुड्डा का खेमा नाराज चल रहा था. जब चुनाव हुआ तो कांग्रेस के 16 वोट रद्द हो गए. इसकी वजह स्याही थी. मतदान के लिए जो खास स्याही वाला पेन दिया गया था. कांग्रेस के विधायकों ने इस पेन का इस्तेमाल नहीं किया. जिसकी वजह से वोट रद्द हो गए और सुभाष चंद्रा ने चुनाव जीत लिया.

ये भी पढ़ें: हरियाणा राज्यसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ से क्या दांव लगा रही कांग्रेस, जानिए

क्रॉस वोटिंग की संभावना के बाद हरियाणा के कांग्रेस विधायक लाए गए थे रायपुर: क्रॉस वोटिंग की संभावनाओं को देखते हुए कांग्रेस पहले से ही अलर्ट मोड में है. यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने 29 विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजा था, यह विधायक राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में ठहरे हुए थे. गुरुवार की शाम रायपुर से इन विधायकों को चंडीगढ़ लेकर सीएम भूपेश बघेल रवाना हुए.

रायपुर: हरियाणा में राज्यसभा चुनाव (Rajya Sabha Elections 2022) है. यहां दो सीटों पर मुकाबला हो रहा है. 10 जून को वोटिंग है. रायपुर से हरियाणा कांग्रेस (Rajya Sabha elections in Haryana) विधायकों का दल चंडीगढ़ के लिए रवाना हुआ. सीएम भूपेश बघेल से पहले राज्यसभा उम्मीदवार अजय माकन रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे. उसके बाद सीएम भूपेश बघेल रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे. हरियाणा कांग्रेस के विधायकों को लेकर बस रायपुर एयरपोर्ट पर पहुंची. उसके बाद कांग्रेस विधायकों ( Haryana Congress MLA) को लेकर सीएम बघेल चंडीगढ़ के लिए रवाना ( Haryana Congress MLA leaves for Chandigarh from Raipur) हो गए.

चंडीगढ़ रवाना होने से पहले सीएम बघेल ने किया जीत का दावा: चंडीगढ़ रवाना होने से पहले सीएम भूपेश बघेल ने हरियाणा राज्यसभा चुनाव में जीत का दावा किया है. सीएम बघेल ने कहा कि हरियाणा राज्य सभा चुनाव में हमारी जीत निश्चित है. हमारे साथ सभी कांग्रेस के विधायक हैं. यहां कुल 29 कांग्रेस के विधायक हैं. जो 2 विधायक रायपुर नहीं आए हैं वह भी हमारे साथ हैं. हरियाणा राज्यसभा चुनाव के लिए सीएम भूपेश बघेल को कांग्रेस का पर्यवेक्षक बनाया गया है. दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने चंडीगढ़ रवाना होने से पहले जीत का साइन दिखाया.

हरियाणा राज्यसभा चुनाव 2022

हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटें: हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटें हैं. कांग्रेस और बीजेपी ने यहां से अपने एक-एक उम्मीदवार को मैदान में उतारा है. बीजेपी की तरफ से पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने नामांकन किया है तो वहीं कांग्रेस की ओर अजय माकन ने पर्चा दाखिल किया है. लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय शर्मा ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर यहां नामांकन कर राज्यसभा के रण को रोमांचक बना दिया है.

कार्तिकेय शर्मा को इन पार्टियों का समर्थन : दरअसल कार्तिकेय शर्मा को 10 विधायकों वाली जननायक जनता पार्टी यानी जेजेपी का समर्थन है. निर्दलीय विधायकों का भी कार्तिकेय शर्मा को समर्थन मिल रहा है. इसके साथ ही कुछ अन्य विधायक भी कार्तिकेय शर्मा को वोट कर सकते हैं. बीजेपी ने पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार को मैदान में उतारा है, जिन्हें राज्यसभा पहुंचने के लिए 31 वोटों की जरूरत है. बीजेपी के 40 विधायक हैं, जिनमें से 31 वोट के सहारे कृष्ण पंवार का जीतना तय है. सीएम मनोहर लाल की मानें तो बाकी बचे 9 विधायक अपना वोट कार्तिकेय शर्मा (BJP will give support to Kartikeya Sharma) को देंगे.

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2016 में कांग्रेस का खेल स्याही कांड ने बिगाड़ा था: सूत्रों के मुताबिक हरियाणा में भाजपा ने भी अपने और निर्दलीय विधायकों को रिसॉर्ट भेज दिया है. शुक्रवार को मतदान के लिए सभी रिसॉर्ट से ही विधानसभा पहुंचेंगे. हरियाणा में राज्यसभा चुनाव पर इसलिए सबकी निगाहें हैं, क्योंकि 2016 में कांग्रेस के पास पर्याप्त संख्या होने के बावजूद 16 वोट रद्द हो गए थे. इसे स्याही कांड के रूप में जाना जाता है.

ऐसे हुआ था स्याही कांड: 2016 के राज्यसभा चुनाव में राज्यसभा की एक सीट थी. इंडियन नेशनल लोकदल और कांग्रेस ने यहां संयुक्त रूप से आर.के. आनंद को टिकट दिया था. भाजपा के समर्थन से सुभाष चंद्रा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरा था. कांग्रेस में उस समय भूपेंद्र हुड्डा का खेमा नाराज चल रहा था. जब चुनाव हुआ तो कांग्रेस के 16 वोट रद्द हो गए. इसकी वजह स्याही थी. मतदान के लिए जो खास स्याही वाला पेन दिया गया था. कांग्रेस के विधायकों ने इस पेन का इस्तेमाल नहीं किया. जिसकी वजह से वोट रद्द हो गए और सुभाष चंद्रा ने चुनाव जीत लिया.

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क्रॉस वोटिंग की संभावना के बाद हरियाणा के कांग्रेस विधायक लाए गए थे रायपुर: क्रॉस वोटिंग की संभावनाओं को देखते हुए कांग्रेस पहले से ही अलर्ट मोड में है. यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने 29 विधायकों को छत्तीसगढ़ भेजा था, यह विधायक राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में ठहरे हुए थे. गुरुवार की शाम रायपुर से इन विधायकों को चंडीगढ़ लेकर सीएम भूपेश बघेल रवाना हुए.

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