झालावाड़. राजस्थान के पूर्व राजपरिवार झाला राजवंश की राजमाता स्वरूपा कुमारी का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. राजमाता स्वरूपा कुमारी लंबे समय से कैंसर की बीमारी से पीड़ित थीं. उनका इलाज दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में चल रहा था, जहां उन्होंने तम दोड़ दिया. राजमाता के निधन की खबर झालावाड़ शहर में आग की तरह फैली और पूरा जिला शोक में डूब गया.
राजपूत समाज प्रतिनिधि वीरेंद्र सिंह झाला ने बताया कि सोमवार दोपहर 1:30 बजे सूचना प्राप्त हुई थी कि झालावाड़ के पूर्व राजपरिवार के महाराज राणा चंद्रजीत सिंह की माता और पूर्व महाराज राणा स्वर्गीय इंद्रजीत सिंह की धर्मपत्नी राजमाता स्वरूपा कुमारी का झाला हाउस, डिफेंस कॉलोनी, दिल्ली में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. राजमाता के निधन की सूचना मिलते ही राजपूत समाज प्रतिनिधि, शहर के गणमान्य और झालावाड़ पूर्व राजपरिवार के प्रतिनिधि दरबार कोठी पृथ्वी विलास पैलेस पहुंचना शुरू हो गए हैं.
बुधवार को निकाली जाएगी अंतिम यात्रा : पूर्व महाराज राणा चंद्रजीत सिंह की ओर से दी गई जानकारी अनुसार राजमाता का पार्थिव देह मंगलवार देर शाम तक दिल्ली से झालावाड़ के पृथ्वी विलास पैलेस लाया जाएगा. बुधवार सुबह गढ़ परिसर से अंतिम यात्रा शुरू होगी, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए राज परिवार के अंत्येष्टि स्थल क्षारबाग पहुंचेगी, जहां उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी.
राजस्थान प्रदेश सहित पूरे देश के विभिन्न राजघरानों के प्रतिनिधि अंतिम यात्रा कार्यक्रम में शामिल होंगे. इसके साथ ही राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, सांसद दुष्यंत सिंह सहित कई राजनेताओं के भी पहुंचने की जानकारी मिल रही है. बता दें कि राजमाता स्वरुपा कुमारी उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल रियासत के नरेश कर्नल मानवेन्द्र शाह की पुत्री थीं. झालावाड़ के पूर्व नरेश इन्द्रजीत सिंह से उनका विवाह 19 अप्रैल 1968 को दिल्ली में हुआ था. उनके दो पुत्र राणा चन्द्रजीत सिंह, अपराजित सिंह हैं और एक पुत्री राजीवनी कुमारी हैं.