ETV Bharat / bharat

भारतीय किसान यूनियन में बगावतः राकेश और नरेश टिकैत हुए बाहर, राजेश सिंह चौहान बने राष्ट्रीय अध्यक्ष - राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान

भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक रहे चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके ही संगठन में न सिर्फ बगावत हुई, बल्कि 2 फाड़ भी हो गये.

भारतीय किसान यूनियन में बगावत
भारतीय किसान यूनियन में बगावत
author img

By

Published : May 15, 2022, 7:20 PM IST

लखनऊः भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ हो गया है. राजधानी लखनऊ के गन्ना संस्थान में आयोजित किसान यूनियन की बैठक में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत को बाहर कर दिया गया है. इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर राजेश सिंह चौहान को मनोनीत कर दिया गया है. इसके अलावा संगठन में कई अन्य पदाधिकारियों को भी मनोनीत किया गया है.

आज किसान यूनियन की बैठक में पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई बड़े किसान नेताओं की उपस्थिति में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत को बाहर करने का फैसला हुआ. इन लोगों का विरोध जताया गया. बैठक में कहा गया कि राकेश टिकैत राजनीतिक गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं और पूरी तरह से राजनीति की ओर उनका झुकाव रहता है. ऐसे में उनकी इस संगठन को जरूरत नहीं है.

भारतीय किसान यूनियन में बगावत

भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कार्यकारिणी के द्वारा निर्णय लिया गया है कि मूल किसान यूनियन थी, जो हमारे परिवार के लोग थे. हमारा 33 साल संगठन का इतिहास है, 13 महीने में किसान आंदोलन के बाद जब हम लोग घर वापस आये तो हमने देखा कि नरेश टिकैत, राकेश टिकैत राजनीति से प्रेरित हो गये हैं. हमारा किसान यूनियन अराजनैतिक था और अराजनीतिक ही रहेगा.

राकेश टिकैत ने कहा था कि सभी किसान विधान सभा चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन की निगरानी में जुट जाएं. जिसका हमने विरोध भी किया था. ये काम किसानों का नहीं है, हम राजनीतिक दल के साथ नहीं हो सकते हैं. आज इस बैठक में पूरे प्रदेश के किसान आये हैं. जिसमें ये तय किया गया है कि हम राजनीति करने वालों को संगठन में नहीं रखेंगे.

राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान ने कहा कि हम किसान समस्याओं को लेकर आंदोलन करेंगे और किसानों के सम्मान के लिए आवाज उठाते रहेंगे. हमारा राजनीति से कोई वास्ता नहीं है. अगर दोबारा किसान बिल आता है और अगर वो किसानों के हित में नही रहेगा तो हम उसका भी विरोध करेंगे.

भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की आज बैठक हुई. जिसमें कई पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर राजेश सिंह चौहान को जिम्मेदारी दी गई है. राजेश सिंह मलिक को चेयरमैन और संरक्षक बनाया गया है. जबकि मांगेराम त्यागी को उपाध्यक्ष, अनिल तालान को राष्ट्रीय महासचिव, धर्मेंद्र मलिक को राष्ट्रीय प्रवक्ता, रविंद्र कुमार को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा हिरनाम सिंह वर्मा को प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह को प्रदेश अध्यक्ष युवा विंग और चौधरी राजबीर सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है.

इसे भी पढ़ें- गेहूं निर्यात पर रोक से स्थिति संभालने की कोशिश, खरीद के साथ उत्पादन भी हुआ कम

वहीं राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन से बाहर करने से पहले आज राकेश टिकैत ने किसान नेताओं के साथ बैठक की. ये बैठक हरिनाम सिंह वर्मा के आवास पर हुई. उन्होंने इस दौरान असंतुष्ट और नाराज किसान नेताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनते देख वो नाराज होकर वापस मुजफ्फरनगर चले गये. उन्होंने किसान यूनियन में बगावत न होने की पूरी कोशिश की. हालांकि उनकी ये कोशिश सफल नहीं हो पायी.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

लखनऊः भारतीय किसान यूनियन में दो फाड़ हो गया है. राजधानी लखनऊ के गन्ना संस्थान में आयोजित किसान यूनियन की बैठक में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत को बाहर कर दिया गया है. इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर राजेश सिंह चौहान को मनोनीत कर दिया गया है. इसके अलावा संगठन में कई अन्य पदाधिकारियों को भी मनोनीत किया गया है.

आज किसान यूनियन की बैठक में पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई बड़े किसान नेताओं की उपस्थिति में राकेश टिकैत और नरेश टिकैत को बाहर करने का फैसला हुआ. इन लोगों का विरोध जताया गया. बैठक में कहा गया कि राकेश टिकैत राजनीतिक गतिविधियों में संलिप्त रहते हैं और पूरी तरह से राजनीति की ओर उनका झुकाव रहता है. ऐसे में उनकी इस संगठन को जरूरत नहीं है.

भारतीय किसान यूनियन में बगावत

भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि कार्यकारिणी के द्वारा निर्णय लिया गया है कि मूल किसान यूनियन थी, जो हमारे परिवार के लोग थे. हमारा 33 साल संगठन का इतिहास है, 13 महीने में किसान आंदोलन के बाद जब हम लोग घर वापस आये तो हमने देखा कि नरेश टिकैत, राकेश टिकैत राजनीति से प्रेरित हो गये हैं. हमारा किसान यूनियन अराजनैतिक था और अराजनीतिक ही रहेगा.

राकेश टिकैत ने कहा था कि सभी किसान विधान सभा चुनाव के दौरान ईवीएम मशीन की निगरानी में जुट जाएं. जिसका हमने विरोध भी किया था. ये काम किसानों का नहीं है, हम राजनीतिक दल के साथ नहीं हो सकते हैं. आज इस बैठक में पूरे प्रदेश के किसान आये हैं. जिसमें ये तय किया गया है कि हम राजनीति करने वालों को संगठन में नहीं रखेंगे.

राष्ट्रीय अध्यक्ष बने राजेश सिंह चौहान ने कहा कि हम किसान समस्याओं को लेकर आंदोलन करेंगे और किसानों के सम्मान के लिए आवाज उठाते रहेंगे. हमारा राजनीति से कोई वास्ता नहीं है. अगर दोबारा किसान बिल आता है और अगर वो किसानों के हित में नही रहेगा तो हम उसका भी विरोध करेंगे.

भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक की आज बैठक हुई. जिसमें कई पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है. आज भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर राजेश सिंह चौहान को जिम्मेदारी दी गई है. राजेश सिंह मलिक को चेयरमैन और संरक्षक बनाया गया है. जबकि मांगेराम त्यागी को उपाध्यक्ष, अनिल तालान को राष्ट्रीय महासचिव, धर्मेंद्र मलिक को राष्ट्रीय प्रवक्ता, रविंद्र कुमार को कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. इसके अलावा हिरनाम सिंह वर्मा को प्रदेश अध्यक्ष दिगंबर सिंह को प्रदेश अध्यक्ष युवा विंग और चौधरी राजबीर सिंह को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है.

इसे भी पढ़ें- गेहूं निर्यात पर रोक से स्थिति संभालने की कोशिश, खरीद के साथ उत्पादन भी हुआ कम

वहीं राकेश टिकैत को भारतीय किसान यूनियन से बाहर करने से पहले आज राकेश टिकैत ने किसान नेताओं के साथ बैठक की. ये बैठक हरिनाम सिंह वर्मा के आवास पर हुई. उन्होंने इस दौरान असंतुष्ट और नाराज किसान नेताओं को समझाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनते देख वो नाराज होकर वापस मुजफ्फरनगर चले गये. उन्होंने किसान यूनियन में बगावत न होने की पूरी कोशिश की. हालांकि उनकी ये कोशिश सफल नहीं हो पायी.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.