ETV Bharat / bharat

Rajasthan Police Action : अजमेर आईजी बन भोपाल के निवासी को धमकाने वाला शख्स हैदराबाद से गिरफ्तार - ETV bharat rajasthan latest news in Hindi

राजस्थान पुलिस ने हैदराबाद से एक शख्स को गिरफ्तार किया है. उस पर आरोप है कि उसने अजमेर का आईजी बनकर भोपाल निवासी एक व्यक्ति को व्हाट्सअप के जरिए थमकाया. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने इसकी सूचना संबंधित आईजी को दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद राजस्थान पुलिस एक्टिव हुई और आरोपी को हैदराबाद से पकड़कर अजमेर ले गई. फिलहाल, पुलिस की पूछताछ जारी है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Mar 28, 2023, 9:51 AM IST

अजमेर. राजस्थान पुलिस के अजमेर रेंज आईजी रूपिंदर सिंह के नाम से भोपाल निवासी एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर धमकी वाले आरोपी को राजस्थान पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस आरोपी को अजमेर लाई है. फिलहाल सिविल लाइंस थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है. सिविल लाइंस थाना प्रभारी बलबीर सिंह ने बताया कि 20 मार्च को अजमेर रेंज आईजी कार्यालय एएसआई सरफराज ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. उन्होंने बताया कि गूगल पर दर्ज आईजी रुपिंदर सिंह आईजीपी इंटेलिजेंस है. जबकि वह आईजी अजमेर रेंज है. गूगल पर दिए गए आईजीपी रूपिंदर सिंह के नाम, मोबाइल नंबर कार्यालय के नंबर और आवास के नंबर कॉपी कर उसका दुरुपयोग व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर किसी को डराने धमकाने के लिए किया गया है. जांच में पता चला कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निवासी हनी चुगलानी को आरोपी ने मोबाइल से मैसेज किया था. आईजीपी का नंबर और मैसेज भेजने वाले आरोपी का नंबर दोनों ही अलग-अलग था. इस मैसेज में चुगलानी को धमकी दी गई थी उसके खिलाफ राजस्थान में मुकदमा दर्ज है. इस पर आरोपी के खिलाफ 419 आईपीसी और 66 डी आईटी एक्ट में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड के आधार पर पहचान कर उसे हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है.

क्या है मामला

सिविल लाइंस थाना प्रभारी दलबीर सिंह के अनुसार, मध्य प्रदेश के भोपाल निवासी हनी चुगलानी आरोपी का मैसेज मिलने के बाद घबरा गया. उसने मैसेज में दिए गए आईजी के नंबर पर कॉल कर बात की. उन्होंने आरोपी के धमकी भरे मैसेज के बारे में उन्हें बताया. मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी कार्यालय से एएसआई सरफराज ने सिविल लाइंस थाने में 20 मार्च को मुकदमा दर्ज करवाया. उन्होंने बताया कि आईजीपी कार्यालय की ईमेल आईडी, फोन नंबरों और आईजीपी अजमेर के नाम से अपराधिक आशय से दुरुपयोग करते हुए रुपए ऐंठने का अपराधिक कृत्य करने और अन्य के साथ भी आपराधिक वारदात किए जाने की आशंका है. इसी के मद्देनजर हैदराबाद जिले के चिकड़पल्ली थाना क्षेत्र में हनुमान मंदिर के पास गली नंबर 10 निवासी वेदांत साईं उर्फ महेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है.

आरोपी हाल में थाना चिकड़पल्ली क्षेत्र में आरटीसी क्रॉस रोड में जानकी राव अपार्टमेंट में शिफ्ट हुआ है. सोमवार को राजस्थान पुलिस की टीम आरोपी को हैदराबाद से लेकर अजमेर पहुंची. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि हनी चुगलानी ने उसकी बहन को मैसेज किया था. इस कारण उसने (आरोपी) हनी चुगलानी को आईजीपी के नाम से धमकी भरा मेसेज वाट्सअप पर भेजा था. थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि आरोपी वेदांत साईं अपने आरोप की अभी तक स्वीकार नहीं किया है.

पढ़ें Cyber Criminal Arrest: राजस्थान पुलिस की बिहार में कार्रवाई, दो साइबर ठग गिरफ्तार

पुलिस ने जारी की चेतावनी

राजस्थान पुलिस ने आमजन के लिए भी चेतावनी जारी की है. पुलिस ने कहा कि अगर कोई भ्रामक संदेश प्राप्त होते हैं तो संबंधित पुलिस कार्यालय को अवगत करवाकर पुलिस को सहयोग करें. बता दें इन दिनों पुलिस अधिकारी का नाम लेकर कुछ असमाजिक तत्व समाज के धनी लोगों से पैसे ऐंठने का काम कर रहे हैं. इसलिए अगर आपके पास इस तरह को कोई भी मैसेज आता है तो घबराए नहीं, बल्कि संबंधित नंबर पर कॉल करके उसकी सच्चाई का पता अवश्य लगाएं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप ठगी के शिकार हो जाएंगे.

अजमेर. राजस्थान पुलिस के अजमेर रेंज आईजी रूपिंदर सिंह के नाम से भोपाल निवासी एक व्यक्ति को व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर धमकी वाले आरोपी को राजस्थान पुलिस ने हैदराबाद से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस आरोपी को अजमेर लाई है. फिलहाल सिविल लाइंस थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है. सिविल लाइंस थाना प्रभारी बलबीर सिंह ने बताया कि 20 मार्च को अजमेर रेंज आईजी कार्यालय एएसआई सरफराज ने थाने में मुकदमा दर्ज करवाया था. उन्होंने बताया कि गूगल पर दर्ज आईजी रुपिंदर सिंह आईजीपी इंटेलिजेंस है. जबकि वह आईजी अजमेर रेंज है. गूगल पर दिए गए आईजीपी रूपिंदर सिंह के नाम, मोबाइल नंबर कार्यालय के नंबर और आवास के नंबर कॉपी कर उसका दुरुपयोग व्हाट्सएप पर मैसेज भेज कर किसी को डराने धमकाने के लिए किया गया है. जांच में पता चला कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के निवासी हनी चुगलानी को आरोपी ने मोबाइल से मैसेज किया था. आईजीपी का नंबर और मैसेज भेजने वाले आरोपी का नंबर दोनों ही अलग-अलग था. इस मैसेज में चुगलानी को धमकी दी गई थी उसके खिलाफ राजस्थान में मुकदमा दर्ज है. इस पर आरोपी के खिलाफ 419 आईपीसी और 66 डी आईटी एक्ट में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड के आधार पर पहचान कर उसे हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है.

क्या है मामला

सिविल लाइंस थाना प्रभारी दलबीर सिंह के अनुसार, मध्य प्रदेश के भोपाल निवासी हनी चुगलानी आरोपी का मैसेज मिलने के बाद घबरा गया. उसने मैसेज में दिए गए आईजी के नंबर पर कॉल कर बात की. उन्होंने आरोपी के धमकी भरे मैसेज के बारे में उन्हें बताया. मामले को गंभीरता से लेते हुए आईजी कार्यालय से एएसआई सरफराज ने सिविल लाइंस थाने में 20 मार्च को मुकदमा दर्ज करवाया. उन्होंने बताया कि आईजीपी कार्यालय की ईमेल आईडी, फोन नंबरों और आईजीपी अजमेर के नाम से अपराधिक आशय से दुरुपयोग करते हुए रुपए ऐंठने का अपराधिक कृत्य करने और अन्य के साथ भी आपराधिक वारदात किए जाने की आशंका है. इसी के मद्देनजर हैदराबाद जिले के चिकड़पल्ली थाना क्षेत्र में हनुमान मंदिर के पास गली नंबर 10 निवासी वेदांत साईं उर्फ महेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है.

आरोपी हाल में थाना चिकड़पल्ली क्षेत्र में आरटीसी क्रॉस रोड में जानकी राव अपार्टमेंट में शिफ्ट हुआ है. सोमवार को राजस्थान पुलिस की टीम आरोपी को हैदराबाद से लेकर अजमेर पहुंची. आरोपी ने पूछताछ में बताया कि हनी चुगलानी ने उसकी बहन को मैसेज किया था. इस कारण उसने (आरोपी) हनी चुगलानी को आईजीपी के नाम से धमकी भरा मेसेज वाट्सअप पर भेजा था. थाना प्रभारी दलबीर सिंह ने बताया कि आरोपी वेदांत साईं अपने आरोप की अभी तक स्वीकार नहीं किया है.

पढ़ें Cyber Criminal Arrest: राजस्थान पुलिस की बिहार में कार्रवाई, दो साइबर ठग गिरफ्तार

पुलिस ने जारी की चेतावनी

राजस्थान पुलिस ने आमजन के लिए भी चेतावनी जारी की है. पुलिस ने कहा कि अगर कोई भ्रामक संदेश प्राप्त होते हैं तो संबंधित पुलिस कार्यालय को अवगत करवाकर पुलिस को सहयोग करें. बता दें इन दिनों पुलिस अधिकारी का नाम लेकर कुछ असमाजिक तत्व समाज के धनी लोगों से पैसे ऐंठने का काम कर रहे हैं. इसलिए अगर आपके पास इस तरह को कोई भी मैसेज आता है तो घबराए नहीं, बल्कि संबंधित नंबर पर कॉल करके उसकी सच्चाई का पता अवश्य लगाएं. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप ठगी के शिकार हो जाएंगे.

For All Latest Updates

TAGGED:

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.