जयपुर. राजस्थान की राजधानी जयपुर के किशनपोल क्षेत्र में स्थानीय लोगों के पलायन के पोस्टर लगाने के मामले में पुलिस ने सख्त रुख अपनाया है. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ माहौल बिगाड़ने, धार्मिक उन्माद फैलाने और दो समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज किया है. अब पुलिस इस इलाके में पोस्टर लगाने वालों की तलाश में जुटी है.
कोतवाली थानाधिकारी ओमप्रकाश का कहना हैं कि थाने के एएसआई कृपाल सिंह की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज किया गया है. उन्होंने रिपोर्ट में बताया कि शनिवार को वे कल्याणजी का रास्ते के पुरोहितजी का चौक में पहुंचे तो मकानों की दीवारों और सार्वजनिक स्थानों पर कागज पर प्रिंट करवाए गए पोस्टर लगे थे. इन पोस्टरों पर 'स्थानीय निवासी पलायन को मजबूर, जिम्मेदार कांग्रेस पार्षद फरिद कुरैशी, वार्ड 69' लिखा हुआ था. इनकी वीडियोग्राफी करवाई गई है. थानाधिकारी ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ माहौल बिगाड़ने, धार्मिक उन्माद फैलाने और दो वर्गों के बीच वैमनस्य फैलाने का प्रयास करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में अनुसंधान जारी है. पोस्टर चस्पा करने वालों की तलाश की जा रही है.
मकान मालिक ने भी दी थी शिकायत : किशनपोल निवासी ओमप्रकाश पारीक ने भी कुछ दिन पहले कोतवाली थाना पुलिस को एक शिकायत दी थी. जिसमें आरोप लगाया था कि उसके घर में मंदिर बताकर माहौल खराब करने की कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं. इसके बाद इस इलाके में हिंदुओं के पलायन को लेकर पोस्टर लगाए गए हैं. पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है.
मकान बेचने से जुड़ा है पूरा मामला : दरअसल, पूरा मामला एक मकान की खरीद-फरोख्त से जुड़ा बताया जा रहा है. मकान मालिक ओमप्रकाश पारीक ने अपना मकान अच्छी कीमत मिलने पर पार्षद फरिद कुरैशी के रिश्तेदार को बेच दिया. जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया. इसके बाद पलायन को लेकर पोस्टर पिछले दिनों लगाए गए. पुलिस ने पलायन जैसी किसी भी घटना से इनकार किया है.
सूबे का सियासी टेंपरेचर बढ़ा : जयपुर के किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में हिंदुओं के पलायन के पोस्टर चस्पा होने का मामला सामने आने के बाद से राजस्थान में सियासत भी शुरू हो गई है. इस घटना को भारतीय जनता पार्टी गहलोत सरकार का तुष्टिकरण बता रही है. कांग्रेस इस घटना पर बीजेपी के बयानों को उनकी बौखलाहट बता रही है. इस मामले में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का भी बयान सामने आया. उन्होंने कहा कि किशनपोल ही नहीं राजस्थान के अनेक क्षेत्र में ऐसी परिस्थितियां हैं. बीते साढ़े 4 साल में अशोक गहलोत सरकार ने तुष्टिकरण किया. पूरे राज्य में जिस तरह से तुष्टिकरण हुआ है.