भीलवाड़ा. मेवाड़ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल कोटड़ी कस्बे में स्थित भगवान श्री चारभुजा नाथ के दर्शन करने के लिए अब भक्तों को मर्यादित कपड़े पहन कर आना होगा. इसका फैसला सोमवार को कोटड़ी चारभुजा मंदिर ट्रस्ट ने लिया. जिसके तहत मंदिर के बाहर साइन बोर्ड भी लगाया गया. जहां मंदिर ट्रस्ट ने लिखा है कि मंदिर एक आस्था व मर्यादा का प्रतीक है. इसीलिए ट्रस्ट ने मर्यादित कपड़े पहन कर दर्शन करने का फैसला लिया है.
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मंदिर में निर्देशों को लेकर लगाया गया बोर्डः देशभर के कई मंदिरों में मंदिर ट्रस्ट की ओर से वर्तमान दौर में मर्यादित वस्त्र पहनने को लेकर मंदिर के बाहर बोर्ड लगाकर आह्वान किया जा रहा है. इसी कड़ी में सोमवार को मेवाड़ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी कस्बे में स्थित भगवान श्री चारभुजा मंदिर के बाहर भी मंदिर दर्शन के समय अमर्यादित आचरण वा पहनावे को लेकर विशेष बोर्ड लगाया गया है. जिसके तहत अब मंदिर में जो भी भक्त भगवान श्री चारभुजा नाथ का दर्शन करना चाहता है. उनको मर्यादित कपड़े पहन कर ही भगवान के दर्शन कर होंगे.
पिछले 15 वर्षों में बढ़ी मंदिर की मान्यताः कोटड़ी कस्बे में स्थित भगवान श्री चारभुजा मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया ने कहा कि कोटड़ी चारभुजा मंदिर मेवाड़ का प्रसिद्ध मंदिर है. जिसकी पिछले 15 वर्ष से भारतवर्ष में पहचान बढ़ी है. यहां मंदिर में भगवान श्री चारभुजा नाथ के दर्शन को लेकर भक्तों के समय-समय पर सुझाव आते रहते हैं. उन सुझाव को ट्रस्ट द्वारा अमल में भी लाया जाता है. वहीं मंदिर परिसर के अंदर अब हमारी माता, बहने और युवा भाई जो दर्शन करने आते हैं. उन्हें भारतीय संस्कृति के अनुरूप वस्त्र धारण करके आना होगा क्योंकि मंदिर एक आस्था वह मर्यादा का प्रतीक होता है. इसलिए कोटड़ी चारभुजा मंदिर ट्रस्ट ने निर्णय किया कि चारभुजा का जो निज मंदिर है. उसमें सभी माता, बहनों व युवा भाई अमर्यादित कपड़े व कटे फटे कपड़े पहनकर मंदिर परिसर में नहीं आए ताकि मंदिर की मर्यादा बनी रहे.