जयपुर. भीलवाड़ा में नाबालिग बच्ची को भट्टी में जलाने की घटना को राज्य बाल संरक्षण आयोग ने गंभीरता से लिया है. आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने इस पूरे मामले की कड़े शब्दों में निंदा की. इसके साथ मामले में संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक को तथ्यात्मक रिपोर्ट आयोग के समक्ष भेजने के लिए निर्देशित किया है. आयोग की अध्यक्ष ने कहा ने इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी भी आयोग की तरफ से बनाई गई है, जो मौके पर पहुंच कर उसकी जांच करके रिपोर्ट आयोग के समक्ष सौपेंगी.
मांगी रिपोर्ट : राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि कोटडी भीलवाड़ा का मामला संज्ञान में आया, जहां एक नाबालिग बच्ची को भट्टी में जलाने की बात सामने आई है. आयोग इसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है. घटना सामने आने के साथ ही भीलवाड़ा के आला अधिकारियों से इस पूरे मामले की जानकारी ली है. जानकारी के अनुसार बुधवार से बच्ची अपने घर से नदारद थी. परिवार जनों ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. उसके बाद पुलिस ने तलाश शुरू की तो एक भट्टी के पास में कुछ ऐसे सुराग मिले, जिससे कि अंदाजा लगाया गया कि बच्ची को भट्टी में डालकर जला दिया गया है.
संगीता बेनीवाल ने कहा कि परिवारजनों ने आशंका जताई है कि बच्ची के साथ पहले गैंगरेप हुआ है. एफएसएल की टीम मौके पर जांच कर रही है. आयोग भी इस पूरे मामले को व्यक्तिगत तौर पर देख रहा है. इसके साथ ही जिला पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की तथ्यात्मक रिपोर्ट जल्द मांगी है. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्सा नहीं जाएगा. कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए आयोग अधिकारीयों को निर्देशित करेगा.
जांच कमेटी बनाई : आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने कहा कि जिला कलेक्टर और एसपी से पूरे मामले की जानकारी ली है. मामले की गंभीरता को देखते हुए आयोज ने भी अपनी एक जांच कमेटी बना दी है, जो मौके के लिए रवाना हो गई है. कमेटी मौके पर पहुंच अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी और आयोग के समक्ष पेश करेगी. बेनीवाल ने कहा कि घटना बहुत वीभत्स है. इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.