जयपुर. राजस्थान में साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर रस्साकशी जारी है. भाजपा की ओर से जहां पीएम नरेंद्र मोदी की एक के बाद एक रैलियां हो रही हैं. वहीं, राहुल गांधी के 9 अगस्त को प्रस्तावित बांसवाड़ा दौरे के बाद से कांग्रेस भी चुनावी अभियान शुरू करने जा रही है. दोनों दलों के भीतर टिकट को लेकर माथापच्ची भी जारी है. इस बीच राजस्थान की बहुजन समाज पार्टी ने तीन प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है.
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने अपने अधिकारिक लेटर हैड पर गुरुवार को धौलपुर शहर, नगर और नदबई विधानसभा के प्रत्याशियों का ऐलान किया है. बसपा के प्रदेश अध्यक्ष खुद पूर्वी राजस्थान से आते हैं ,ऐसे में उन्होंने भरतपुर की 2 विधानसभा सीटों और धौलपुर की एक विधानसभा सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा सबसे पहले की है.
इन्हें बनाया प्रत्याशीः बसपा ने भरतपुर के नगर से खुर्शीद अहमद, नदबई विधानसभा से खेमकरण तौली को टिकट दिया है. वहीं, धौलपुर विधानसभा से बसपा ने रितेश शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है. खास बात यह है कि बसपा ने इन तीनों प्रत्याशियों को इन विधानसभाओं का प्रभारी भी बना दिया है.
इसे भी पढ़ें - मायावती ने टटोला राजस्थान के बसपा विधायकों का मन...कहा-आप मिलो गहलोत से, मैं भी फोन पर करूंगी बात
वाजिब और जोगिंदर का रास्ता बंदः पिछली बार भी बसपा की टिकट पर नदबई से जोगिंदर सिंह अवाना और नगर से वाजिब अली ने चुनाव जीता था. चुनाव जीतने के बाद दोनों विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे. ऐसे में अब नगर से विधायक वाजिब और नदबई से विधायक जोगिंदर सिंह अवाना के लिए बसपा का रास्ता बंद हो चुका है, उन्हें कांग्रेस पर ही निर्भर रहना होगा.
इसे भी पढ़ें - राजस्थान बसपा ने बनाए 25 जिलों के नए जिला अध्यक्ष, हर जिले में 2 से 3 प्रभारी...
बसपा के छह के छह प्रत्याशी शामिल हुए कांग्रेस मेंः बहुजन समाज पार्टी राजस्थान में सीटें जीतती रही है. वर्ष 2008 और 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बसपा के टिकट पर 6 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी, लेकिन दोनों बार चुनाव जीते राजेंद्र गुढा समेत छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे. ऐसे में बसपा अब पहले से ही फूंक-फूंक कर कदम उठा रही है.