जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी पेट्रोल डीजल पर लगने वाले टैक्स को लेकर आमने-सामने है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार केंद्र सरकार पर अधिक टैक्स लगाने का आरोप लगा रहे हैं, जिसपर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पलटवार किया है. शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए हरदीप ने कहा कि सीएम गहलोत अपने बयानों के जरिए प्रदेश की जनता को गुमराह कर रहे हैं, उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए.
इन्हें नहीं पता जीएसटी लगती है या नहीं : उन्होंने कहा कि आज देशभर में पेट्रोल का प्रति लीटर औसत रेट 96.72 रुपए है, जबकि राजस्थान के श्रीगंगानगर में यह सबसे ज्यादा 113.34 रुपए है. केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी और राज्य सरकारें वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) लगाती हैं. कांग्रेस शासित कर्नाटक, हिमाचल, राजस्थान और छत्तीसगढ़ सबसे ज्यादा सेल्सटैक्स और वैट वसूल रहे हैं. इसके साथ ही पुरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि जिसे कांग्रेस प्रधानमंत्री बनाना चाह रही है, वो बंटी-बबली को ये पता नहीं कि पेट्रोल-डीजल पर GST लगती है या नहीं? कांग्रेस के युवराज कहते हैं कि पेट्रोल पर जीएसटी लगती है, जबकि छोटे बच्चे को भी पता है कि पेट्रोल-डीजल जीएसटी से बाहर है. ऐसे नेताओं को अगर बंटी-बबली नहीं कहें तो क्या कहें ?
राजस्थान में सबसे ज्यादा टैक्स वसूली : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि हम पिछले 2 साल की बात करें तो राजस्थान की सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2021-22 और 2022-23 नवंबर तक 35975 करोड़ रुपए टैक्स वसूल किया है, जबकि अन्य 18 राज्यों से इस टैक्स की तुलना की जाए तो भी अकेले राजस्थान का टैक्स बहुत ज्यादा है. दिल्ली, उत्तराखंड, नागालैंड, लक्षद्वीप, मणिपुर, लद्दाख, दमन-दीव, जम्मू और कश्मीर सहित इन 18 राज्यों का टैक्स कलेक्शन 32597 करोड़ है. वहीं, नवंबर 2023 तक राजस्थान में पेट्रोल पर वैट रेट की बात करें तो 31.04 प्रतिशत और डीजल पर 19.03 प्रतिशत है, जिसके कारण आज जयपुर में पेट्रोल की रेट प्रति लीटर 108.48 रुपए है.
ये हैं कांग्रेस शासित राज्यों के हाल : उन्होंने कहा कि वहीं गुजरात के गांधीनगर में 96.63 रुपए प्रति लीटर और लखनऊ में 96.53 रुपए प्रति लीटर के रेट हैं. यदि तुलना करें तो जयपुर में गांधीनगर के मुकाबले 11.85 रुपए ज्यादा हैं और लखनऊ से 11.91 रुपए ज्यादा हैं. वहीं, डीजल की बात करें तो जयपुर में आज 93.72 रुपए प्रति लीटर का रेट है. डीजल के मामले में भी गुजरात के गांधीनगर में रेट 88.03 रुपए प्रति लीटर है. राजस्थान के मुकाबले यह 5.78 रुपए सस्ता है. हरदीप ने कहा कि राजस्थान में ये हालात हैं, लेकिन मुख्यमंत्री केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हैं. यदि हम पेट्रोल-डीजल पर सेल्स टैक्स की बात करें तो कांग्रेस शासित चार राज्यों हिमाचल, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में 86 करोड़ 622 लाख रुपए सेल्स टैक्स वसूला गया, यदि देश के 18 राज्यों से इस टैक्स की तुलना की जाए तो ये 16 प्रतिशत ज्यादा है.
एलपीजी में कांग्रेस सरकार का मात्र 100 रुपए का हिस्सा : केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के लोग कहते हैं कि राजस्थान में उज्जवला योजना में 500 रुपए का सिलेंडर है. जब यह सिलेंडर 1100 बिकता था तब केंद्र सरकार ने 200 रुपए की सब्सिडी दी, अगस्त में हमने एडिशनल 300 रुपए की सब्सिडी दी. इसमें राजस्थान सरकार की ओर से महज 100 रुपए का सहयोग किया गया. 600 रुपए केंद्र सरकार दे रही है और कांग्रेस शासित राज्य 16 प्रतिशत ज्यादा टैक्स वसूल रहे हैं. 2014 में देश में जहां 14 करोड़ एलपीजी कनेक्शन थे, हमारे समय में ये बढ़कर 32 से 33 करोड़ हो गए. इसमें केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत 9 करोड़ 60 लाख कनेक्शन दिए हैं.
दादा का लिया कर्ज पोता चुका रहा : हरदीप पूरी ने सवाल खड़ा किया कि कांग्रेस सरकार जब केंद्र में थी तब उन्होंने किस तरह से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ाए, उसके बारे में भी जनता को बताना चाहिए कांग्रेस को. कांग्रेस के समय ऑयल बॉन्ड के नाम पर जो उधार ली गई, उसे आज हमें चुकाना पड़ रहा है. इसका केंद्र सरकार पर अतिरिक्त भार पड़ रहा है. ये वैसे ही हाल हैं जैसे दादा ने जो कर्ज लिया है, उसे पोते को चुकाना पड़ता है.
खड़गे की क्या हैसियत : बाड़ी से भाजपा के प्रत्याशी गिर्राज मलिंगा पर एक दलित कर्मचारी के साथ मारपीट के आरोप लग रहे हैं. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अस्पताल में भर्ती दलित इंजीनियर से मुलाकात की और उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने जिस विधायक को टिकट नहीं दिया, उसे भाजपा ने टिकट दिया है. मल्लिकार्जुन खड़गे के उठाए गए सवाल पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि उन्हें इस बारे में ज्यादा पता नहीं है, लेकिन मल्लिकार्जुन खड़गे की खुद की पार्टी में क्या हैसियत है, जो वो इस तरह के बयान दे रहे हैं. उन्हें खुद तो एक टिकट बांटने का अधिकार नहीं है और वह भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं.