जयपुर. राजस्थान के जयपुर में शनिवार को कांग्रेस पार्टी के नए भवन के उद्घाटन और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा की मोदी सरकार को एससी-एसटी और ओबीसी विरोधी बताया. साथ ही यह भी कहा कि अगर मनुवादी सोच वापस लौटी तो आप लोग परमानेंट गुलाम बनोगे और अगर आप गुलाम नहीं बनना चाहते हो तो कांग्रेस को वोट दो.
खड़गे ने कहा कि सरकारी नौकरी कम हो रही है, आपको नौकरी और रिजर्वेशन कहां से मिलेगा? राहुल गांधी ने बताया कि 90 में से ओबीसी के केवल तीन सेक्रेटरी हैं, ऐसे में एससी- एसटी का तो कुछ है ही नहीं, उनको तो कोई पूछने वाला ही नहीं है. खड़गे ने कहा कि अगर ऐसा ही हुआ तो पुराने दिन आएंगे, मनु के दिन आएंगे. अगर मनु के दिन आ गए तो आप परमानेंट गुलाम बन जाएंगे. अगर गुलाम नहीं बनना चाहते तो संविधान की रक्षा करो, लोकतंत्र को बचाओ और कांग्रेस को वोट दो.
बीजेपी ने कार्यक्रम में नहीं बुलाकर किया राष्ट्रपति का अपमानः नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाने पर खड़गे ने मोदी सरकार को दलित विरोधी करार दिया. उन्होंने कहा कि हमारी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नई बिल्डिंग के इनॉगरेशन में इनविटेशन भी नहीं दिया, ये भाजपा की शेड्यूल ट्राइब के प्रति सोच को दिखाता है. मोदी सरकार ने अपने लोगों और यहां तक कि सिनेमा वालों को भी बुलाया, वो इस बात का जवाब दें कि द्रौपदी मुर्मू को क्यों नहीं बुलाया? एक तरफ तो राष्ट्रपति का अपमान किया जा रहा है और दूसरी तरफ यह कहा जा रहा है कि हमने एसटी महिला को राष्ट्रपति बनाया है, जो केवल एक दिखावा है. उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का भी अपमान किया. शिलान्यास कार्यक्रम के दौरान पूर्व राष्ट्रपति को नहीं बुलाया, क्योंकि वे अछूत हैं, अछूत के हाथों से फाउंडेशन करेंगे तो गंगाजल लाकर धोना पड़ता. खड़गे ने कहा कि ये घटनाएं बताती हैं कि शेड्यूल ट्राइब और शेड्यूल कास्ट को क्या अहमियत दी जा रही है.
ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स से मुकाबलाः कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता केवल भाजपा से ही नहीं लड़ रहे. कांग्रेस का एक कैंडिडेट होता है तो भाजपा का एक कैंडिडेट होना चाहिए, लेकिन यहां ऐसा नहीं होता है. मोदी हमारे खिलाफ दो-तीन कैंडिडेट खड़ा करते हैं, जिसमे एक तो बीजेपी का कैंडिडेट होता है, दूसरा ईडी का कैंडिडेट, तीसरा सीबीआई का कैंडिडेट और चौथा इनकम टैक्स का कैंडिडेट. उन्होंने कहा कि यह कैंडिडेट केवल चुनाव में ही नहीं बल्कि अगर हम सम्मेलन करते हैं तो वहां भी छापा मार देते हैं, इसलिए हमें इनसे भी मुकाबला करना होगा.
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पहले बुलाया खड़गे को तो राहुल पहुंचे बोलनेः राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे के सभा को संबोधित करते समय भी अजीबोगरीब हालात बन गए. दरअसल, हुआ यह कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को मंच पर बोलने के लिए आमंत्रित किया, लेकिन उस समय तक राहुल गांधी अपना भाषण देने मंच पर पहुंच चुके थे. जब राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सुना तो फिर वह वापस अपनी जगह लौटे, इस दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे मंच पर आए और कहा कि हम सब राहुल गांधी का भाषण सुनाने आए हैं. ऐसे में पहले राहुल गांधी अपनी बात रखेंगे, उसके बाद मैं अपनी बात रखूंगा. यह कहने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी सीट पर लौटे और राहुल गांधी ने अपनी बात रखी.
बोले...चुप रहो चेक करूंगा तुम्हारे बूथ के हालातः खड़गे जब अपना भाषण दे रहे थे तो मंच के सामने मौजूद लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी. इससे मल्लिकार्जुन खड़गे को बोलने में दिक्कत का सामना करना पड़ा. नाराज मल्लिकार्जुन खड़गे ने नारेबाजी कर रहे लोगों से कहा कि तुम्हारे बूथ की स्थिति चेक करूंगा कि वहां कांग्रेस कितनी मजबूत हुई है. इसके बाद कार्यकर्ता चुपचाप अपनी सीट पर बैठ गए. मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण सबसे अंत में हुआ. सभा स्थल पर मौजूद लोग राहुल गांधी को सुनकर ही सभा स्थल से वापस लौटने लगे. इस दौरान सेवादल के लोगों ने उन्हें रोकने का प्रयास तो किया, लेकिन काफी संख्या में लोग सभा स्थल से निकल गए और जब मल्लिकार्जुन खड़गे का भाषण चल रहा था तो कई जगह कुर्सियां खाली हो गईं.