ठाणे : केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई-ए) के प्रमुख रामदास अठावले ने महराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे से अगले महीने उत्तर प्रदेश में अयोध्या जाने से पहले उत्तर भारतीयों से माफी मांगने को कहा है. ठाणे के दौरे पर आए अठावले ने संवाददाताओं से कहा कि महाराष्ट्र को एक ब्राह्मण मुख्यमंत्री की जरूरत है.
केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता रावसाहेब दानवे ने भी इस महीने की शुरुआत में कहा था कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में ब्राह्मण समुदाय के सदस्य को देखना चाहते हैं. फिलहाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे हैं. हाल ही में भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पांच जून को राज ठाकरे की प्रस्तावित अयोध्या यात्रा का विरोध किया और चेतावनी दी कि जब तक वह उत्तर भारतीयों को 'अपमानित' करने के लिए सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगेंगे, तब तक उन्हें उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
मनसे ने 'मराठी मानुस' का समर्थन करते हुए 2008 में एक आंदोलन शुरू किया था, जिस दौरान रेलवे परीक्षा देने के लिए मुंबई के कल्याण पहुंचे उत्तर भारत के उम्मीदवारों के साथ कथित तौर पर मारपीट की गई थी. पिछले महीने राज ठाकरे ने मांग की कि महाराष्ट्र में मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए जाएं. उनके इस रुख का राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने समर्थन किया था.
अठावले ने कहा 'अयोध्या जाने से पहले राज ठाकरे को उत्तर भारतीयों से माफी मांगनी चाहिए.' आरपीआई (ए) नेता ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र को 'ब्राह्मण मुख्यमंत्री' की जरूरत है. उन्होंने दावा किया कि (भाजपा के वरिष्ठ नेता) देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के लिए सही विकल्प हैं. केंद्रीय मंत्री ने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ गठजोड़ कर 'गंभीर भूल' की है.
पढ़ें- राज ठाकरे के बाद आदित्य ठाकरे भी जाएंगे अयोध्या, पोस्टर के जरिए एक दूसरे पर साध रहे निशाना
(पीटीआई-भाषा)