रायपुर: छत्तीसगढ़ के इतिहास में 11 अगस्त 2023 का दिन हमेशा के लिए दर्ज हो गया. रायपुर के साइंस कॉलेज ग्राउंड में करीब 50 हजार की तादाद में लोगों ने एक साथ मिलकर राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम गाया. इसमें जहां रायपुर के अलग अलग स्कूलों के साथ सामाजिक संगठन और राजनेताओं ने इसमें भाग लिया, वहीं 6 राज्यों के लोग भी ऑनलाइन जुड़े रहे. कार्यक्रम का आयोजन ओम मंडली शिव शक्ति अवतार सेवा संस्थान और वसुधैव कुटुंबकम फाउंडेशन की ओर से किया गया. आयोजकों की ओर से कुल 2 लाख से अधिक लोगों के एक साथ वंदे मातरम गीत गाकर वर्ल्ड रिकाॅर्ड बनाने का दावा किया जा रहा है.
कार्यक्रम से पहले निकाली गई झांकी: वंदे मातरम गीत से पहले सुबह 7 बजे "मेरी शान वंदे मातरम" का संदेश दिया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने तिरंगा साड़ी पहनकर कलश लिए रैली निकाली. रैली की शक्ल में निकाली गई झांकी में छत्तीसगढ़ी संस्कृति की छटा भी देखने को मिली. यह रैली सुबह आमापारा से निकली गई और साइंस कॉलेज ग्राउंड तक पहुंची. इस रैली में बड़ी संख्या में महिलाएं, स्कूली बच्चे और अलग-अलग वर्ग के लोग शामिल हुए.
पिछले 5 महीने से इस कार्यक्रम की तैयारी चल रही थी. लोगों के घरों से लेकर चौक चौराहों तक हम बैनर पोस्टर लेकर खड़े रहते. यह कार्यक्रम हम 16 राज्यों में करने में सफल रहे हैं. अगर ऑनलाइन और ऑफलाइन की बात करें तो लगभग ढाई से 3 लाख लोग जुड़े रहे. इस कार्यक्रम में नागपुर, पुणे, लखनऊ, हैदराबाद, दिल्ली, मुंबई के लोग शामिल हुए. रायपुर में हजारों लोग शामिल हुए. -रोहित, आयोजनकर्ता
लोगों ने एक साथ वंदे मातरम गीत गाकर देश के शहीदों को एक सच्ची श्रद्धांजलि छत्तीसगढ़ की धरती से दी. सभी को उसके लिए बहुत-बहुत बधाई है. हम इसी तरह से राष्ट्रभक्ति के पथ पर अग्रसर होते रहें, बढ़ते रहें. हमारे राष्ट्र की युवा शक्ति राष्ट्र के निर्माण में अपनी शक्ति का उपयोग करे. हमारा देश सुपर पावर बनने की दिशा में आगे बढ़े. -योगेंद्र यादव, परमवीर चक्र से सम्मानित वीर सैनिक
फौजियों और महापुरुषों के अवतार में दिखे बच्चे: "मेरी शान वंदे मातरम" कार्यक्रम में सामूहिक वंदे मातरम का रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए अलग-अलग स्कूलों से स्टूडेंट्स साइंस कॉलेज मैदान पहुंचे. बच्चे महापुरुषों, क्रांतिकारियों और फौजियों के अवतार में नजर आए. कोई भगत सिंह तो कोई चंद्रशेखर आजाद, कोई महात्मा गांधी की वेशभूषा में पहुंचा. सभी बच्चों में देशभक्ति का जज्बा देखने को मिला.
इस तरह के कार्यक्रम युवाओं को प्रेरित करने वाले हैं. ऐसे युवा, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम नहीं देखा है लेकिन इस बात को सुना और पढ़ा है, उनके मन में देशभक्ति की भावना जागृत करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम की जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है. मैं इस कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई देता हूं. -बृजमोहन अग्रवाल, विधायक, रायपुर दक्षिण
ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से 16 स्टेट के 2 लाख से ज्यादा लोग कार्यक्रम से जुड़े और एक साथ एक स्वर में राष्ट्र गीत गाया. कार्यक्रम की सफलता से उत्साहित आयोजकों की ओर से इतने लोगों के एक साथ वंदे मातरम गीत गाने पर वर्ल्ड रिकाॅर्ड का दावा किया जा रहा है.