रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आज शुभारंभ कर दिया है.रायपुर के ग्राम पंचायत नवागांव में हरेली पर्व के मौके पर सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की है. मुख्यमंत्री ने गेड़ी दौड़ को हरी झंडी दिखाकर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरूआत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को खेल से जुड़े किट बांटे और उनकी हौसला अफजाई की.
इन संभागों में हुआ आयोजन: छत्तीसगढ़ में हरेली के दिन प्रदेश के 5 संभागों में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आगाज किया गया. हर संभाग में खास तरीके से छत्तीसगढिया ओलंपिक का आगाज हुआ. रायपुर, बिलासपुर, बस्तर, दुर्ग, सरगुजा सभी संभागों में आज से इसकी शुरुआत हुई है.
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आगाज: मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में भी आज हरेली तिहार के साथ ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत हुई. यहां ब्लॉक लेवल के स्कूली बच्चों ने इसमें हिस्सा लिया. सिरौली गांव में आयोजित इस कार्यक्रम में विधायक गुलाब कमरो, कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए. विधायक गुलाब कमरो और कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा ने गेड़ी चढ़कर और रस्साकशी के खेल में हाथ आजमाया. इस दौरान एक तरफ जिला प्रशासन की टीम थी. तो दूसरी तरफ जनप्रतिनिधियों की टीम. कार्यक्रम के अंत में वृक्षारोपण किया गया.
महासमुंद में ऐसे हुई छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत: महासमुंद में डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सभागार में संसदीय सचिव और खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आगाज किया. छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के शुभारंभ पर अतिथियों ने भौंरा, कंचा, गेड़ी और फुगड़ी खेलकर खेलों का आगाज किया. छत्तीसगढ़ शासन ने राज्य के पारंपरिक खेल गतिविधियों को ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्रों में प्रोत्साहित करने का प्रयास किया है. प्रतिभागियों को मंच प्रदान करने और उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है.
गौरेला पेंड्रा मरवाही में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक: गौरेला पेंड्रा मरवाही में हरेली तिहार के मौके पर जिला के विधायक केके ध्रुव की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की गई. हरेली के दिन से ही पिछले 2 सालों से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ी खेलों को बढ़ावा देते आ रहे हैं. इस बार भी छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की गई है. पिछले दो साल से प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन प्रदेश में कर रही है.
30 लाख लोग ले रहे हिस्सा: बता दें कि छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में लगभग 30 लाख प्रतिभागी इसमें हिस्सा ले रहे हैं. पिछले सीजन में ग्रामीण क्षेत्रों से 25 लाख से अधिक और शहरी क्षेत्रों से 1.30 लाख से अधिक लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था. यह आयोजन दो श्रेणियों में टीम और एकल में आयोजित किया जाएगा. व्यक्तिगत श्रेणी में 'बिल्लास', 'फुगड़ी', 'गेडी दाउद', 'भवरा', 100 मीटर दौड़, लंबी कूद, रस्सी कूद और कुश्ती जैसे खेल शामिल हैं. आयु वर्ग 18 वर्ष, 18-40 और 18-40 वर्ष तक है.
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में ये खेल शामिल:छत्तीसगढ़ के पारंम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय और एकल दो श्रेणी में आयोजित हो रहे हैं. छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टठुल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसे खेल शामिल हैं. एकल श्रेणी में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद और कुश्ती शामिल है. जोन स्तर पर 26 जुलाई से 31 जुलाई तक, विकासखण्ड-नगरीय स्तर पर 7 अगस्त से 21 अगस्त तक, संभाग स्तर पर 10 सितम्बर से 20 सितम्बर तक और राज्य स्तर पर 25 सितम्बर से 27 सितम्बर तक छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है.
विजेताओं को किया जाएगा पुरस्कृत: छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा. विकासखंड और नगरीय क्लस्टर स्तर में प्रथम विजेता को 1000 रूपए, द्वितीय विजेता को 750 रुपये, तीसरा स्थान लाने वालों को 500 रुपये की राशि प्रदान की जाएगी. इसी तरह जिला स्तर पर प्रथम आने वाले विजेता प्रतिभागियों को 2000 रुपये की राशि मुहैया कराई जाएगी. द्वितीय आने पर 1500 रुपये और तीसरे स्थान आने पर 1000 रुपये की राशि के साथ प्रमाणपत्र दिया जाएगा. संभाग स्तर पर विजेता प्रतियोगियों को प्रथम आने पर 3000 रुपये, द्वितीय आने पर 2500 रुपये और तीसरे स्थान पाने वाले खिलाड़ियों को 2000 रुपये के साथ प्रमाणपत्र दिया जाएगा. वहीं, राज्य स्तर पर ओलंपिक के अंतिम आयोजन में प्रथम विजेता को 5000 रुपये, द्वितीय स्थान लाने वाले विजेता को 4500 रुपये और तीसरे स्थान लाने वाले खिलाड़ियों को 4000 रुपये की राशि और प्रमाण पत्र दिए जाएंगे.