कसौली/सोलन: अडानी समूह ने हिमाचल प्रदेश के प्रवेशद्वार परवाणू में विल्मर लिमिटेड के गोदाम में टैक्स चोरी में अनियमितता न पाए जाने का दावा किया है. अडानी समूह के मीडिया विंग ने इसकी पुष्टि की है. वहीं, दूसरी ओर आबकारी एवं कराधान विभाग मामले में कागजात खंगाल रहा है. आगामी दिनों में मामले में कुछ खुलासा होने की उम्मीद है. अडानी के मीडिया विंग ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि जीएसटी अधिकारियों ने बीते दिन परवाणू में अडानी विल्मर के डिपो गोदाम का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों को कंपनी के कारोबार संचालन में किसी भी तरह की अनियमितताएं नहीं मिली हैं. अधिकारियों ने जीएसटी कानून के नियम 86बी का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि इसके तहत जीएसटी अदायगी नकद की जाती है. अडानी विल्मर के निरीक्षण के बाद कंपनी को नकद कर भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है.
क्या है मामला: बता दें कि बुधवार को हिमाचल में अडानी विल्मर के गोदाम पर आबकारी एवं कराधान विभाग ने टैक्स चोरी के शक में छापेमारी की थी. अडानी विल्मर कंपनी हिमाचल में सिविल सप्लाई डिपार्टमेंट और पुलिस विभाग को सामान उपलब्ध करवाती है. सोलन जिले के परवाणू में स्थित कंपनी का पिछले तीन साल का टर्नओवर वर्ष 2020-21 में 110 करोड़, 2021-22 में 106 करोड़ और 2022-23 में 138 करोड़ दर्ज किया गया है. जिस पर टैक्स लाइबिलिटी 2020-21 में 6.71, 2021-22 में 6.76 और 2022-23 में 7.01 है. जिसमें कैश लाइबिलिटी जीरो पाई गई है . जबकि नियमों के अनुसार कैश लाइबिलिटी जीरो नहीं हो सकती. इस बात की जांच के लिए आबकारी एवं कराधान विभाग के दक्षणी प्रवर्तन रेंज ने बुधवार देर रात परवाणू में रेड की और कागजात खंगाले.
परवाणू में अडानी के दो गोदाम: अडानी समूह के विल्मर लिमिटेड के परवाणू में दो करियाना स्टोर हैं. जिनमें निरीक्षण किया गया है. इसी के साथ कागजात को भी कब्जे में लिया है. यह करियाना स्टोर किराये पर लिया गया है. जबकि ट्रांसपोर्ट से लेकर सभी कार्यों को भी किया जाता है. इसके लिए हुए एग्रीमेंट कागजों को भी मंगवाया गया है. जिसकी भी विभाग जांच करेगा. वहीं एक गोदाम कांगड़ा में भी है.
विभाग कर रहा कागजों की जांच: आबकारी एवं कराधान विभाग के संयुक्त निदेशक जीडी ठाकुर ने बताया कि कंपनी का सारा काम और व्यापारिक प्रतिष्ठान किराए पर है. जिसमें डिस्ट्रीब्यूशन से लेकर ट्रांसपोर्ट तक लंबी लाइन है. जिस पर पूरा ध्यान दिया जा रहा है और कागजात को कब्जे में लिया गया है. जांच के बाद ही असल स्थिति का पता चल सकेगा. किराए के एग्रीमेंट भी मंगवाए गए है.
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