नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) ने कुलियों के साथ मुलाकात का वीडियो बुधवार को जारी कर 'कमरतोड़ महंगाई' एवं 'रिकॉर्ड' बेरोजगारी के मुद्दे उठाए और कहा कि भारत का भार उठाने वालों के कंधे आज मजबूरियों के बोझ से झुके हुए हैं. उन्होंने पिछले सप्ताह आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर कुलियों के साथ मुलाकात की थी और उनकी समस्याओं के बारे में जाना था.
राहुल गांधी ने बुधवार को इस मुलाकात का एक वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर जारी किया. उन्होंने कहा, 'कुछ दिनों पहले रामेश्वर जी (सब्जी विक्रेता) से मुलाकात हुई थी. इसकी खबर मिलते ही कुछ कुली भाइयों ने मुझे उनसे मिलने का अनुरोध किया. जैसे ही मुझे मौका मिला, मैं दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल पहुंच गया. उनसे मिल कर काफ़ी बातें हुईं - उनकी ज़िंदगियों को करीब से जाना और उनके संघर्षों को समझा.'
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भारत के मेहनती कुली भाइयों से दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर मिला। डिग्री इंजीनियर की, काम कुली का, ऐसी बेरोज़गारी से त्रस्त हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
रेलवे से न पगार, न पेंशन, न स्वास्थ्य बीमा और न सरकारी सुविधा!
मगर इन्हें उम्मीद है, समय बदलेगा, और मुझे पूरा विश्वास! https://t.co/1nRpMrAY2P pic.twitter.com/CodDGyhft4
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— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 27, 2023
रेलवे से न पगार, न पेंशन, न स्वास्थ्य बीमा और न सरकारी सुविधा!
मगर इन्हें उम्मीद है, समय बदलेगा, और मुझे पूरा विश्वास! https://t.co/1nRpMrAY2P pic.twitter.com/CodDGyhft4भारत के मेहनती कुली भाइयों से दिल्ली के आनंद विहार स्टेशन पर मिला। डिग्री इंजीनियर की, काम कुली का, ऐसी बेरोज़गारी से त्रस्त हैं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 27, 2023
रेलवे से न पगार, न पेंशन, न स्वास्थ्य बीमा और न सरकारी सुविधा!
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का कहना था, 'कुली भारत के सबसे मेहनती लोगों में हैं. पीढ़ी दर पीढ़ी, करोड़ों यात्रियों के सफ़र में सहायक बन कर ये अपनी ज़िंदगी बिता देते हैं. कितनों की बांह पर लगा वो बिल्ला सिर्फ़ पहचान ही नहीं, उनको मिली विरासत भी है. ज़िम्मेदारी तो हिस्से में आ जाती है, मगर तरक्की न के बराबर.' उन्होंने दावा किया, 'आज भारत में लाखों शिक्षित युवा रेलवे स्टेशन पर कुली का काम कर अपनी रोज़ी रोटी कमाने की कोशिश कर रहे हैं. कारण? रिकॉर्ड बेरोज़गारी. देश का साक्षर नागरिक दो वक़्त की रोटी कमाने को संघर्ष कर रहा है.'
राहुल गांधी ने कहा, 'प्रतिदिन 400-500 रुपये की मामूली जीविका कमाते हैं, जिसमें घर का खर्च भी पूरा नहीं पड़ता, बचत का तो सवाल ही नहीं. कारण? कमरतोड़ महंगाई. खाना महंगा, रहना महंगा, शिक्षा महंगी, स्वास्थ्य महंगा - गुज़ारा हो भी तो कैसे!' उनके अनुसार, 'कुली भारतीय रेलवे से वेतन पाने वाले कर्मचारी नहीं हैं, उनकी न पगार है, न पेंशन!किसी चिकित्सा बीमा या बुनियादी सुविधाओं का भी लाभ नहीं - भारत का भार उठाने वालों के कंधे आज मजबूरियों से झुके हुए हैं.' उन्होंने कहा, 'फिर भी उनकी उम्मीदें करोड़ों और हिंदुस्तानियों की तरह ही इस बात पर कायम हैं कि समय बदलेगा!' राहुल गांधी 'भारत जोड़ो यात्रा' पूरी करने के बाद समाज के अलग-अलग वर्गों के लोगों से मुलाकातें कर रहे हैं. कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा जारी है.
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