लखनऊ : अभी देश में मुख्य विपक्षी का जिम्मेदारी संभाल रही कांग्रेस का मानना है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत जोड़ो यात्रा लेकर निकले राहुल गांधी लोगों को अपने साथ जोड़ने में कामयाब हो रहे हैं. इसके साथ ही राहुल गांधी अपनी पुरानी लोकसभा सीट अमेठी से चुनाव मैदान में उतरने की प्लानिंग कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि 2019 अमेठी राहुल गांधी कुछ वोटों के अंतर से हार गए थे. 2024 में वह उसे दोबारा जीतने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए जल्द ही एक पूरा रोडमैप तैयार किया जा रहा है. राहुल गांधी दोबारा से अमेठी में सक्रिय होंगे. कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि पार्टी नेतृत्व ने किसी खास नेता को अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट की जिम्मेदारी नहीं सौंपी है बल्कि पूरी पार्टी को ही दोबारा से 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha elections) में इन दोनों सीटों को जीतने जिम्मेदारी दी है.
भारत जोड़ो यात्रा के बाद अमेठी पर होगा फोकस : कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा पूर्ण करने के बाद राहुल गांधी जी वायनाड के साथ ही अमेठी की ओर भी रुख करेंगे. अमेठी से चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी ने इसे अपना घर बताया था. उन्होंने लोगों से वादा किया था कि वह दोबारा से अमेठी आएंगे. इसी कड़ी में कांग्रेस राहुल गांधी के लिए अमेठी में दोबारा से जीत दर्ज करने के लिए पूरी रणनीति तैयार करेंगे. कांग्रेस के रणनीतिकारों का कहना है कि अगर 2024 में राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते हैं तो पार्टी कोई यूपी में मजबूती मिलेगी. साथ ही 2019 में राहुल गांधी की पॉलिटिकल इमेज डैमेज हुई था, उसे दोबारा स्थापित करने में मदद मिलेगी. देश में चल रहे भारत जोड़ो यात्रा से राहुल गांधी की सक्रियता काफी बढ़ी है. कांग्रेस को उम्मीद है कि गांधी परिवार एक बार फिर से अमेठी जीत सकती है.
स्मृति ईरानी को अमेठी में ही घेरने की तैयारी : अमेठी के सांसद स्मृति ईरानी (Smriti Irani amethi) को लगातार कांग्रेस पार्टी घेर रही है. कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह का कहना है कि भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर जनता के बीच में हैं. यूपीए सरकार में स्मृति ईरानी ने महंगाई, तेल और गैस के बढ़ते दामों को लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया था. आज जब केंद्र में बीजेपी की सरकार है, तो तेल और गैस के दाम बेतहाशा बढ़े हैं. इस पर स्मृति ईरानी वह चुप है, कांग्रेस अब इसी बात का मुद्दा बनाकर अमेठी में स्मृति ईरानी को घेरने की तैयारी कर रही है. 2014 में चुनाव हारने के बाद स्मृति ईरानी ने अमेठी में 65 से अधिक बार दौरे किए थे, जिसका फायदा उन्हें 2019 के लोकसभा में मिला था. 2019 में स्मृति ईरानी ने तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष को अमेठी से चुनाव हरा दिया था.
कांग्रेस प्रवक्ता संजय सिंह का कहना है कि अमेठी सीट राहुल गांधी के लिए आरक्षित नहीं की गई. रायबरेली और अमेठी सीट गांधी परिवार के लिए मां जैसी है. गांधी परिवार ने इन दोनों सीटों के लिए बहुत से काम किए हैं. जैसे फैक्ट्री खुलवाना, नेशनल हाईवे से जोड़ना और फैक्ट्रियां लगाना. ऐसे बहुत से काम गांधी परिवार ने इन दोनों लोकसभा सीटों पर किया है. पिछली बार राहुल गांधी यहां से कुछ हजार वोटों से ही चुनाव हार गए थे. राहुल की हार का पछतावा आज भी अमेठी के लोगों को हो रहा है.अमेठी राहुल गांधी की कर्मस्थली है और 2024 में वह अमेठी से चुनाव लड़ें, इसके लिए कांग्रेस का हर कार्यकर्ता तैयारी कर रहा है.
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