गुवाहाटी: राहुल गांधी के नेतृत्व में 14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई, भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार को असम पहुंची. रैली नागालैंड से शिवसागर जिले के अमगुरी होते हुए असम में दाखिल हुई. हालांकि राहुल ने असम के 17 जिलों में यात्रा करने की योजना बनाई है, लेकिन उन्हें राज्य में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. मार्ग में परिवर्तन के लिए 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के खिलाफ असम के जोरहाट शहर में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
सबसे पहले जोरहाट में जिला प्रशासन ने राहुल को मोरियोनी में रैली करने की इजाजत नहीं दी. दूसरी बात असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा, जो अक्सर राहुल गांधी की आलोचना करते रहते हैं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुवाहाटी शहर में रैली कर सकती है. उन्हें कोई नहीं रोकेगा, लेकिन नियमों का उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी.
राहुल गांधी को गुवाहाटी शहर के बीच रैली निकालने के लिए प्रेरित करने वाले दो लोगों को एफआईआर दर्ज होने के दो या तीन महीने बाद गिरफ्तार किया जाएगा. सीएम ने अपने भाषण में कांग्रेस के दो बड़े नेताओं को गिरफ्तार करने का संकेत दिया. सीएम सरमा ने कहा कि गुवाहाटी शहर के बीच भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
उन्होंने कहा कि वहां मेडिकल कॉलेज और कई अस्पताल हैं. इसलिए रैली से शहर की सड़कों को व्यस्त नहीं किया जा सकता. सीएम सरमा ने कहा कि 'अरे (कांग्रेस) कोई अन्य रास्ता चुन सकती है.' सीएम ने यह भी कहा कि राहुल की रैली न्याय यात्रा नहीं बल्कि 'मियां यात्रा' है. 'मियां' शब्द का उच्चारण करते हुए सीएम ने असम के अल्पसंख्यक मुसलमानों का जिक्र किया, जिन्हें स्थानीय तौर पर 'मियां' कहा जाता है.
सीएम सरमा ने यह भी कहा कि 'असम में राहुल की रैली में सिर्फ मियां मुसलमान ही शामिल होंगे.' आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राहुल रात को जोरहाट में रुकेंगे और कल वह माजुली की ओर अपनी रैली शुरू करेंगे.