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राहुल भट हत्याकांड : काम पर नहीं लौटे कश्मीरी पंडित कर्मचारी, प्रदर्शन 13वें दिन भी जारी - सरकार के खिलाफ आंदोलन

कश्मीर में टारगेट किलिंग से आक्रोशित कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शन जारी है. इस समुदाय से जुड़े सरकारी कर्मचारी अब इस केंद्रशासित प्रदेश से बाहर ट्रांसफर कराने की मांग पर अड़े हैं. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के आश्वासन के बावजूद ये कर्मचारी काम पर लौटने के लिए तैयार नहीं है.

Rahul Bhat murder
Rahul Bhat murder
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Published : May 24, 2022, 11:07 PM IST

श्रीनगर. कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या के बाद से इस समुदाय के लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा सरकारी ओहदों पर काम कर रहे कश्मीरी पंडितों का विरोध प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को यह विरोध प्रदर्शन 13 वें दिन में प्रवेश कर गया. वे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के आश्वासन के बाद भी काम पर लौटने को तैयार नहीं है. वह राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान एक कश्मीरी पंडित कलाकार ने दीवार पर एक अनूठी तस्वीर बनाई है, जिसमें राहुल भट की हत्या के बारे में दिखाया गया है. कलाकार का कहना है कि उन्होंने राहुल भट्ट को श्रद्धांजलि देने के लिए पेंटिंग बनाई है. उन्होंने कहा कि सरकार गहरी नींद में है,हम यहां कश्मीर में सुरक्षित नहीं हैं. कश्मीर घाटी के अलग-अलग हिस्सों में पीएम पैकेज के कर्मचारी तैनात हैं. जब राहुल अपने कार्यालय में सुरक्षित नहीं हैं तो पीएम पैकेज के अन्य कर्मचारी कैसे सुरक्षित रह सकते हैं.

राहुल भट की हत्या से जुड़ी पेटिंग बनाने वाले कलाकार का कहना है कि राहुल भट अपने कार्यालय में सुरक्षित नहीं रहे तो पीएम पैकेज के अन्य कर्मचारी कैसे सुरक्षित रह सकते हैं.

कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का कहना है कि वह तब तक अपना विरोध खत्म कर काम पर नहीं लौटेंगे, जबतक कि उन्हें कश्मीर घाटी से बाहर ट्रांसफर करने की मांग मान नहीं ली जाती. मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और न्याय देने की मांग की. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को बडगाम की शेखपोरा पंडित कॉलोनी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कश्मीरी हिंदू राहुल भट की मौत के बाद से पीएम राहत पैकेज का विरोध कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से मुलाकात की और अपनी संवेदनाए व्यक्त की थी. उन्होंने प्रदेश में कश्मीरी हिंदुओं को सुरक्षा दिलाने का भरोसा दिलाया था. हालांकि कश्मीरी पंडित राहुल की हत्या के बाद से विरोध करने के साथ ही उप राज्यपाल के यहां आने और उनकी शिकायतों को सुनने की मांग कर रहे थे. सिन्हा ने प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से संवाद करते हुए स्वीकार किया था कि उनके शिविर आने में देर हुई है.

भट की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग पर उप राज्यपाल ने कहा है कि उनकी योग्यता की जांच की जाएगी और जो संभव होगा वह दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भट की हत्या की उन्हें भी उतनी ही पीड़ा है, जितना आप महसूस कर रहे हैं. उपराज्यपाल ने कश्मीर के संभागीय आयुक्त को पिछले सप्ताह यह निर्देश दिया था कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को उनके निवास स्थान या जिला मुख्यालय में ही समायोजित किया जाए.

पढ़ें : टारगेट किलिंग के शिकार बने राहुल भट के परिजनों से मिले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

श्रीनगर. कश्मीरी पंडित राहुल भट की हत्या के बाद से इस समुदाय के लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा सरकारी ओहदों पर काम कर रहे कश्मीरी पंडितों का विरोध प्रदर्शन जारी है. मंगलवार को यह विरोध प्रदर्शन 13 वें दिन में प्रवेश कर गया. वे उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के आश्वासन के बाद भी काम पर लौटने को तैयार नहीं है. वह राज्य सरकार से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान एक कश्मीरी पंडित कलाकार ने दीवार पर एक अनूठी तस्वीर बनाई है, जिसमें राहुल भट की हत्या के बारे में दिखाया गया है. कलाकार का कहना है कि उन्होंने राहुल भट्ट को श्रद्धांजलि देने के लिए पेंटिंग बनाई है. उन्होंने कहा कि सरकार गहरी नींद में है,हम यहां कश्मीर में सुरक्षित नहीं हैं. कश्मीर घाटी के अलग-अलग हिस्सों में पीएम पैकेज के कर्मचारी तैनात हैं. जब राहुल अपने कार्यालय में सुरक्षित नहीं हैं तो पीएम पैकेज के अन्य कर्मचारी कैसे सुरक्षित रह सकते हैं.

राहुल भट की हत्या से जुड़ी पेटिंग बनाने वाले कलाकार का कहना है कि राहुल भट अपने कार्यालय में सुरक्षित नहीं रहे तो पीएम पैकेज के अन्य कर्मचारी कैसे सुरक्षित रह सकते हैं.

कश्मीरी पंडित कर्मचारियों का कहना है कि वह तब तक अपना विरोध खत्म कर काम पर नहीं लौटेंगे, जबतक कि उन्हें कश्मीर घाटी से बाहर ट्रांसफर करने की मांग मान नहीं ली जाती. मंगलवार को प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और न्याय देने की मांग की. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को बडगाम की शेखपोरा पंडित कॉलोनी पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कश्मीरी हिंदू राहुल भट की मौत के बाद से पीएम राहत पैकेज का विरोध कर रहे कश्मीरी पंडित कर्मचारियों से मुलाकात की और अपनी संवेदनाए व्यक्त की थी. उन्होंने प्रदेश में कश्मीरी हिंदुओं को सुरक्षा दिलाने का भरोसा दिलाया था. हालांकि कश्मीरी पंडित राहुल की हत्या के बाद से विरोध करने के साथ ही उप राज्यपाल के यहां आने और उनकी शिकायतों को सुनने की मांग कर रहे थे. सिन्हा ने प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से संवाद करते हुए स्वीकार किया था कि उनके शिविर आने में देर हुई है.

भट की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग पर उप राज्यपाल ने कहा है कि उनकी योग्यता की जांच की जाएगी और जो संभव होगा वह दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भट की हत्या की उन्हें भी उतनी ही पीड़ा है, जितना आप महसूस कर रहे हैं. उपराज्यपाल ने कश्मीर के संभागीय आयुक्त को पिछले सप्ताह यह निर्देश दिया था कि कश्मीरी पंडित कर्मचारियों को उनके निवास स्थान या जिला मुख्यालय में ही समायोजित किया जाए.

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