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नंदिनी की खूबसूरती की चर्चा के बीच याद आईं गायत्री देवी, दुनिया की 10 खूबसूरत महिलाओं में रही हैं शुमार

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Published : Apr 16, 2023, 7:28 PM IST

फेमिना मिस इंडिया 2023 की विजेता राजस्थान की नंदिनी की खूबसूरती की चर्चा के बीच जयपुर की राजमाता महारानी गायत्री देवी के नाम का भी जिक्र होने लगा है. गायत्री देवी दुनिया की 10 खूबसूरत महिलाओं में शुमार रही हैं. देखिए ये रिपोर्ट...

Nandini Gupta and Gayatri Devi
नंदिनी गुप्ता और गायत्री देवी की तस्वीर

जयपुर. कोटा की नंदिनी गुप्ता का नाम रविवार को सुर्खियों में रहा. उन्हें फेमिना मिस इंडिया 2023 का ताज पहनाया गया. 19 साल की नंदिनी का बचपन से ही सपना था कि वह मिस इंडिया बनेगी. अब नंदिनी मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भी पार्टिसिपेट करने वाली है. नंदिनी की खूबसूरती की चर्चा के साथ ही जयपुर की राजमाता महारानी गायत्री देवी के नाम का भी जिक्र होने लगा है. गायत्री देवी को दुनिया भर की अलग-अलग पत्रिकाओं में सदी की खूबसूरत महिलाओं में शुमार किया था. उनकी खूबसूरती के चर्चे राजे-रजवाड़ों के साथ-साथ आम जनता के बीच हुई थी. वह कूच बिहार की राजकुमारी थीं और उन्होंने स्वयं की मर्जी से अपने उम्र से लगभग दोगुने आयु के महाराजा मानसिंह को जीवन साथी चुना था.

महारानी गायत्री देवी को छोटी उम्र में ही पोलो खेलने का शौक था. कूच बिहार में होने वाली पोलो की बड़ी प्रतियोगिताओं में शिरकत किया करती थीं. उसी दौरान उनका संपर्क पोलो की दुनिया में मशहूर महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय से हुआ. 12 साल की उम्र में ही 21 साल के महाराजा मानसिंह को उन्होंने अपना जीवन साथी चुनना तय किया. हालांकि, इस रिश्ते के खिलाफ उनके परिजन भी थे.

पढ़ें : राजस्थान के कोटा की नंदिनी गुप्ता बनी फेमिना मिस इंडिया

फेमस मैगजीन वॉग ने माना बेहद खूबसूरत : दुनियाभर में सौंदर्य और प्रशासन के मामले में चर्चा में रहने वाली मशहूर किताब वॉग ने भी गायत्री देवी को किसी वक्त दुनिया की सबसे खूबसूरत 10 महिलाओं में शुमार किया था. गायत्री देवी का तब भी फैशन सेंस बेहतरीन था. उन्हें ना सिर्फ राजस्थान की पहली महिला सांसद होने का खिताब हासिल है, बल्कि भारत में पहली मर्सिडीज लाने का भी श्रेय उन्हीं के नाम है. 1962 में सी. राजगोपालाचारी की ओर से स्थापित स्वतंत्र पार्टी से लोकसभा चुनावो में सबसे ज्यादा अंतराल से जितना भी उनके नाम दर्ज है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ एक ही स्कूल में पढ़ने वाली गायत्री देवी ने साल 1962 में पहला चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में उनकी यह जीत गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुई थी. इमरजेंसी के दौरान गायत्री देवी को तिहाड़ जेल में रखा गया था.

Queen Mother of Jaipur Gayatri Devi
जयपुर की राजमाता महारानी गायत्री देवी

आधुनिक खयालात वाली गायत्री देवी ने हमेशा महिला शिक्षा और महिला सशक्तिकरण का पक्ष रखा. उनके जीवन और खयालात पर हमेशा उनकी माता के विचार प्रभावी रहे. बचपन में उन्हें एक किताब के किरदार के आधार पर आयशा कहकर बुलाया जाता था. उन्होंने शांति निकेतन, स्विट्ज़रलैंड और लंदन में तालीम हासिल की थी. आम जनता के बीच में वह जनसेवक की छवि के साथ जाया करती थीं. उन्होंने शुरुआत से रूढ़िवादी छवियों को तोड़ा. उन्होंने हमेशा समाज में व्याप्त कुप्रथाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी.

जयपुर. कोटा की नंदिनी गुप्ता का नाम रविवार को सुर्खियों में रहा. उन्हें फेमिना मिस इंडिया 2023 का ताज पहनाया गया. 19 साल की नंदिनी का बचपन से ही सपना था कि वह मिस इंडिया बनेगी. अब नंदिनी मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में भी पार्टिसिपेट करने वाली है. नंदिनी की खूबसूरती की चर्चा के साथ ही जयपुर की राजमाता महारानी गायत्री देवी के नाम का भी जिक्र होने लगा है. गायत्री देवी को दुनिया भर की अलग-अलग पत्रिकाओं में सदी की खूबसूरत महिलाओं में शुमार किया था. उनकी खूबसूरती के चर्चे राजे-रजवाड़ों के साथ-साथ आम जनता के बीच हुई थी. वह कूच बिहार की राजकुमारी थीं और उन्होंने स्वयं की मर्जी से अपने उम्र से लगभग दोगुने आयु के महाराजा मानसिंह को जीवन साथी चुना था.

महारानी गायत्री देवी को छोटी उम्र में ही पोलो खेलने का शौक था. कूच बिहार में होने वाली पोलो की बड़ी प्रतियोगिताओं में शिरकत किया करती थीं. उसी दौरान उनका संपर्क पोलो की दुनिया में मशहूर महाराजा सवाई मानसिंह द्वितीय से हुआ. 12 साल की उम्र में ही 21 साल के महाराजा मानसिंह को उन्होंने अपना जीवन साथी चुनना तय किया. हालांकि, इस रिश्ते के खिलाफ उनके परिजन भी थे.

पढ़ें : राजस्थान के कोटा की नंदिनी गुप्ता बनी फेमिना मिस इंडिया

फेमस मैगजीन वॉग ने माना बेहद खूबसूरत : दुनियाभर में सौंदर्य और प्रशासन के मामले में चर्चा में रहने वाली मशहूर किताब वॉग ने भी गायत्री देवी को किसी वक्त दुनिया की सबसे खूबसूरत 10 महिलाओं में शुमार किया था. गायत्री देवी का तब भी फैशन सेंस बेहतरीन था. उन्हें ना सिर्फ राजस्थान की पहली महिला सांसद होने का खिताब हासिल है, बल्कि भारत में पहली मर्सिडीज लाने का भी श्रेय उन्हीं के नाम है. 1962 में सी. राजगोपालाचारी की ओर से स्थापित स्वतंत्र पार्टी से लोकसभा चुनावो में सबसे ज्यादा अंतराल से जितना भी उनके नाम दर्ज है. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के साथ एक ही स्कूल में पढ़ने वाली गायत्री देवी ने साल 1962 में पहला चुनाव लड़ा था और इस चुनाव में उनकी यह जीत गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हुई थी. इमरजेंसी के दौरान गायत्री देवी को तिहाड़ जेल में रखा गया था.

Queen Mother of Jaipur Gayatri Devi
जयपुर की राजमाता महारानी गायत्री देवी

आधुनिक खयालात वाली गायत्री देवी ने हमेशा महिला शिक्षा और महिला सशक्तिकरण का पक्ष रखा. उनके जीवन और खयालात पर हमेशा उनकी माता के विचार प्रभावी रहे. बचपन में उन्हें एक किताब के किरदार के आधार पर आयशा कहकर बुलाया जाता था. उन्होंने शांति निकेतन, स्विट्ज़रलैंड और लंदन में तालीम हासिल की थी. आम जनता के बीच में वह जनसेवक की छवि के साथ जाया करती थीं. उन्होंने शुरुआत से रूढ़िवादी छवियों को तोड़ा. उन्होंने हमेशा समाज में व्याप्त कुप्रथाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी.

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