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इंडो-पैसिफिक साझेदारी के साथ मिलकर काम करने पर ध्यान केंद्रित: ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्रालय - भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी के प्रमुख स्तंभ

ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा, 'हम इस क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए इंडो-पैसिफिक साझेदारी के साथ मिलकर काम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. क्वाड के रूप में एक साथ काम करते हुए, हम इस क्षेत्र को व्यावहारिक समर्थन देने में अधिक प्रभावी हैं. क्वाड देश इंडो-पैसिफिक पर आसियान के दृष्टिकोण (ASEAN’s Outlook on the Indo-Pacific) के व्यावहारिक कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के लिए भागीदारों का समर्थन करना जारी रखा है.

क्वाड नेशंस
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Published : Feb 11, 2022, 6:51 PM IST

Updated : Feb 12, 2022, 1:55 AM IST

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया में क्वाड नेशंस (Quad Nations in Australia) ने इंडो पैसिफिक में स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से समस्याओं के समाधान को लेकर प्रतिबद्धता (Quad’s commitment to supporting Indo Pacific countries) जताई है. यह मौका क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक (Quad Foreign Ministers fourth Meeting) का था, जो कि शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुई.

क्वाड नेशंस के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिस पायने, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जापान के विदेश मंत्री शिरकत कर रहे हैं. जिसमें इंडो पैसिफिक में उत्पन्न कई समस्याओं के समाधान को लेकर चर्चा की गई है. इसके साथ ही क्वाड की बैठक में चीन को साफ और सीधा संदेश भेजा गया है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच मजबूत संबंधों के कारण क्वाड ने वैश्विक भलाई के लिए एक (समन्वित) शक्ति के रूप में अच्छा काम किया है. वहीं, विदेश मंत्री ने नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने की वकालत की. उन्होंने कहा कि पिछले साल फरवरी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक की आखिरी बातचीत के बाद से भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक वैश्विक परिदृश्य और जटिल हो गया है. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि अग्रणी लोकतंत्रों के रूप में हम एक नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को जबरदस्ती से मुक्त रखने के अपने साझा दृष्टिकोण का पालन करते हैं. जयशंकर ने उस वक्त संक्षेप में यह बात कही, जब वह अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ यहां क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक के मौके पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से अलग से मुलाकात कर रहे थे.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि दिन की शुरुआत रक्षा मंत्री पीटर डटन से मुलाकात के साथ हुई. हमने पिछले साल हुई टू प्लस टू चर्चा के बाद यह मुलाकात की. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी के प्रमुख स्तंभ (Key pillars of India-Australia partnership) हैं.

वहीं, ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा, 'हम इस क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए इंडो-पैसिफिक भागीदारों के साथ मिलकर काम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. क्वाड के रूप में एक साथ काम करते हुए, हम इस क्षेत्र को व्यावहारिक समर्थन देने में अधिक प्रभावी हैं. क्वाड देश इंडो-पैसिफिक पर आसियान के दृष्टिकोण (ASEAN’s Outlook on the Indo-Pacific) के व्यावहारिक कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के लिए भागीदारों का समर्थन करना जारी रखा है. इस दौरान क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने वैश्विक स्तर पर 1.3 बिलियन से अधिक वैक्सीन खुराकें दान करने का संकल्प लिया.

जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया में अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मुलाकात की

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को क्वाड विदेश मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की. उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करते हुए कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति सकारात्मक है. जयशंकर 10 से 13 फरवरी तक विदेश मंत्री के रूप में ऑस्ट्रेलिया की पहली यात्रा पर हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ चौथी, क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लिया.

पढ़ें : ऑस्ट्रेलिया में विदेश मंत्री जयशंकर, वैक्सीन साझेदारी और चीन मुद्दा रहेगा केंद्र में

क्वाड की बैठक में शामिल होने जयशंकर जाएंगे ऑस्ट्रेलिया

जयशंकर ने ट्वीट किया कि ब्लिंकन के साथ द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा. विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति सकारात्मक है. हमारी रणनीतिक साझेदारी बिल्कुल स्पष्ट है. ब्लिंकन के साथ अपनी बातचीत में, विदेश मंत्री ने कई द्विपक्षीय और साथ ही वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये के बीच स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने साझा दृष्टिकोण को देखते हुए दोनों मंत्रियों के क्षेत्रीय रणनीतिक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने की उम्मीद है.

रणनीतिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच वार्ता का उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाना था. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए क्वाड सदस्य देशों द्वारा नए सिरे से किए गए प्रयासों के बीच विदेश और रक्षा मंत्रीस्तरीय वार्ता हुई थी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा, क्वाड में अमेरिका और जापान शामिल हैं.

बता दें कि जयशंकर विदेश मंत्री के रूप में ऑस्ट्रेलिया की अपनी पहली यात्रा पर हैं. वह क्वाड बैठक में भाग लेने के अलावा 12 फरवरी को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों के 12वें 'फ्रेमवर्क डॉयलॉग' की सह-अध्यक्षता करेंगे.

जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले साल नई दिल्ली में अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों- मारिस पायने और पीटर डटन के साथ 'टू-प्लस-टू' वार्ता की थी. यह वार्ता रणनीतिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हिंद-प्रशांत सहित समग्र रक्षा एवं रणनीतिक सहयोग को और बढ़ाने पर केंद्रित थी. पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग में तेजी आई है.

नवंबर 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच हिन्द-प्रशांत में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के वास्ते एक नई रणनीति विकसित करने के लिए क्वाड की स्थापना के काफी समय से लंबित प्रस्ताव को मूर्त रूप दिया था. बता दें, विदेश मंत्री के रूप में आस्ट्रेलिया की पहली यात्रा पर आए जयशंकर ने कहा, यह बहुत उपयुक्त है कि क्वाड की बैठकें होनी चाहिए और… कल भी हमारी द्विपक्षीय बैठकें हैं. वह आज अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ 12वें भारत-ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्रियों के प्रारूप संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगे.

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया में क्वाड नेशंस (Quad Nations in Australia) ने इंडो पैसिफिक में स्वतंत्र और पारदर्शी तरीके से समस्याओं के समाधान को लेकर प्रतिबद्धता (Quad’s commitment to supporting Indo Pacific countries) जताई है. यह मौका क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक (Quad Foreign Ministers fourth Meeting) का था, जो कि शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में हुई.

क्वाड नेशंस के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर, ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिस पायने, अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और जापान के विदेश मंत्री शिरकत कर रहे हैं. जिसमें इंडो पैसिफिक में उत्पन्न कई समस्याओं के समाधान को लेकर चर्चा की गई है. इसके साथ ही क्वाड की बैठक में चीन को साफ और सीधा संदेश भेजा गया है.

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को यहां कहा कि भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान के बीच मजबूत संबंधों के कारण क्वाड ने वैश्विक भलाई के लिए एक (समन्वित) शक्ति के रूप में अच्छा काम किया है. वहीं, विदेश मंत्री ने नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखने की वकालत की. उन्होंने कहा कि पिछले साल फरवरी में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक की आखिरी बातचीत के बाद से भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक वैश्विक परिदृश्य और जटिल हो गया है. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि अग्रणी लोकतंत्रों के रूप में हम एक नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को जबरदस्ती से मुक्त रखने के अपने साझा दृष्टिकोण का पालन करते हैं. जयशंकर ने उस वक्त संक्षेप में यह बात कही, जब वह अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के अपने समकक्षों के साथ यहां क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों की चौथी बैठक के मौके पर ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से अलग से मुलाकात कर रहे थे.

उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि दिन की शुरुआत रक्षा मंत्री पीटर डटन से मुलाकात के साथ हुई. हमने पिछले साल हुई टू प्लस टू चर्चा के बाद यह मुलाकात की. भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि रक्षा और सुरक्षा भारत-ऑस्ट्रेलिया साझेदारी के प्रमुख स्तंभ (Key pillars of India-Australia partnership) हैं.

वहीं, ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा, 'हम इस क्षेत्र की सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने के लिए इंडो-पैसिफिक भागीदारों के साथ मिलकर काम करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. क्वाड के रूप में एक साथ काम करते हुए, हम इस क्षेत्र को व्यावहारिक समर्थन देने में अधिक प्रभावी हैं. क्वाड देश इंडो-पैसिफिक पर आसियान के दृष्टिकोण (ASEAN’s Outlook on the Indo-Pacific) के व्यावहारिक कार्यान्वयन को आगे बढ़ाने के लिए भागीदारों का समर्थन करना जारी रखा है. इस दौरान क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने वैश्विक स्तर पर 1.3 बिलियन से अधिक वैक्सीन खुराकें दान करने का संकल्प लिया.

जयशंकर ने ऑस्ट्रेलिया में अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन से मुलाकात की

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को क्वाड विदेश मंत्रियों की एक महत्वपूर्ण बैठक से पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की. उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करते हुए कहा कि भारत-अमेरिका संबंधों के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति सकारात्मक है. जयशंकर 10 से 13 फरवरी तक विदेश मंत्री के रूप में ऑस्ट्रेलिया की पहली यात्रा पर हैं. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया, जापान और अमेरिका के विदेश मंत्रियों के साथ चौथी, क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लिया.

पढ़ें : ऑस्ट्रेलिया में विदेश मंत्री जयशंकर, वैक्सीन साझेदारी और चीन मुद्दा रहेगा केंद्र में

क्वाड की बैठक में शामिल होने जयशंकर जाएंगे ऑस्ट्रेलिया

जयशंकर ने ट्वीट किया कि ब्लिंकन के साथ द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा. विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति सकारात्मक है. हमारी रणनीतिक साझेदारी बिल्कुल स्पष्ट है. ब्लिंकन के साथ अपनी बातचीत में, विदेश मंत्री ने कई द्विपक्षीय और साथ ही वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की. क्षेत्र में चीन के आक्रामक रवैये के बीच स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने साझा दृष्टिकोण को देखते हुए दोनों मंत्रियों के क्षेत्रीय रणनीतिक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने की उम्मीद है.

रणनीतिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच वार्ता का उद्देश्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाना था. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए क्वाड सदस्य देशों द्वारा नए सिरे से किए गए प्रयासों के बीच विदेश और रक्षा मंत्रीस्तरीय वार्ता हुई थी. भारत और ऑस्ट्रेलिया के अलावा, क्वाड में अमेरिका और जापान शामिल हैं.

बता दें कि जयशंकर विदेश मंत्री के रूप में ऑस्ट्रेलिया की अपनी पहली यात्रा पर हैं. वह क्वाड बैठक में भाग लेने के अलावा 12 फरवरी को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ भारत-ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों के 12वें 'फ्रेमवर्क डॉयलॉग' की सह-अध्यक्षता करेंगे.

जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले साल नई दिल्ली में अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्षों- मारिस पायने और पीटर डटन के साथ 'टू-प्लस-टू' वार्ता की थी. यह वार्ता रणनीतिक क्षेत्र में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हिंद-प्रशांत सहित समग्र रक्षा एवं रणनीतिक सहयोग को और बढ़ाने पर केंद्रित थी. पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग में तेजी आई है.

नवंबर 2017 में भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के बीच हिन्द-प्रशांत में महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों को किसी भी प्रभाव से मुक्त रखने के वास्ते एक नई रणनीति विकसित करने के लिए क्वाड की स्थापना के काफी समय से लंबित प्रस्ताव को मूर्त रूप दिया था. बता दें, विदेश मंत्री के रूप में आस्ट्रेलिया की पहली यात्रा पर आए जयशंकर ने कहा, यह बहुत उपयुक्त है कि क्वाड की बैठकें होनी चाहिए और… कल भी हमारी द्विपक्षीय बैठकें हैं. वह आज अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष मारिस पायने के साथ 12वें भारत-ऑस्ट्रेलिया विदेश मंत्रियों के प्रारूप संवाद की सह-अध्यक्षता करेंगे.

Last Updated : Feb 12, 2022, 1:55 AM IST
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