भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी के सबसे बड़े शासकीय हमीदिया अस्पताल के कोविड ब्लॉक की बिजली गुल होने के मामले में कार्रवाई की गई है. पूरे मामले में पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है. वहीं डीन डॉ. अरुणा कुमार और अधीक्षक डॉक्टर आईडी चौरसिया को नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ ही व्यवस्थाओं की देखरेख करने वाले डॉक्टर को भी नोटिस दिया गया है.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बिजली गुल होने के मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उनका कहना है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने डिविजनल कमिश्नर को जांच के आदेश दिए हैं. हमीदिया अस्पताल में बिलजी सप्लाई करने का थ्री टियर सिस्टम है. पहला MPEB का और दूसरा जनरेटर का और यदि जनरेटर बंद हो जाए तो मशीन के द्वारा बिजली आपूर्ति की जाती है. इसका दो घंटे तक का बैकअप है, अस्पताल की लाइट एक घंटे गई थी. उस वक्त बिजली आपूर्ति की जा सकती थी.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी पूरे मामले पर जांच के आदेश दिए हैं. वह स्वास्थ्य विभाग के सभी आला अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. इस बैठक में अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान, भोपाल कमिश्नर कविंद्र कियावत, स्वास्थ्य आयुक्त संजय गोयल और चिकित्सा शिक्षा आयोग आयुक्त मौजूद रहेंगे.
हमीदिया में पहले भी हुई लापरवाही
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब हमीदिया अस्पताल से लापरवाही की घटना सामने आई है. आए दिन यहां से किसी न किसी मुद्दे पर लापरवाही की घटनाएं सामने आती रहती है. जिस पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा है कि आगे से इस तरह की कोई घटना न हो इसकी भी समीक्षा कर व्यवस्था की जाएगी.
क्या है पूरा मामला ?
शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल के कोविड ब्लॉक में शाम पौने छह बजे के करीब बिजली गुल हुई थी. ऐसे में तकरीबन एक से डेढ़ घंटे तक बिजली गुल रही. इसके चलते कोविड ब्लॉक में हंगामा मच गया और इसी बीच तीन मरीजों की मौत भी हो गई. इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आज जांच के आदेश दिए हैं