बठिंडा: सैन्य थाने के अंदर फायरिंग के दौरान शहीद हुए चार सैन्यकर्मियों के मामले में पुलिस ने सैन्य अधिकारियों को पत्र भेजकर संदिग्धों (सेना में तैनात) से पूछताछ की है. जांच के लिए दिल्ली से कोई टीम आने के संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है. मामले की जांच एसएचओ कैंट मिलिट्री और पंजाब पुलिस संयुक्त रूप से कर रहे हैं.
मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं: 12 अप्रैल को बठिंडा के एक मिलिट्री स्टेशन में सेना के चार जवानों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और मामले की जांच जारी है. हालांकि सेना और पुलिस विभाग की ओर से संयुक्त जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस इस गोलीबारी में इस्तेमाल हथियार बरामद करने की बात कह रही है और मिलिट्री स्टेशन के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला गया है.
कई पहलुओं से जांच जारी: अब पंजाब पुलिस द्वारा कुछ संदिग्धों की सूची तैयार की गई है, पंजाब पुलिस द्वारा सेना के अधिकारियों को पूछताछ के लिए पत्र लिखा गया है, ताकि सेना की अनुमति से उनसे पूछताछ की जा सके.
कैंट एसएचओ कैंट गुरदीप सिंह ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि सेना और पुलिस विभाग 12 अप्रैल को सैन्य थाने के अंदर हुई गोलीबारी की घटना की लगातार जांच कर रहे हैं. विभिन्न पहलुओं पर काम किया जा रहा है, लेकिन अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. 12 अप्रैल को उनके पास से एक हथियार बरामद हुआ था, जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.
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सो रहे जवानों पर फायरिंग: पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार सुबह हुई फायरिंग में सेना के चार जवान शहीद हो गए. सेना के अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी तड़के चार बजकर 35 मिनट पर हुई. पुलिस और सेना की टीमें संयुक्त रूप से हत्याकांड की जांच कर रही हैं. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि जवानों को इंसास राइफल से गोली मारी गई है. पुलिस ने मौके से 19 खाली खोखे बरामद किए हैं. दोनों शूटर सफेद कुर्ता-पजामा पहनकर आए थे और मुंह ढका हुआ था.