चंडीगढ़ : पंजाब स्वास्थ्य विभाग ने स्कूलों के लिए कोरोना संक्रमण को लेकर एहतियात के तौर पर नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इनके तहत संक्रमण के दो से अधिक केस मिलने पर स्कूलों को 14 दिन के लिए बंद कर दिया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने सिविल सर्जनों को स्कूलों पर नजर रखने का निर्देश दिया है.
बता दें कि कोरोना महामारी को देखते हुए पिछले दो सालों से स्कूल कॉलेज बंद हैं. पहली लहर के बाद स्कूल खुले पर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक बार फिर बंद कर दिया गया. धीरे-धीरे हालात सुधरे और एक बार फिर से स्कूल खोलने का एलान किया. पंजाब में भी स्कूल खोल दिए गए हैं. वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने एलान किया है कि अगर स्कूलों में कोरोना संक्रमण के दो केस आते हैं तो 14 दिन के लिए स्कूल को बंद कर दिया जाएगा. यह दिशानिर्देश पंजाब के सभी स्कूलों के लिए लागू होगा.
किस जिले में कितना पॉजिटिविटी रेट
- पंजाब में कुल 22 जिले हैं.
- लुधियाना में कोरोना के 13 मामले हैं, वही पॉजिटिविटी रेट 0.18% है.
- साहिबजादा अजीत सिंह नगर में कोरोना के 8 मामले हैं. वही पॉजिटिविटी रेट सबसे ज्यादा 0.78% है.
- जालंधर में 7 मामले और 0.16% पॉजिटिविटी रेट.
- पटियाला में 6 मामले और 0.38 % पॉजिटिविटी रेट.
- कपूरथला में 5 कोरोना के मामले और 0.38% पॉजिटिविटी रेट है.
- अमृतसर में 4 मामले 0.13 % पॉजिटिविटी रेट है.
- भटिंडा में 4 मामले और 0.37 %पॉजिटिविटी रेट है.
- पठानकोट में 3 मामले और 0.27% पॉजिटिविटी रेट है.
- गुरदासपुर में दो मामले और 0.07% पॉजिटिविटी रेट है.
- फरीदकोट, फिरोजपुर, फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर, संगरूर में 1,1 मामले और क्रमश: 0.14, 0.08, 0.10, 0.05, 0.05 फीसदी पॉजिटिविटी रेट है. बरनाला, फाजिल्का, मानसा, मोगा, मुक्तसर, रोपड़, एसबीएस नगर, तरनतारन में एक भी मामला कोरोना का नहीं है.
- सबसे ज्यादा पॉजिटिविटी रेट मोहाली जिले में है. जो 0.78% है. हालांकि पंजाब के स्कूलों में कहीं भी अभी तक कोई कोरोना का पॉजिटिव मामला सामने नहीं आया है. लेकिन यदि एक या दो मामले सामने आते हैं तो स्कूल एक बार फिर से 14 दिनों के लिए बंद कर दिए जाएंगे.
स्कूलों को रोज देनी होगी कोरोना संक्रमण की सूचना
विभाग ने स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिए हैं कि वह हर दिन की कोरोना संक्रमण संबंधित जानकारी को ई-पंजाब पोर्टल पर अपलोड करेंगे. सरकारी स्कूलों के साथ ही राज्य के अन्य स्कूलों को भी इन निर्देशों का पालन करना होगा. दूसरी लहर के बाद राज्य में अब कोराना वायरस की तीसरी लहर का खतरा बना हुआ है.
एसओपी का सख्ती से हो पालन
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि यह स्कूल प्रशासकों की जिम्मेदारी है कि वे अपने शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों को कोविड-19 से बचाव के उपायों के बारे में जागरूक करें. यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जो छात्र या कर्मचारी कोविड-19 रोगियों के संपर्क में आए हैं, वे 14 दिन तक घर पर रहें. यदि किसी कक्षा में कोविड के एक मामले की पुष्टि होती है तो कक्षा को बंद कर 14 दिन के लिए टीचर और विद्यार्थियों को एकांतवास में भेज दिया जाएगा. अगर स्कूल में कोविड-19 के दो या अधिक मामले पाए जाते हैं तो स्कूल को 14 दिनों तक बंद कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी शहर या कस्बे या ब्लॉक के एक तिहाई स्कूल बंद कर दिए गए तो उस इलाके के सभी स्कूल बंद कर दिए जाएंगे. उन्होंने सभी सिविल सर्जन को एक्सपर्ट कमेटी द्वारा जारी किए गए निर्देशों के मुताबिक स्कूलों में कोविड-19 निगरानी कमेटी बनाने के लिए निर्देश दिए हैं.
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