जालंधर: पूरे पंजाब में हो रही भारी बारिश की वजह से राज्य बाढ़ की चपेट में है. बाढ़ की वजह से 11 जिले प्रभावित हैं, इनमें पांच जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है. वहीं लोहियां के गांव गिदड़पिंडी में बुजुर्ग सोहन सिंह की मौत हो जाने के बाद उसका श्मशान घाट पर पानी भरा होने के कारण उसका अंतिम संस्कार सड़क के किनारे कर दिया गया. बताया जाता है कि बुजुर्ग की मौत हो जाने के बाद परिवार के लोगों ने गिदड़पिंडी फिरोजपुर रोड पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.
वहीं परिवार के लोगों ने प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि न तो प्रशासन के पास कोई इंतजाम है और न ही कोई आपातकालीन नंबर पर कॉल किए जाने की सुविधा है. उन्होंने सरकार पर लोगों को झूठा दावा करने का आरोप लगाया.
परिजनों ने कहा कि 85 वर्षीय सोहन सिंह पिछले कुछ दिनों से बीमार थे. गांव में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. इसीबीच उनकी तबीयत पूरी तरह से बिगड़ गई. इस पर मोबाइल नेटवर्क और किसी से संपर्क नहीं हो पाने की वजह से वे उनको अस्पताल नहीं पहुंचा सके. फलस्वरूप सोहन सिंह का निधन हो गया. बता दें कि 2019 में आई बाढ़ के समय भी जालंधर और कपूरथला के कुछ गांव प्रभावित हुए थे. वहीं, इस बार भी ये इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. इसमें जालंधर के अलावा कपूरथला, रूपनगर, पटियाला और संगरूर जिले सबसे अधिक बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. वहीं जालंधर में गिदड़पिंडी के पास सतलुज नदी में दरार के कारण जालंधर का शाहकोट उपमंडल और कपूरथला जिले का सुल्तानपुर लोधी उपमंडल बाढ़ से इन दिनों प्रभावित है.
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