चंडीगढ़: पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 (Punjab Assembly Election 2022) से ठीक पहले सीएम चरणजीत सिंह चन्नी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सीएम चन्नी के भतीजे भूपेंद्र सिंह हनी (bhupinder singh honey) को सैंड माइनिंग मामले (Sand Mining Case) में गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने कल हनी को पूछताछ के लिए बुलाया था. उसे जालंधर में जज मनजिन्दर सिंह की अदालत में पेश किया गया. अदालत ने ईडी को आठ फरवरी तक का रिमांड दिया है.
पिछले दिनों अवैध रेत खनन को लेकर ईडी की टीम ने पंजाब में जो छापेमारी की थी, उसमें 10 करोड़ रुपए से ज्यादा नकदी, 21 लाख का सोना और 12 लाख रुपए की रोलेक्स की घड़ी बरामद हुई थी. इसके साथ कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए थे. बताया जा रहा है कि इस बरामदगी में सबसे ज्यादा नकदी भूपेंद्र सिंह हनी के ठिकाने से मिली थी. ये रकम लगभग सात से आठ करोड़ रुपए है.
क्यों घिरे भूपेंद्र सिंह हनी?
ईडी सूत्रों के मुताबिक, छापेमारी के दौरान उपेंद्र सिंह उर्फ हनी अपने मोहाली वाले घर पर मौजूद थे. ईडी के जांच अधिकारियों ने उनसे उनके यहां बरामद करोड़ों रुपए की बाबत पूछताछ की तो ना तो वह कोई बैंक की पर्ची ही खुद दिखा पाए और ना ही यह बता पाए यह पैसा किसका है या कहां से आया है. ईडी ने इस मामले में हनी समेत उनके कंपनी के दो और निदेशकों से पूछताछ की थी.
ईडी को कंपनी के जरिए काले धन को सफेद करने का शक
ईडी सूत्रों के मुताबिक, अवैध रेत खनन मामले में मुख्य आरोपी कुदरतदीप सिंह और भूपिंदर सिंह हनी एक अन्य व्यक्ति संदीप के साथ प्रोवाइडर्स ओवरसीज कंपनी में निदेशक हैं. ये कंपनी उसी साल 25 अक्टूबर 2018 में बनी थी, जब अवैध खनन मामले में पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी. इस कंपनी में मात्र 60 हजार रुपये का पैडअप कैपिटल था और कुल अधिकृत धनराशि 5 लाख रुपये थी. ईडी को शक है कि इस कंपनी के जरिए भी काले धन को सफेद किया गया है. ईडी ने इस कंपनी से संबंधित सभी दस्तावेज हनी को पेश करने को भी कहा था. पंजाब में 20 फरवरी को 117 सीटों पर वोटिंग है. ऐसे में विपक्ष अब इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर और तेज वार करेगा.
चुनाव से पहले भाजपा की नौटंकी शुरू हो गई : सुरजेवाला
ईडी की कार्रवाई के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ' पंजाब मे चुनाव से पहले भाजपा की राजनीतिक नौटंकी शुरू हो गई है. बीजेपी का इलेक्शन डिपार्टमेंट जिसे ईडी कहते हैं मैदान में उतर आया है. पंजाब और पंजाबियों को किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए हमला बोला जा रहा है. फर्जी रेड और फर्जी गिरफ्तारियों से मोदीजी अपनी झेप मिटा रहे हैं.'
सुरजेवाला ने कहा कि 'ये हमला पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी पर नहीं बल्कि हर उस पंजाबी पर है, जिसने किसान आंदोलन में साथ दिया था. छह साल पुराने केस में चन्नी के रिश्तेदार को उलझाया जा रहा है. ये चुनाव भटकाने का तरीका है.' मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि यदि सीएम चन्नी के रिश्तेदार के घर से पैसे मिलते हैं तो यह चन्नी का पैसा नहीं है. वहीं, सिद्धू ने अमृतसर में कहा कि 'रेत माफिया को ख़त्म करना होगा.' उन्होंने कहा कि वह 18 सालों से रेत माफिया के ख़िलाफ़ जंग लड़ रहे हैं और इस बार उस जंग को जीतने का समय है. सिद्धू ने कहा कि जैसे तेलंगाना रेत की कमाई करके आगे बढ़ा है, पंजाब भी आगे बढ़ सकता है लेकिन इसके लिए माफिया को ख़त्म करना होगा और उनको अपनी, जेबों में से पैसा निकाल कर पंजाब के खजाने में भरना पड़ेगा. उन्होंने बिक्रम सिंह मजीठिया को घेरते हुए कहा कि वह 'सबसे बड़ा रेत चोर' और 'सबसे बड़ा माफिया' है.
पढ़ें: Sand Mining Case: ईडी की छापेमारी, सीएम चन्नी के रिश्तेदार के ठिकाने से नकदी जब्त