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किसान संगठनों पर आतंकी साया ! कैप्टन अमरिंदर ने पीएम मोदी को लिखा पत्र - amarinder pm modi terror threat

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आंदोलनकारियों के साथ तुरंत बातचीत फिर से शुरू करने का आग्रह किया है. उन्होंने कुछ किसान नेताओं को निशाना (terror threat to kisan leaders) बनाने के लिए खालिस्तानी संगठनों की योजनाओं का हवाला दिया है.

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Published : Jul 16, 2021, 6:36 PM IST

Updated : Jul 16, 2021, 9:39 PM IST

चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह आंदोलनकारी किसानों के साथ तुरंत वार्ता बहाल करें. मुख्यमंत्री ने उन्हें एक पत्र भेजा जिसमें राज्य विधानसभा चुनाव से पहले आईएसआई समर्थित समूहों की तरफ से 'सीमा पार खतरे' का जिक्र किया गया है.

उन्होंने आईएसआई समर्थित समूहों द्वारा सीमा पार से बढ़ते खतरे और ड्रोन और अन्य आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि का हवाला देते हुए पीएम मोदी से अपील की है कि वे किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास करें.

सरकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक सिंह ने वार्ता के लिए पंजाब के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के प्रधानमंत्री से मिलने का प्रस्ताव दिया ताकि किसानों के प्रदर्शन का स्थायी एवं सौहार्दपूर्ण सामाधान निकल सके.

उन्होंने कहा कि आंदोलन कारण 'राज्य के सामाजिक ताने-बाने को खतरे के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर भी प्रभाव पड़ रहा है.'

प्रदर्शनकारी किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं.

मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने 'सीमा पार से बढ़े खतरे और आईएसआई समर्थित समूहों द्वारा ड्रोन एवं अन्य आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी का हवाला दिया जिसमें कुछ किसान नेताओं को खालिस्तानी संगठनों द्वारा निशाना बनाने की योजना भी शामिल है.'

उन्होंने चेतावनी दी कि सीमा पार की शक्तियां 'पंजाब के हमारे किसानों के सम्मान एवं भावनाओं से खिलवाड़ कर सकती हैं.'

सिंह ने कहा, 'वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन मुझे भय है कि भड़काऊ बयान, कुछ राजनीतिक दलों के आचरण और भावनात्मक दोहन से कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है और इससे राज्य में कड़ी मेहनत से कायम की गई शांति पर विपरीत असर हो सकता है.'

उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि किसानों की वास्तविक चिंताओं का समाधान किया जाए.

बयान में पंजाब में कृषि कानूनों को लेकर 'बढ़ते आक्रोश' का जिक्र किया गया है.

इसमें भारत-पाक सीमा के पांच - छह किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में बढ़ती ड्रोन गतिविधियों का भी जिक्र है और 'पाकिस्तान द्वारा भारत में हथियारों और हेरोइन की खेप की आपूर्ति' की बात कही गई.

बयान में कहा गया है कि खुफिया रिपोर्ट में भी जिक्र है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बाकी हैं और 'आईएसआई के नेतृत्व वाले खालिस्तानी एवं कश्मीरी आतंकवादी संगठन राज्य में निकट भविष्य में आतंकवादी गतिविधियों की योजनाएं बना रहे हैं.'

चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह आंदोलनकारी किसानों के साथ तुरंत वार्ता बहाल करें. मुख्यमंत्री ने उन्हें एक पत्र भेजा जिसमें राज्य विधानसभा चुनाव से पहले आईएसआई समर्थित समूहों की तरफ से 'सीमा पार खतरे' का जिक्र किया गया है.

उन्होंने आईएसआई समर्थित समूहों द्वारा सीमा पार से बढ़ते खतरे और ड्रोन और अन्य आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि का हवाला देते हुए पीएम मोदी से अपील की है कि वे किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए सामूहिक प्रयास करें.

सरकार की तरफ से जारी बयान के मुताबिक सिंह ने वार्ता के लिए पंजाब के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के प्रधानमंत्री से मिलने का प्रस्ताव दिया ताकि किसानों के प्रदर्शन का स्थायी एवं सौहार्दपूर्ण सामाधान निकल सके.

उन्होंने कहा कि आंदोलन कारण 'राज्य के सामाजिक ताने-बाने को खतरे के साथ ही आर्थिक गतिविधियों पर भी प्रभाव पड़ रहा है.'

प्रदर्शनकारी किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर धरना दे रहे हैं.

मोदी को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने 'सीमा पार से बढ़े खतरे और आईएसआई समर्थित समूहों द्वारा ड्रोन एवं अन्य आतंकवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी का हवाला दिया जिसमें कुछ किसान नेताओं को खालिस्तानी संगठनों द्वारा निशाना बनाने की योजना भी शामिल है.'

उन्होंने चेतावनी दी कि सीमा पार की शक्तियां 'पंजाब के हमारे किसानों के सम्मान एवं भावनाओं से खिलवाड़ कर सकती हैं.'

सिंह ने कहा, 'वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन मुझे भय है कि भड़काऊ बयान, कुछ राजनीतिक दलों के आचरण और भावनात्मक दोहन से कानून-व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है और इससे राज्य में कड़ी मेहनत से कायम की गई शांति पर विपरीत असर हो सकता है.'

उन्होंने केंद्र सरकार से कहा कि किसानों की वास्तविक चिंताओं का समाधान किया जाए.

बयान में पंजाब में कृषि कानूनों को लेकर 'बढ़ते आक्रोश' का जिक्र किया गया है.

इसमें भारत-पाक सीमा के पांच - छह किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों में बढ़ती ड्रोन गतिविधियों का भी जिक्र है और 'पाकिस्तान द्वारा भारत में हथियारों और हेरोइन की खेप की आपूर्ति' की बात कही गई.

बयान में कहा गया है कि खुफिया रिपोर्ट में भी जिक्र है कि पंजाब में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने बाकी हैं और 'आईएसआई के नेतृत्व वाले खालिस्तानी एवं कश्मीरी आतंकवादी संगठन राज्य में निकट भविष्य में आतंकवादी गतिविधियों की योजनाएं बना रहे हैं.'

Last Updated : Jul 16, 2021, 9:39 PM IST
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