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Punjab Assembly : पंजाब की कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस का स्थगन प्रस्ताव नामंजूर, अमृतपाल के खिलाफ NSA गलत: शिअद

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Published : Mar 22, 2023, 6:02 PM IST

पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में अलगाववादी अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए लगाने की शिअद के द्वारा आलोचना किए जाने के बाद जमकर हंगामा हुआ. वहीं कांग्रेस के कानून व्यवस्था को लेकर स्थगन प्रस्ताव को विधानसभा अध्यक्ष ने नामंजूर कर दिया. पढ़िए पूरी खबर...

Punjab Assembly
पंजाब विधानसभा

चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में, कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी विधायकों के आसन के समक्ष आ जाने और अलगाववादी अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्र सुरक्षा कानून (NSA) लगाए जाने की शिअद द्वारा आलोचना किए जाने के कारण बुधवार को खूब हंगामा हुआ. विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष के नेता व कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अध्यक्ष से उनकी पार्टी द्वारा कानून-व्यवस्था पर लाए गए स्थगन प्रस्ताव के बारे में पूछा.

विधानसभा अध्यक्ष कुल्तार सिंह संधवान ने बताया कि प्रस्ताव नामंजूर कर दिया गया है. इस पर विरोध जताते हुए कांग्रेस के विधायक और आसन के समक्ष पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. बाद में शून्यकाल के दौरान, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि राज्य में 'आतंक का माहौल' बना दिया गया है. वह अलगाववादी अमृतपाल सिंह और उसके गुट 'वारिस पंजाब दे' के सदस्यों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के संदर्भ में बोल रहे थे.

गौरतलब है कि शनिवार को पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल और उसके गुट के सदस्यों के खिलाफ चलाए गए विस्तृत अभियान के बाद से अलगाववादी फरार है जबकि उसके कुछ सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पंजाब पुलिस की एक टीम बुधवार को अमृतसर में स्थित अमृतपाल सिंह के पैतृक गांव जल्लुपुर खेड़ा गयी, और उसके परिवार के सदस्यों से मिली. सदन के भीतर कांग्रेस नेता बाजवा ने कानून-व्यवस्था पर पार्टी के स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर किए जाने को गलत बताया.

बाजवा ने अध्यक्ष से कांग्रेस सदस्यों को इस मुद्दे पर बोलने के लिए कुछ समय देने का अनुरोध किया, जिसपर अध्यक्ष ने जवाब दिया, 'मैं आपसे कहना चाहता हूं कि प्रश्नकाल महत्वपूर्ण है... पंजाब की जनता यह बर्दाश्त नहीं करेगी. जनता आपको देख रही है.' अमृतपाल सिंह के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास करते हुए शिअद विधायक अयाली ने आरोप लगाया कि सिख युवाओं को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'जो एनएसए लगाया गया है, मैं समझता हूं कि वह पूरी तरह गलत है.'

उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति फिर चाहे वह अमृतपाल सिंह हो या कोई और, जिसने गलती की है, उसके खिलाफ कानून के दायरे में रहते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए. राज्य सरकार ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को बताया था कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए लगाया गया है. अयाली ने पुलिस कार्रवाई के मद्देनजर राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित करने की भी आलोचना की.

पंजाब सरकार ने मंगलवार को मोबाइल इंटरनेट और एसएसएम सेवा पर लगे निलंबन को तरन तारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, अमृतसर के अजनाला और मोहाला के कुछ इलाकों में गुरुवार दोपहर तक के लिए बढ़ा दिया. हालांकि राज्य के बाकी हिस्सों से निलंबन मंगलवार दोपहर को ही समाप्त हो गया था. शिअद विधायक ने कहा कि देश विदेश में रहने वाले सिख पंजाब के मौजूदा हालात को लेकर चिंतित हैं.

पुलिस कार्रवाई का परोक्ष संदर्भ देते हुए अयाली ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के युवाओं सहित कई निर्दोष सिख युवाओं को पिछले कुछ दिनों में पकड़ा गया है. उन्होंने निर्दोष सिखों को रिहा करने की मांग की. भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष व विधायक अश्वनी शर्मा ने शिअद विधायक अयाली द्वारा सिख शब्द के उपयोग पर आपत्ति करते हुए कहा कि सिख एक बहादुर कौम है. हालांकि, उन्होंने कहा कि निर्दोषों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.

अमृतपाल सिंह की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा कि अलगाववादी नेता ने कहा था कि वह भारत का निवासी नहीं है और वह देश के संविधान और कानून में विश्वास नहीं रखता है. अमृतपाल के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के संदर्भ में पठानकोट से भाजपा विधायक ने इस संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी. उन्होंने कहा कि सरकार जो भी कार्रवाई कर रही है वह कठोर होनी चाहिए.

ये भी पढ़ें - Punjab Amritpal Singh Case : भगोड़े अमृतपाल सिंह के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर, गैर जमानती वारंट जारी

(पीटीआई-भाषा)

चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में, कानून-व्यवस्था पर कांग्रेस के स्थगन प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिलने के बाद पार्टी विधायकों के आसन के समक्ष आ जाने और अलगाववादी अमृतपाल सिंह के खिलाफ राष्ट्र सुरक्षा कानून (NSA) लगाए जाने की शिअद द्वारा आलोचना किए जाने के कारण बुधवार को खूब हंगामा हुआ. विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्ष के नेता व कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अध्यक्ष से उनकी पार्टी द्वारा कानून-व्यवस्था पर लाए गए स्थगन प्रस्ताव के बारे में पूछा.

विधानसभा अध्यक्ष कुल्तार सिंह संधवान ने बताया कि प्रस्ताव नामंजूर कर दिया गया है. इस पर विरोध जताते हुए कांग्रेस के विधायक और आसन के समक्ष पहुंचकर नारेबाजी करने लगे. बाद में शून्यकाल के दौरान, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के विधायक मनप्रीत सिंह अयाली ने कहा कि राज्य में 'आतंक का माहौल' बना दिया गया है. वह अलगाववादी अमृतपाल सिंह और उसके गुट 'वारिस पंजाब दे' के सदस्यों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के संदर्भ में बोल रहे थे.

गौरतलब है कि शनिवार को पंजाब पुलिस द्वारा अमृतपाल और उसके गुट के सदस्यों के खिलाफ चलाए गए विस्तृत अभियान के बाद से अलगाववादी फरार है जबकि उसके कुछ सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पंजाब पुलिस की एक टीम बुधवार को अमृतसर में स्थित अमृतपाल सिंह के पैतृक गांव जल्लुपुर खेड़ा गयी, और उसके परिवार के सदस्यों से मिली. सदन के भीतर कांग्रेस नेता बाजवा ने कानून-व्यवस्था पर पार्टी के स्थगन प्रस्ताव को नामंजूर किए जाने को गलत बताया.

बाजवा ने अध्यक्ष से कांग्रेस सदस्यों को इस मुद्दे पर बोलने के लिए कुछ समय देने का अनुरोध किया, जिसपर अध्यक्ष ने जवाब दिया, 'मैं आपसे कहना चाहता हूं कि प्रश्नकाल महत्वपूर्ण है... पंजाब की जनता यह बर्दाश्त नहीं करेगी. जनता आपको देख रही है.' अमृतपाल सिंह के मुद्दे पर सरकार को घेरने का प्रयास करते हुए शिअद विधायक अयाली ने आरोप लगाया कि सिख युवाओं को फर्जी मामलों में फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'जो एनएसए लगाया गया है, मैं समझता हूं कि वह पूरी तरह गलत है.'

उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति फिर चाहे वह अमृतपाल सिंह हो या कोई और, जिसने गलती की है, उसके खिलाफ कानून के दायरे में रहते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए. राज्य सरकार ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय को बताया था कि अमृतपाल सिंह के खिलाफ एनएसए लगाया गया है. अयाली ने पुलिस कार्रवाई के मद्देनजर राज्य में मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित करने की भी आलोचना की.

पंजाब सरकार ने मंगलवार को मोबाइल इंटरनेट और एसएसएम सेवा पर लगे निलंबन को तरन तारन, फिरोजपुर, मोगा, संगरूर, अमृतसर के अजनाला और मोहाला के कुछ इलाकों में गुरुवार दोपहर तक के लिए बढ़ा दिया. हालांकि राज्य के बाकी हिस्सों से निलंबन मंगलवार दोपहर को ही समाप्त हो गया था. शिअद विधायक ने कहा कि देश विदेश में रहने वाले सिख पंजाब के मौजूदा हालात को लेकर चिंतित हैं.

पुलिस कार्रवाई का परोक्ष संदर्भ देते हुए अयाली ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के युवाओं सहित कई निर्दोष सिख युवाओं को पिछले कुछ दिनों में पकड़ा गया है. उन्होंने निर्दोष सिखों को रिहा करने की मांग की. भारतीय जनता पार्टी की पंजाब इकाई के अध्यक्ष व विधायक अश्वनी शर्मा ने शिअद विधायक अयाली द्वारा सिख शब्द के उपयोग पर आपत्ति करते हुए कहा कि सिख एक बहादुर कौम है. हालांकि, उन्होंने कहा कि निर्दोषों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.

अमृतपाल सिंह की आलोचना करते हुए शर्मा ने कहा कि अलगाववादी नेता ने कहा था कि वह भारत का निवासी नहीं है और वह देश के संविधान और कानून में विश्वास नहीं रखता है. अमृतपाल के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के संदर्भ में पठानकोट से भाजपा विधायक ने इस संबंध में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों पर कार्रवाई रिपोर्ट मांगी. उन्होंने कहा कि सरकार जो भी कार्रवाई कर रही है वह कठोर होनी चाहिए.

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(पीटीआई-भाषा)

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