हैदराबाद: पुडुचेरी विधानसभा चुनाव के लिए 6 अप्रैल को मतदान होगा. पुडुचेरी केंद्र शासित प्रदेश है, जिसकी एक विधानसभा है. दिल्ली की तरह की यहां भी एक चुनाव हुआ मुख्यमंत्री और एक मनोनीत उपराज्यपाल होते हैं. पुडुचेरी विधानसभा की 30 सीटें हैं जिनके लिए 6 अप्रैल को वोटिंग होनी है, यहां बहुमत का आंकड़ा 16 है.
2016 में कांग्रेस जीती पर वक्त से पहले सीएम का इस्तीफ
पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 30 में से 15 सीटें जीतीं थी. एआईएडीएमके को 4, ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस को 8, डीएमके को 2 सीटें मिली थी जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली थी. पिछले चुनाव में बीजेपी के हाथ कुछ भी नहीं लगा था
इस तरह साल 2016 में कांग्रेस डीएमके गठबंधन ने पुडुचेरी में सरकार बनाई थी और वी नारायण सामी पुडुचेरी के 10वें मुख्यमंत्री बने थे. लेकिन 22 फरवरी को नारायणसामी ने फ्लोर टेस्ट से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
6 अप्रैल को होगा मतदान
पुडुचेरी की कुल 30 विधानसभा सीटों में से 5 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. यहां कुल 10,03,681 मतदाता हैं. जिनमें से 4,72,736 पुरुष और 5,30,828 महिला मतदाता हैं. इसके अलावा 117 थर्ड जेंडर मतदाता भी हैं. यहां कुल मतदाताओं से लेकर हर विधानसभा क्षेत्र में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है.
कुल 30 सीटों पर इस बार 324 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. इनमें से 36 उम्मीदवार राष्ट्रीय और 64 उम्मीदवार क्षेत्रीय दलों से हैं. जबकि 108 उम्मीदवार पंजीकृत गैर मान्यता प्राप्त पार्टी से हैं. पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में 116 निर्दलीय उम्मीदवार भी ताल ठोक रहे हैं.
इस बार कुल 20 राजनीतिक दल के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. सबसे ज्यादा एनटीके पार्टी ने 28 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं. वहीं डीएमडीके के 26, एएमएमके पार्टी के 25, एमएनएम के 22, आईजेके पार्टी के 21, ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के 16, कांग्रेस के 14, डीएमके के 13, बीएसपी के 11, बीजेपी के 9, एआईएडीएमके के 4 और अन्य दलों के कुल 18 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं.
इस बार 36 महिला उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं जो 2016 में हुए विधानसभा चुनाव से ज्यादा है. पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 26 महिलाएं चुनाव मैदान में थी.
चुनाव में दागी उम्मीदवार
पुडुचेरी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की तरफ से दिए गए ब्यौरे के मुताबिक 54 प्रत्याशियों पर आपराधिक और 28 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से बड़े राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की बात करें तो एआईएडीएमके पार्टी के तीन, बीजेपी के 5, डीएमके के 7, कांग्रेस के 4 प्रत्याशियों के अलावा 5 अन्य दलों के प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
जबकि इन्हीं दलों में गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवार भी हैं. एआईडीएमके के 2, डीएमके के 5, बीजेपी और कांग्रेस के 2-2 और अन्य दो दलों के कुल 3 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
करोड़पति उम्मीदवार
पुडुचेरी चुनाव में कुल 324 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं उनमें से 74 उम्मीदवार करोड़पति हैं. जबकि पिछले विधानसभा में कुल 343 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे जिनमें से 96 उम्मीदवार करोड़पति थे. इस हिसाब से इस बार कुल उम्मीदवारों के 23 फीसदी प्रत्याशी करोड़पति हैं जबकि पिछले विधानसभा चुनाव में ये आंकड़ा 28 फीसदी था.
पार्टी वार करोड़पति उम्मीदवारों की बात करें तो सबसे ज्यादा 13 उम्मीदवार ऑल इंडिया एन आर कांग्रेस के हैं जबकि कांग्रेस के 12, डीएमके के 9, बीजेपी के 8, एआईएडीएमके के 4, जेडीयू के 2, कमल हासन की पार्टी एमएनएम के 3, एएमएमके पार्टी के 3, एनटीके के 1 उम्मीदवार करोड़पति हैं. वहीं इस बार चुनाव लड़ रहे 19 निर्दलीय प्रत्याशी भी करोड़पति हैं.
पुडुचेरी विधानसभा चुनाव लड़ रहे 35 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी संपत्ति 5 करोड़ या उससे अधिक है. जबकि 25 उम्मीदवारों की संपत्ति 2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच है. 50 लाख रुपये से 2 करोड़ तक की संपत्ति वाले उम्मीदवारों की संख्या 39 है. जबकि 10 लाख से 50 लाख की संपत्ति वाले 68 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है. बाकी बचे हुए 156 उम्मीदवारों की संपत्ति 10 लाख रुपये के नीचे है
कितने पढ़े लिखे हैं उम्मीदवार
प्रत्याशियों के दिए ब्यौरे के अनुसार 162 प्रत्याशी 5वीं से 12वीं तक पढ़े हैं. जबकि 133 प्रत्याशियों की शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएट या उससे अधिक है. 18 प्रत्याशी डिप्लोमा होल्डर हैं जबकि 6 उम्मीदवार अशिक्षित और 4 सिर्फ शिक्षित हैं.
कुल प्रत्याशियों में से 17 उम्मीदवार सिर्फ 5वीं पास हैं जबकि 39 प्रत्याशी 8वीं पास हैं. 10वीं पास 68 और 12वीं पास 38 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. 47 ग्रेजुएट, 39 ग्रेजुएट प्रोफेशनल, 45 पोस्ट ग्रेजुएट, 2 डॉक्ट्रेट और 18 डिप्लोमा होल्डर भी चुनाव लड़ रहे हैं.
प्रत्याशियों की उम्र
पुडुचेरी चुनाव में इस बार 23 युवा प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं जिनकी उम्र 25 से 30 साल है. वहीं 31 से 40 साल के 86 प्रत्याशी, 41 से 50 साल के 104 प्रत्याशी, 51-60 साल के 71 प्रत्याशी, 61-70 साल के 34 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इस बार 5 बुजुर्ग उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में हैं जिनकी उम्र 71 से 80 साल के बीच है.