नई दिल्ली: दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में गुरुवार को छात्रों ने हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसको देखते हुए कैंपस में पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए. पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्रों को कैंपस के बाहर नहीं निकलने दिया. प्रदर्शन को लेकर कैंपस के बाहर कुछ देर तक जाम लगा रहा. इस दौरान छात्रों ने आरएसएस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए.
मार्च फॉर मेवात निकालना चाहते थे स्टूडेंट्सः बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र संगठन जामिया के गेट नंबर 7 से मार्च फॉर मेवात निकालना चाहते थे. दोपहर एक बजे जामिया से हरियाणा भवन तक जाना था, लेकिन इस मार्च की पुलिस ने अनुमति नहीं दी. इससे आक्रोशित छात्रों ने कैंपस में करीब आधा घंटा तक प्रदर्शन किया. इस दौरान दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ के जवान मौके पर मौजूद थे.
आरएसएस के नाम लगे नारेः जामिया के परिसर में मौजूद छात्र संघटन एनएसयूआई, एसएफआई और आइसा सहित अन्य छात्र संघटन ने विरोध जताया. इस दौरान आरएसएस के खिलाफ नारे भी लगाए गए. आरएसएस मुर्दाबाद, आरएसएस तेरी कब्र खुदेगी जैसे नारों से जामिया का कैंपस गूंजता रहा. हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम में जामिया प्रशासन की तरह से कोई बयान नहीं आया है.
क्या है छात्रों की मांगः जामिया में प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि नूंह में जो हिंसा हुई, उसमें कई ऐसे लोग हैं जिनके घर पर हरियाणा सरकार ने बुलडोजर चला दिया. छात्रों की मांग है कि उनके घर को नया कर बनाया जाए. साथ ही जिनके खिलाफ गलत तरीके से एफआईआर दर्ज की गई है, उसे वापस लिया जाए.