भरतपुर. सैनी आरक्षण आंदोलन 8 दिन बाद भी शांत होता नजर नहीं आ रहा है. आंदोलन स्थल पर आंदोलनकारी मोहन सैनी की आत्महत्या के बाद अब एक और आंदोलनकारी ने पेट्रोल पी लिया. तबीयत खराब होने पर आंदोलनकारी को आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आंदोलनकारी ने चेतावनी दी है कि शहीद होना है मुझको. इस घटना से एक बार फिर आंदोलन स्थल के हालात बदल गए हैं. वहीं समाज के प्रतिनिधिमंडल और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच सीकर में शुक्रवार को होने वाली वार्ता रद्द हो गई है.
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आंदोलन स्थल के हालात फिर बदलेः संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी डीके कुशवाहा ने बताया कि शुक्रवार शाम को आंदोलन स्थल पर उच्चैन के गांव नगला तोती निवासी ओमप्रकाश कुशवाहा नामक व्यक्ति ने पेट्रोल पी लिया था. तबीयत खराब होने पर आंदोलनकारी को आरबीएम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. पेट्रोल पीने वाले आंदोलनकारी ओमप्रकाश कुशवाहा का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें वह कहता हुआ नजर आ रहा है कि आरक्षण नहीं मिला है, इसलिए शहीद होना है मुझको. आरक्षण नहीं मिला इसीलिए पेट्रोल पिया है. अपने भाइयों के लिए शहीद होना है मुझको. इस घटना के बाद आंदोलन स्थल पर हालात फिर से बदलते नजर आ रहे हैं.
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मोहन सैनी का अभी तक नहीं हुआ पोस्टमॉर्टमः दूसरी ओर शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वार्ता करने के लिए 5 सदस्यीय दल सीकर भी रवाना होने वाला था, लेकिन अचानक वार्ता का कार्यक्रम रद्द हो गया. खबर लिखे जाने तक समाज का एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर आलोक रंजन से भी वार्ता कर रहा था. सैनी समाज ने मृतक मोहन सैनी के अंतिम संस्कार पर भी सहमति जता दी थी. हालांकि देर शाम तक मृतक मोहन सैनी का पोस्टमार्टम नहीं हो सका. बीते करीब 3 दिन से मोहन सैनी का शव आरबीएम जिला अस्पताल की मॉर्चरी में रखा हुआ है. गौरतलब है कि सैनी समाज आरक्षण संघर्ष समिति की ओर से 12% आरक्षण समेत अन्य मांगों को लेकर 21 अप्रैल से लगातार जयपुर-आगरा हाईवे पर अरोदा के पास चक्का जाम कर आंदोलन किया जा रहा है.