अहमदाबाद : गुजरात में ट्रैफिक ब्रिगेड (टीआरबी) की सेवाएं समाप्त करने का फैसला किया है. इस बारे में डीजीपी ने टीआरबी में 10 साल, 5 साल और 3 साल से सेवा दे रहे टीआरबी जवानों को मुक्त करने का आदेश दिया है. इस आदेश के बाद से राज्य में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी क्रम में टीआरबी जवानों ने छात्र नेता युवराज सिंह के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय में सरकार के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराई.
बता दें कि राज्य सरकार के इस फैसले से 6 हजार से ज्यादा टीआरबी जवान प्रभावित हैं. वहीं छात्र नेता युवराज सिंह ने कहा कि अगर सर्कुलर वापस नहीं लिया गया को जल्द ही आंदोलन शुरू किया जाएगा. फिलहाल टीआरबी जवानों की सेवा समाप्त किए जाने से जवानों में आक्रोश है. इसी कड़ी में अहमदाबाद कलेक्टर कार्यालय के बाहर टीआरबी जवानों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में मौजूद टीआरबी जवानों ने सरकार से सर्कुलर वापस लेने की मांग की.
बता दें कि इससे पहले गुजरात पुलिस ने गाड़ी में शराब की बोतल ले जाने की अनुमति देने के बदले में दिल्ली के एक व्यवसायी से कथित तौर पर 20 हजार रुपये रिश्वत लेने के मामले में अपने तीन कर्मियों को निलंबित कर दिया है और ट्रैफिक ब्रिगेड (टीआरबी) के सात कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी. इस संबंध में पुलिस उपायुक्त (यातायात-पूर्व) सफीन हसन ने कहा था कि यह कार्रवाई व्यवसायी कनव मनचंदा द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो के बाद की गई. साथ ही उन्होंने कहा कि क्रिकेट विश्व कप का अंतिम मैच देखने के लिए दिल्ली से यहां अपनी गाड़ी से आए मनचंदा ने इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई. हालांकि पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेते हुए कथित तौर पर इस मामले में शामिल 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की है.
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