रांचीः बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए केंद्र सरकार ने अग्निपथ भर्ती योजना का ऐलान किया है. वहीं अभ्यर्थी और छात्र वर्ग इसके विरोध में सड़क पर उतर गए हैं. बिहार, राजस्थान समेत झारखंड में भी केंद्र सरकार की इस योजना का विरोध शुरू हो चुका है. रांची के आर्मी बहाली कार्यालय के साथ-साथ रेलवे स्टेशनों के बाहर भी प्रदर्शन हुआ है.
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गौरतलब है कि बिहार, राजस्थान के अलावा देश के अन्य हिस्सों में अग्निपथ योजना को लेकर लगातार विरोध किया जा रहा है. विद्यार्थियों का आरोप है कि 2 साल पहले ही मेडिकल और फिजिकल परीक्षा पास कर ली थी. लेकिन अब तक लिखित परीक्षा नहीं हुए है. ऐसे में सरकार ने 4 साल वाली स्कीम निकालकर जले पर नमक छिड़का है. नौकरी के लिए उनकी उम्र गुजर रही है और सेना में भर्तियां रोक दी गई हैं.
विद्यार्थियों का कहना है कि केंद्र सरकार की योजना में ही गड़बड़ी है. सिर्फ 4 साल बाद रिटायरमेंट दे दी जाएगी. आगे फिर ये ट्रेंड जवान आखिर करेंगे तो क्या करेंगे. इसकी कोई योजना नहीं है. 18 से 22 साल के 75% युवा 22 से 26 साल की उम्र में बेरोजगार हो जाएंगे. सरकार के 4 साल पूरे होने पर 25 फ़ीसदी अग्निवीरों स्थाई कैडर में भर्ती कर लिया जाएगा. लेकिन 10वीं या 12वीं पास कर अग्निवीर बनने वाले 75 फीसदी युवाओं का क्या होगा, इसे लेकर केंद्र की कोई स्पष्ट नीति नहीं है.
इस मामले को लेकर लगातार कई प्रदेशों में विरोध हो रहा है. झारखंड के अभ्यर्थी और छात्र वर्ग भी इसके विरोध में सड़कों पर हैं. अभ्यर्थियों ने सेना बहाली ऑफिस के समक्ष एकजुट होकर अग्निपथ योजना का विरोध किया है. बताते चलें कि इस दौरान काफी देर तक सड़क भी जाम रहा. पुलिस प्रशासन को अभ्यर्थियों को सड़क से हटाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. हल्का बल भी प्रशासन को इस दौरान करना पड़ा है. बताते चलें कि आज कई जिलों के अभ्यर्थी रांची पहुंचे थे और मेन रोड के ओवर ब्रिज के समीप स्थित आर्मी बहाली कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया. मौके पर सड़क को भी जाम कर दिया गया था. इन अभ्यर्थियों का कहना था कि पहले से चल रहे बहाली प्रक्रिया को पहले पूरा किया जाए. क्योंकि एक लंबे समय से ही अभ्यर्थी आर्मी में बहाली के लिए तैयारियों में जुटे हैं.