नई दिल्ली : कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने एक आरटीआई अर्जी के जवाब में कहा है कि केंद्रीय सतर्कता आयुक्त (सीवीसी) और सतर्कता आयुक्त के खिलाफ शिकायतों के निपटारे के लिए दिशानिर्देश तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. विभाग ने कहा कि वर्तमान में, सीवीसी और सतर्कता आयुक्त के खिलाफ भ्रष्टाचार तथा अन्य कदाचार की शिकायतों के निपटारे के लिए कोई दिशानिर्देश नहीं है.
सूचना का अधिकार (आरटीआई) कानून के तहत दायर अर्जी के जवाब में विभाग ने कहा कि केंद्रीय सतर्कता आयुक्त / सतर्कता आयुक्त के खिलाफ शिकायतों के निपटारे के लिए दिशानिर्देश तैयार करने की प्रक्रिया डीओपीटी ने शुरू कर दी है. आरटीआई अर्जी के जवाब में कहा गया है कि डीओपीटी को पूर्व सीवीसी के खिलाफ कुल चार शिकायतें प्राप्त हुई हैं.
डीओपीटी ने कहा कि इस कार्यालय को मौजूदा सीवीसी के खिलाफ कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. अर्जी के जरिये विभाग से, केंद्रीय सतर्कता आयोग में पूर्व या मौजूदा सीवीसी और सतर्कता आयुक्तों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतों के निपटारे के लिए उठाये जा रहे या उठाये जा चुके कदमों का ब्योरा उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था.
डीओपीटी से पिछले 10 वर्षों में पूर्व और मौजूदा सीवीसी तथा सतर्कता आयुक्तों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों का विवरण उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया था. साथ ही, उनके खिलाफ आरोपों और शिकायतों का विवरण भी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया था. केंद्रीय सतर्कता आयोग में सीवीसी और सतर्कता आयुक्तों की नियुक्ति के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में विभाग ने कहा कि पदों को भरने की अभी प्रक्रिया चल रही है.
डीओपीटी ने 14 फरवरी की तारीख को एक पत्र के जरिये दिये गये अपने जवाब में कहा है कि सतर्कता आयुक्त और सीवीसी के रिक्त पदों को भरने के लिए विज्ञापन सामचार पत्रों में जारी किये जा चुके हैं. इन पदों को भरने की प्रक्रिया प्रगति पर है. केंद्रीय सतर्कता आयोग में एक सीवीसी और दो सतर्कता आयुक्त होते हैं. वर्तमान में, एक सीवीसी की एक और सतर्कता आयुक्त की एक रिक्ति है.
भ्रष्टाचार रोधी सक्रियतावादी अजय दुबे ने कहा कि सरकार को आयोग में सीवीसी और सतर्कता आयुक्त की शीघ्र नियुक्ति सुनिश्चित करनी चाहिए.
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(अतिरिक्त इनपुट-पीटीआई)