कोलकाता : पूर्व रेलवे (ईआर) ने यहां के न्यू कोयलाघाट भवन में लगी भीषण आग की घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने का मंगलवार को आदेश दिया. इस घटना में नौ लोगों की जान चली गई थी.
पूर्व रेलवे के प्रवक्ता कमल देव दास ने एक बयान में कहा कि जांच समिति का नेतृत्व प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी जयदीप गुप्ता करेंगे.
दास ने कहा, 'अन्य सदस्यों में प्रधान मुख्य सिग्नल और दूरसंचार इंजीनियर अजय कुमार, प्रधान आईजी सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त ए एन मिश्रा और प्रधान मुख्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियर वी बी विश्वकर्मा शामिल हैं.'
समिति द्वारा दो सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट दिये जाने की उम्मीद है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आधी रात के करीब घटनास्थल का दौरा किया था और संवाददाताओं से कहा था कि आग बुझाने के दौरान रेलवे के अधिकारियों से जरूरी सहायता नहीं मिली और पूर्व रेलवे वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं थे.
हालांकि, पूर्व रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि उसने आग को बुझाने में दमकल और पुलिसकर्मियों को पूरा सहयोग दिया.
प्रवक्ता ने कहा कि बचाव अभियान के दौरान, पूर्व रेलवे के उप-मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक / डेटाबेस पार्थ सारथी मंडल, वरिष्ठ तकनीशियन सुदीप दास और आरपीएफ कांस्टेबल संजय साहनी ने इमारत की 13 वीं मंजिल पर दूसरों को बचाने की कोशिश करते हुए अपनी जान गंवा दी, जहां सोमवार शाम आग लग गई थी.
उन्होंने कहा कि एक अन्य रेलवे कर्मचारी उत्पल आचार्य घायल हैं और उनका इलाज बी आर सिंह अस्पताल, ईआर की मुख्य स्वास्थ्य सुविधा, सियालदाह में किया जा रहा है. दास ने कहा, 'उनकी हालत स्थिर है.'
पुलिस ने कहा कि जान गंवाने वाले नौ लोगों में चार दमकल कर्मी और कोलकाता पुलिस के एक सहायक उप निरीक्षक भी शामिल हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि शहर के केंद्रीय व्यापार जिले में स्ट्रैंड रोड पर स्थित इमारत की 13वीं मंजिल पर प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचने के लिए अग्निशमन कर्मियों का मार्गदर्शन करने के लिए रेलवे कर्मचारी और अधिकारी मौके पर मौजूद थे.
प्रवक्ता ने कहा कि अग्निशमन अभियान के दौरान पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. उन्होंने कहा, 'राहत और बचाव कार्यों के लिए स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही थी.'
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दास ने कहा कि आग पर रात 11 बजे तक नियंत्रण पा लिया गया और आखिरकार देर रात को बुझाया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आग के कारण अपनी जान गंवाने वालों के परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और गंभीर रूप से घायलों को 50,000 रुपये देने की मंजूरी दी है.
मुख्यमंत्री ने घटनास्थल के अपने दौरे के दौरान घोषणा की थी कि राज्य सरकार प्रत्येक पीड़ित के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देगी.