बिलासपुर/ रायगढ़: डाक पत्र 18 जनवरी को प्राप्त हुआ था. जिसे 23 जनवरी को खोल कर देखा गया. जिसमें जिंदल स्टील एन्ड पावर लिमिटेड के चैयरमेन नवीन जिंदल को धमकी दी गई है. आरोपी ने 48 घंटे में पांच मिलियन ब्रिटिश पाउंड की फिरौती की मांगी है. रकम ना दिए जाने पर जान से मारने की धमकी दी है. मामले में जिंदल प्रबंधन ने कोतरा रोड थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस ने प्राप्त चिट्ठी के आधार पर आरोपी कैदी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस जांच में जुटी: एएसपी रायगढ़ संजय महादेवा ने बताया कि "बिलासपुर सेंट्रल जेल से यह धमकी दी गई है. यहां के कैदी क्रमांक 4563 /97 ने जिंदल प्राइवेट लिमिटेड़ के प्रबंधक को धमकी भरा पत्र लिखा है. जिसमें उनसे 50 करोड़ रुपये की मांग भी की गई है. शिकायतकर्ता को डाक मे माध्यम से खत प्राप्त हुआ. जिसे थाने में जमा कराया गया. इस सूचना पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है."
बिलासपुर सेंट्रल जेल से कई बार भेजे गए धमकी भरे पत्र: नवीन जिंदल को धमकी भरा पत्र मिलने से पहले उत्तराखंड हाई कोर्ट के एक उच्च अधिकारी को भी धमकी भरा पत्र मिला था. उन्हें जान से मारने की धमकी देते हुए 50 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है. इस मामले में उत्तराखंड पुलिस ने बिलासपुर पहुंचकर जांच शुरू की और सेंट्रल जेल के साथ ही बिलासपुर पोस्ट ऑफिस में जांच करने पहुंची थी. पुलिस को शक था कि यह धमकी भरा पत्र बिलासपुर जेल में बंद कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान ने भेजा होगा. क्योंकि इससे पहले भी वह ऐसा कर चुका है. हालांकि अफसर को मिले पत्र में कुछ और ही नाम लिखा हुआ है. फिलहाल पुलिस धमकी भरे पत्र की हैंडराइटिंग की जांच कर रही है.
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रज्यपाल और मुख्यमंत्री को भी भेजा था पत्र: बिलासपुर सेंट्रल जेल में बंद आदतन अपराधी और कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान देश से कई लोगों को धमकी भरी फिरौती वाले पत्र भेज चुका है. वह पहले भी तेलंगाना के चीफ जस्टिस से लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल. ओडिशा के मुख्यमंत्री सहित कई अधिकारियों और अन्य लोगों को इस तरह की चिट्ठियां भेज चुका है. उसकी जांच अभी भी चल रही है और एक नया मामला फिर सामने आ गया है.