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Ruckus in Jodhpur Jail: जोधपुर सेंट्रल जेल में बंदी से मारपीट, धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने का आरोप

जोधपुर सेंट्रल जेल में बंदी से मारपीट का (Prisoner assaulted in Jodhpur jail) मामला सामने आया है. घायल कैदी ने आरोप लगाया है कि उसपर धर्म परिवर्तन कराने का दबाव बनाया जा रहा है. आतंकी मामलों में बंद कैदी धर्म परिवर्तन कराने के लिए दबाव बना रहे हैं.

Prisoner accused of trying to convert, Prisoner assaulted in Jodhpur jail
जोधपुर सेंट्रल जेल में बंदी से मारपीट.
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Published : Jan 29, 2023, 8:28 PM IST

जोधपुर सेंट्रल जेल में बंदी से मारपीट.

जोधपुर. सुरक्षा की दृष्टि से देश की प्रमुख जेलों में गिनी जाने वाली जोधपुर सेंट्रल जेल से धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रविवार को एक बंदी से एटीएस की ओर से रखे गए कैदियों ने मारपीट की. घायल बंदी ने आरोप लगाया है कि जेल में आतंकी मामले में बंद कैदी हिंदू बंदियों पर धर्म परिवर्तन करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं. उनके पास हिंदू धर्म के विरुद्ध कई तरह की सामग्रियां हैं जिसका वह जेल में वितरण भी करते हैं. बंदियों को धर्म परिवर्तन करवाने के लिए वे लगातार उनको प्रभावित करने का काम कर रहे हैं. यह खुलासा जोधपुर जेल में रविवार को हुई एक घटना के बाद हुआ है. हालांकि अभी तक जेल प्रशासन ने इसको लेकर अपना पक्ष नहीं रखा है.

रविवार सुबह जेल के वार्ड नंबर 15 में बंद जालौर के बंदी सुभाष विश्नोई को जब 11:00 बजे बाहर निकाला गया तो एटीएस की ओर से यहां रखे गए इन बंदियों ने उस पर हमला कर दिया. सुभाष को पहले जेल की डिस्पेंसरी में उपचार दिया गया और फिर देर शाम को जेल प्रशासन ने उसे महात्मा गांधी अस्पताल भेजा. यहां उसका एक्सरे करवाया गया. उसके दो फ्रैक्चर भी हो सकते हैं.

पढ़ें. धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए किया हंगामा, शांति भंग में दो गिरफ्तार

कैदी सुभाष ने बताया कि एटीएस की ओर से रखे गए आंतकवादी वकार व अन्य उसके वार्ड में ही रहते हैं. वह लगातार उसपर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहे थे. हर बार उनको मना करता हूं. उन्होंने कई हिंदू धर्म विरोधी किताबें भी उसे दी हैं. सुभाष के अनुसार ऐसा वह कई बंदियों के साथ कर रहे हैं. सुभाष ने बताया कि वह इसको लेकर पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान हो चुका था. इसके लिए उसने जेलर से मौखिक शिकायत की है. उसने आग्रह किया कि उसका वार्ड बदल दिया जाए लेकिन जेलर ने कहा कि तुम्हारी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है, लेकिन वार्ड नहीं बदला गया.

बंदी सुभाष ने कहा कि 3 दिन से वह शिकायत दर्ज कराने के लिए सफेद पन्ना और पेन मांग रहा है लेकिन नहीं दिया जा रहा है. आज सुबह जब वह वार्ड से बाहर आया तो उसपर हमला कर दिया गया. सुभाष को हॉस्पिटल लेकर आए सुरक्षाकर्मियों कहना था कि उन्हें जेल के अंदर की घटना की जानकारी नहीं है.

जोधपुर सेंट्रल जेल में बंदी से मारपीट.

जोधपुर. सुरक्षा की दृष्टि से देश की प्रमुख जेलों में गिनी जाने वाली जोधपुर सेंट्रल जेल से धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास का सनसनीखेज मामला सामने आया है. रविवार को एक बंदी से एटीएस की ओर से रखे गए कैदियों ने मारपीट की. घायल बंदी ने आरोप लगाया है कि जेल में आतंकी मामले में बंद कैदी हिंदू बंदियों पर धर्म परिवर्तन करने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं. उनके पास हिंदू धर्म के विरुद्ध कई तरह की सामग्रियां हैं जिसका वह जेल में वितरण भी करते हैं. बंदियों को धर्म परिवर्तन करवाने के लिए वे लगातार उनको प्रभावित करने का काम कर रहे हैं. यह खुलासा जोधपुर जेल में रविवार को हुई एक घटना के बाद हुआ है. हालांकि अभी तक जेल प्रशासन ने इसको लेकर अपना पक्ष नहीं रखा है.

रविवार सुबह जेल के वार्ड नंबर 15 में बंद जालौर के बंदी सुभाष विश्नोई को जब 11:00 बजे बाहर निकाला गया तो एटीएस की ओर से यहां रखे गए इन बंदियों ने उस पर हमला कर दिया. सुभाष को पहले जेल की डिस्पेंसरी में उपचार दिया गया और फिर देर शाम को जेल प्रशासन ने उसे महात्मा गांधी अस्पताल भेजा. यहां उसका एक्सरे करवाया गया. उसके दो फ्रैक्चर भी हो सकते हैं.

पढ़ें. धर्म परिवर्तन का आरोप लगाते हुए किया हंगामा, शांति भंग में दो गिरफ्तार

कैदी सुभाष ने बताया कि एटीएस की ओर से रखे गए आंतकवादी वकार व अन्य उसके वार्ड में ही रहते हैं. वह लगातार उसपर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहे थे. हर बार उनको मना करता हूं. उन्होंने कई हिंदू धर्म विरोधी किताबें भी उसे दी हैं. सुभाष के अनुसार ऐसा वह कई बंदियों के साथ कर रहे हैं. सुभाष ने बताया कि वह इसको लेकर पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान हो चुका था. इसके लिए उसने जेलर से मौखिक शिकायत की है. उसने आग्रह किया कि उसका वार्ड बदल दिया जाए लेकिन जेलर ने कहा कि तुम्हारी सुरक्षा की जिम्मेदारी हमारी है, लेकिन वार्ड नहीं बदला गया.

बंदी सुभाष ने कहा कि 3 दिन से वह शिकायत दर्ज कराने के लिए सफेद पन्ना और पेन मांग रहा है लेकिन नहीं दिया जा रहा है. आज सुबह जब वह वार्ड से बाहर आया तो उसपर हमला कर दिया गया. सुभाष को हॉस्पिटल लेकर आए सुरक्षाकर्मियों कहना था कि उन्हें जेल के अंदर की घटना की जानकारी नहीं है.

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