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लोकसभा चुनाव के लिए खुद रणनीति तैयार करेंगे पीएम मोदी, सांसदों से करेंगे मुलाकात

लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी शुरू हो गई है और भारतीय जनता पार्टी ने अभी से ही रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. पार्टी नेताओं से मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चुनावों की रणनीति बनाने के लिए सांसदों से मुलाकात करेंगे और दिशा-निर्देश देंगे. पढ़ें इसे लेकर ईटीवी भारत की वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना की रिपोर्ट...

Prime Minister Narendra Modi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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Published : Jul 27, 2023, 9:49 PM IST

Updated : Jul 28, 2023, 6:55 AM IST

नई दिल्ली: अगर कहा जाए कि 2024 की तैयारी के दिशा-निर्देश सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय करेंगे तो ये गलत नहीं होगा, क्योंकि 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी ने एनडीए के हर एक सांसदों से अलग-अलग मुलाकात कर उन्हें जीत का मंत्र देने का निर्णय लिया है. पीएम मोदी एनडीए के सभी 430 (लोकसभा और राज्यसभा दोनों को मिलाकर एनडीए के सांसद) सांसदों से मुलाकात कर उनके निर्वाचन क्षेत्र की तैयारियों की जानकारी लेगें और उनसे आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.

ये अलग बात है कि इनमें से कई सांसदों के टिकट भी कटेंगे, मगर मौजूदा सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में तैयारी जारी रखने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. 31 जुलाई से 10 अगस्त तक एनडीए सांसदों के अलग-अलग समूह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक करेंगे. इस दौरान कई सांसद अपने कामकाज का ब्योरा भी पीएम मोदी को सौंपेंगे और प्रधानमंत्री सभी सांसदों की रिपोर्ट पर अपने विचार रखने के साथ-साथ उन्हें जीत का मंत्र भी देंगे.

MP will meet PM Modi
पीएम मोदी से मिलेंगे सांसद

इस दौरान पीएम मोदी सबसे पहले उत्तर प्रदेश के सांसदों से मिलेंगे. 31 जुलाई को पश्चिमी यूपी, ब्रज, कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र के सांसदों के साथ बैठक तय की गई है. इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा जेपी नड्डा और नितिन गडकरी भी मौजूद रहेंगे और इस बैठक की जिम्मेदारी बीजेपी नेता बालियान और बीएल वर्मा को दी गई है. इसी दिन यूपी के बाद पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के सांसदों के साथ भी पीएम मोदी की मुलाकात होगी.

जिसमें पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी हिस्सा लेंगे. इस बैठक की जिम्मेदारी धर्मेंद्र प्रधान और शांतनु ठाकुर को पार्टी ने दी है. इसमें कुल 41 सांसद भाग लेंगे. 2 अगस्त को यूपी के काशी, गोरखपुर और अवध क्षेत्र के सांसदों की बैठक होगी. जिसमें 48 सांसदों को बुलाया गया है और पीएम के साथ इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे.

इसी दिन तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, पुड्डूचेरी, अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप के सांसदों के साथ भी प्रधानमंत्री मुलाकात करेंगे. इसी तरह 3 अगस्त को बिहार, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख के सांसदों के साथ पीएम की बैठक होगी. 8 अगस्त को राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा के सांसदों की बैठक होगी.

वहीं 9 अगस्त को गुजरात, दादरा नागर हवेली, दमन-दीव, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के सांसद पीएम मोदी से मिलेंगे. इसी दिन सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा जैसे राज्यों के सांसदों की बैठक भी होगी. कूल मिलाकर 31 जुलाई से 9 अगस्त तक पीएम सांसदों के साथ ताबड़तोड़ बैठक करेंगे. इन सांसदों को पीएम निवास से ही 2024 के रण में उतारने के लिए संदेश और जोश भरा जाएगा, जिससे वो क्षेत्र में जाकर जनता से ज्यादा से ज्यादा संवाद करें.

यदि किसी सांसद की रिपोर्ट सही नहीं आती तो उन्हें भी क्षेत्र में तैयारी और रणनीति का खाका तैयार कर भेजा जाएगा, ताकि आने वाले क्षेत्र में वो या कोई नया उम्मीदवार भी पार्टी भेजती है, तो उसके लिए पार्टी का प्लेटफार्म तैयार रहे. माना जा रहा है कि पार्टी के रणनीतिकारों द्वारा ऐसी ही कई और स्ट्रेटजी तैयार की गई है, क्योंकि यदि 'इंडिया' गठबंधन के सांसद एक सीट एक उम्मीदवार के फॉर्मूले पर राजी हो जाते हैं, तो ऐसी स्थिति बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है.

इसके लिए पार्टी अपने आप को और अपने नेताओं को ज्यादा से ज्यादा सक्रिय कर रही है. बहरहाल इस बाबत पूछे जाने पर पार्टी के एक प्रवक्ता का कहना है कि बीजेपी पूरे पांच साल सक्रिय रहती है और यदि कोई नई रणनीति बनती भी है तो वो जनता के हित को ध्यान में रखकर काम करेंगे. जहां तक पीएम के मिलने का सवाल है, वो लगातार पांच साल तक सभी सांसदों से मिलते रहते हैं, सिर्फ चुनाव के समय नहीं.

नई दिल्ली: अगर कहा जाए कि 2024 की तैयारी के दिशा-निर्देश सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तय करेंगे तो ये गलत नहीं होगा, क्योंकि 2024 लोकसभा चुनाव को देखते हुए पीएम मोदी ने एनडीए के हर एक सांसदों से अलग-अलग मुलाकात कर उन्हें जीत का मंत्र देने का निर्णय लिया है. पीएम मोदी एनडीए के सभी 430 (लोकसभा और राज्यसभा दोनों को मिलाकर एनडीए के सांसद) सांसदों से मुलाकात कर उनके निर्वाचन क्षेत्र की तैयारियों की जानकारी लेगें और उनसे आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे.

ये अलग बात है कि इनमें से कई सांसदों के टिकट भी कटेंगे, मगर मौजूदा सांसदों को अपने निर्वाचन क्षेत्र में तैयारी जारी रखने के स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं. 31 जुलाई से 10 अगस्त तक एनडीए सांसदों के अलग-अलग समूह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बैठक करेंगे. इस दौरान कई सांसद अपने कामकाज का ब्योरा भी पीएम मोदी को सौंपेंगे और प्रधानमंत्री सभी सांसदों की रिपोर्ट पर अपने विचार रखने के साथ-साथ उन्हें जीत का मंत्र भी देंगे.

MP will meet PM Modi
पीएम मोदी से मिलेंगे सांसद

इस दौरान पीएम मोदी सबसे पहले उत्तर प्रदेश के सांसदों से मिलेंगे. 31 जुलाई को पश्चिमी यूपी, ब्रज, कानपुर और बुंदेलखंड क्षेत्र के सांसदों के साथ बैठक तय की गई है. इस बैठक में पीएम मोदी के अलावा जेपी नड्डा और नितिन गडकरी भी मौजूद रहेंगे और इस बैठक की जिम्मेदारी बीजेपी नेता बालियान और बीएल वर्मा को दी गई है. इसी दिन यूपी के बाद पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा के सांसदों के साथ भी पीएम मोदी की मुलाकात होगी.

जिसमें पीएम मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी हिस्सा लेंगे. इस बैठक की जिम्मेदारी धर्मेंद्र प्रधान और शांतनु ठाकुर को पार्टी ने दी है. इसमें कुल 41 सांसद भाग लेंगे. 2 अगस्त को यूपी के काशी, गोरखपुर और अवध क्षेत्र के सांसदों की बैठक होगी. जिसमें 48 सांसदों को बुलाया गया है और पीएम के साथ इस बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे.

इसी दिन तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, पुड्डूचेरी, अंडमान-निकोबार, लक्षद्वीप के सांसदों के साथ भी प्रधानमंत्री मुलाकात करेंगे. इसी तरह 3 अगस्त को बिहार, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख के सांसदों के साथ पीएम की बैठक होगी. 8 अगस्त को राजस्थान, महाराष्ट्र, गोवा के सांसदों की बैठक होगी.

वहीं 9 अगस्त को गुजरात, दादरा नागर हवेली, दमन-दीव, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के सांसद पीएम मोदी से मिलेंगे. इसी दिन सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा जैसे राज्यों के सांसदों की बैठक भी होगी. कूल मिलाकर 31 जुलाई से 9 अगस्त तक पीएम सांसदों के साथ ताबड़तोड़ बैठक करेंगे. इन सांसदों को पीएम निवास से ही 2024 के रण में उतारने के लिए संदेश और जोश भरा जाएगा, जिससे वो क्षेत्र में जाकर जनता से ज्यादा से ज्यादा संवाद करें.

यदि किसी सांसद की रिपोर्ट सही नहीं आती तो उन्हें भी क्षेत्र में तैयारी और रणनीति का खाका तैयार कर भेजा जाएगा, ताकि आने वाले क्षेत्र में वो या कोई नया उम्मीदवार भी पार्टी भेजती है, तो उसके लिए पार्टी का प्लेटफार्म तैयार रहे. माना जा रहा है कि पार्टी के रणनीतिकारों द्वारा ऐसी ही कई और स्ट्रेटजी तैयार की गई है, क्योंकि यदि 'इंडिया' गठबंधन के सांसद एक सीट एक उम्मीदवार के फॉर्मूले पर राजी हो जाते हैं, तो ऐसी स्थिति बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती है.

इसके लिए पार्टी अपने आप को और अपने नेताओं को ज्यादा से ज्यादा सक्रिय कर रही है. बहरहाल इस बाबत पूछे जाने पर पार्टी के एक प्रवक्ता का कहना है कि बीजेपी पूरे पांच साल सक्रिय रहती है और यदि कोई नई रणनीति बनती भी है तो वो जनता के हित को ध्यान में रखकर काम करेंगे. जहां तक पीएम के मिलने का सवाल है, वो लगातार पांच साल तक सभी सांसदों से मिलते रहते हैं, सिर्फ चुनाव के समय नहीं.

Last Updated : Jul 28, 2023, 6:55 AM IST
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