अयोध्या: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद में रोज नए मामले सामने आ रहे हैं. अभी तक सत्ता और विपक्ष के नेताओं में इस प्रकरण को लेकर विरोधाभास की स्थिति थी. वहीं, इस राजनीतिक मुद्दे को अब धर्म से जोड़ दिया गया है. एक दिन पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में समान नागरिकता सहिंता (UCC) के विरोध करने की बात सामने आई थी. अब हिंदू संगठनों की ओर से भी यूसीसी के समर्थन में आवाज उठ रही है. अयोध्या के प्रमुख सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के मुख्य पुजारी राजू दास ने यूसीसी के विरोध में उतरी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड पर बैन लगाने की मांग की दी है. पुजारी राजू दास का आरोप है कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मुसलमानों को गुमराह कर रहा है.
सीएए को लेकर भी देश में दंगे भड़काने की साजिश: पुजारी राजू दास ने गुरुवार को एक वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि 'सीएए के मामले को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुसलमानों को गुमराह और भड़काया था. नतीजा यही हुआ कि देश में कई जगहों पर दंगे हुए लोगों की जान गई. देश की संपत्ति का नुकसान हुआ. इस बार भी यूसीसी को लेकर मुस्लिम पर्सनल लाॉ बोर्ड मुसलमानों को गुमराह कर रहा है. जिन मुस्लिम युवकों के हाथ में किताब होनी चाहिए, उनके हाथ में पत्थर देने की साजिश रची जा रही है'.
राजू दास ने आगे कहा कि ' समान नागरिकता सहिंता (यूसीसी) कानून सबके लिए बराबर है. ऐसे में इसे एक धार्मिक रंग देना अनुचित है.ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड दंगे कराने की साजिश रच रहा है. ऐसे संगठन पर तत्काल बैन लगाया जाना चाहिए. जब पूरे देश में संविधान सर्वोपरि है, ऐसे में धर्म को आधार बनाकर संवैधानिक विषय का विरोध किया जाना, कहां तक उचित है. मेरी मांग है कि मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड को बैन किया जाए'.
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