चामराजनगर (कर्नाटक) : इसे अंधविश्वास कहें या परंपरा गुंडलुपेटे तालुक के अन्नूरुकेरे (Annoorukere of Gundlupete Taluk in Chamarajnagara district) में शुक्रवार की रात एक अजीब घटना घटी. एक पुजारी ने भगवान को खुश करने के लिए मेले में भेड़ का खून पिया.
प्रत्येक पालगुना माह में लगने वाले मेले में भेड़ों का खून पीने की परंपरा है. इसी परंपरा के तहत शुक्रवार रात पुजारी ने मेले में भेड़ का खून पिया. इसका वीडियो वायरल हुआ है. पुजारी मदाशेट्टी ने 20 से ज्यादा भेड़ों का गला काटकर खून पिया.
देवी डोड्डममातायी के रथ में खड़ा पुजारी भेड़ की बलि देकर खून पी रहा था. भक्तों का मानना है कि ऐसा करने से भगवान प्रसन्न होते हैं. त्योहारों के दौरान भक्त बलि के लिए पशु ले जाते हैं. वीडियो में दिख रहा है कि पुजारी हर जानवर को दांतों से काट रहा है और खून पी रहा है. यह परंपरा दशकों से चली आ रही है.
एक ग्रामीण ने बताया कि वे बलि की भेड़ों से पकवान तैयार करते हैं और अपने रिश्तेदारों को देते हैं. हाल ही में ओडिशा में पशु बलि (animal sacrifice in Odisha) देने मामला सामने आया था. घटना बलांगीर जिले की थी, जहां बच्चों ने पशु बलि दी फिर उसका खून भी पिया.
डिस्क्लेमर-ईटीवी भारत ऐसे किसी कृत्य का समर्थन नहीं करता है.
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