कोलकाता: भवन निर्माण को लेकर चल रहे विवाद में कोलकाता (Kolkata) के नारकेलडांगा (Narkeldanga) में आठ महीने की गर्भवती महिला (Pregnant Woman) के पेट पर लात मारने के आरोप में पुलिस (Police) ने सात आरोपियों गिरफ्तार किया है. महिला को गंभीर हालत में कलकत्ता मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. घटना की नारकेलडांगा थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है. वहीं पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाले हैं. इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक परेश पाल (MLA Paresh Pal) और पार्षद स्वपन समद्दा (Swapan Samadda) के समर्थकों पर महिला के साथ मारपीट करने का आरोप है.इस संबंध में कोलकाता पुलिस डीएसपी (ESD) प्रियब्रत रॉय ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है. घटना के बारे में बताया जाता है कि नारकेलडांगा निवासी शिवशंकर दास और उनके बेटे दीपक दास ने कहा कि उन्होंने क्षेत्र में अवैध भवन निर्माण व्यवसाय का विरोध किया था. इसी को लेकर विधायक और पार्षद के समर्थकों ने उन्हें जमीन विवाद सुलझाने के लिए बुलाया था. मिलने से मना करने पर आरोपियों ने दीपक के साथ मारपीट की. जिसकी शिकायत कराने पर पुलिस ने उल्टे पिता और बेटे को गिरफ्तार कर लिया.
कोर्ट से जमानत मिलने पर वे घर पहुंचे तो देखा कि आरोपियों ने तोड़फोड़ की थी. दीपक ने आरोप लगाया कि रविवार को विधायक के समर्थक घर में घुस आए और आठ महीने की गर्भवती महिला के पेट पर लात मारी, साथ ही घर में अन्य बच्चों को भी मारापीटा. उन्होंने कहा कि घर से पैसा भी चुराया गया था. पीड़ित परिवार का कहना है कि जब घर में हिंसा चल रही थी तब भी उन्होंने थाने का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन नारकेलडांगा थाने ने कोई कार्रवाई नहीं की. इतना ही नहीं उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी भी दी गई. घटना के संबंध में विधायक परेश पाल ने कहा कि मैं शिकायत करने वालों को नहीं जानता और मेरा इस घटना से कोई संबंध नहीं है.
ये भी पढ़ें - खूंटी में एक ही परिवार के तीन लोगों का कत्ल, हत्या कर रात भर शव के पास बैठा रहा रिश्तेदार