लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और उनके चाचा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (Pragatisheel Samajwadi Party) के अध्यक्ष शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) के बीच दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं. शिवपाल यादव विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ नहीं बैठना चाहते हैं. उन्होंने मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को पत्र लिखकर अपनी सीट बदलने की मांग की. शिवपाल ने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि उनकी वरिष्ठता को देखते हुए नई सीट दी जाए. इस बार सभी विधायकों की सीट तय की गई है. शिवपाल यादव की सीट सपा विधायक मनोज पारस और अब्दुल्ला आजम के साथ है.
यूपी विधानसभा में 17 विधायकों की सीट्स बुधवार को बदल दी गयीं. अभी प्रसपा अध्यक्ष की सीट नहीं बदली गयी है. शिवपाल यादव ने समाजवादी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा था. लिहाजा वो समाजवादी पार्टी के विधायक हैं. ऐसे में उन्हें समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ सीट दी गई. शिवपाल यादव की सीट नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के पीछे वाली पंक्ति में है. मंगलवार को शिवपाल यादव ने अपनी सीट को बदलने की मांग की. शिवपाल यादव के अलावा सपा के 12 विधायकों ने भी अपनी सीट बदलने की मांग की है. उनका कहना है कि जो सीट उन्हें अलॉट की गई है, वहां बैठने में उन्हें दिक्कत हो रही है.
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यूपी विधानसभा अब पेपरलेस हो गई है. अब सदन की कार्यवाही टैबलेट से हो रही है. सभी मंत्रियों और विधायकों के सीट पर टैबलेट लगा है. लिहाजा उसी के अनुसार सभी को सीट्स आवंटित की गयी हैं. ये टैबलेट संबंधित विधायकों के फिंगर प्रिंट और लॉगिन पासवर्ड से ही खुलेगा. सीट बदलने की स्थिति में उनके टैबलेट को भी हटाना पड़ेगा.
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