नई दिल्ली : अमेरिका की स्वच्छ ऊर्जा व मोबिलिटी स्टार्टअप पावर ग्लोबल (US-based clean energy and mobility products start-up Power Global) की अगले दो से तीन साल के दौरान भारत में लिथियम आयन बैटरी विनिर्माण इकाई व बैटरी अदला-बदली ढांचा लगाने के लिए 2.5 करोड़ डॉलर या 185 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना है. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी.
कंपनी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक गीगावॉट घंटे की क्षमता का बैटरी संयंत्र लगा रही है. इसके अलावा कंपनी का लक्ष्य भारत में आठ लाख परंपरागत तिपहिया को रेट्रोफिट कर उन्हें इलेक्ट्रिक संस्करण में बदलने की योजना है. कंपनी ने रेट्रोफिट वाहनों को अपनी बैटरियों के इस्तेमाल के अनुकूल बनाएगी.
पावर ग्लोबल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) पंकज दुबे ने कहा, 'हम ग्रेटर नोएडा में बैटरी कारखाना लगा रहे हैं. यह एक गीगावॉट घंटे की क्षमता का कारखाना होगा. इससे इस कारखाने में सालाना आधार पर चार लाख बैटरियां बनाई जा सकेंगी.'
पढ़ें : सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ने 1,000 मेगावाट बैटरी ऊर्जा भंडारण प्रणाली के लिए अभिरुचि पत्र आमंत्रित किए
यह पूछे जाने पर कि इस कारखाने से उत्पादन कब शुरू होगा, उन्होंने कहा कि अगले कैलेंडर साल की तीसरी तिमाही तक हम व्यापक उत्पादन की उम्मीद कर रहे हैं.
पावर ग्लोबल ग्रेटर नोएडा कारखाने में रेट्रोफिटिंग किट भी बनाएगी.
(पीटीआई-भाषा)