पुंछ/जम्मू : पुंछ में हुए आतंकवादी हमले (Poonch terror attack case) के सिलसिले में पूछताछ के लिए बुलाए जाने के बाद 35 वर्षीय युवक ने आत्महत्या कर ली. बताया जाता है कि सीमावर्ती पुंछ जिले में 20 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के सिलसिले में पुंछ में पुलिस ने 50 से अधिक लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया है. इसी क्रम में जिले की मेंढर तहसील के नार गांव के निवासी 35 वर्षीय मुख्तार हुसैन शाह को भी बुलाया गया था. वहीं मुख्तार के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पुलिस द्वारा तलब किए जाने के कारण उसने आत्महत्या कर ली थी. नाराज परिजनों ने पुंछ पुलिस और एसओजी के खिलाफ नारेबाजी की. इस बीच, प्रदर्शनकारियों ने भाटा धुरियान में जम्मू-पुंछ रोड को जाम कर दिया, इससे यातायात ठप हो गया.
पुलिस के मुताबिक मुख्तार पुलिस का समन मिलने के बाद से फरार हो गया था और उसने गुरुवार को घर में खुदकुशी कर ली. सूत्रों का कहना है कि गांव के कई लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था वहीं मुख्तार इस मामले में संदिग्ध नहीं था. उसने घरेलू समस्याओं के कारण जहर खा लिया. इस पर उसे राजौरी के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां उसने दम तोड़ दिया.
बता दें कि भाटा धुरियान जंगल में 20 अप्रैल को आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर हमला किए जाने से पांच जवानों के शहीद होने के बाद मामले को लेकर पूछताछ के लिए बुलाए जाने के कुछ घंटों बाद ही मुख्तार ने जहर खा लिया था. वहीं सुरक्षाबलों ने भाटा धूरियन में हमले के बाद चलाए जा रहे आतंकवाद रोधी अभियान के तहत 60 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है. गौरतलब है कि भाटा धुरियान घने जंगल और प्राकृतिक गुफाओं की वजह से नियंत्रण रेखा के पार से आने वाले आतंकवादियों के लिए घुसपैठ का प्रमुख मार्ग है. पुंछ में आतंकी हमले के बाद से पुंछ और राजौरी के कई इलाकों में घेराबंदी करने के साथ ही तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. दूसरी तरफ अभी तक हमला करने वाले आतंकवादियों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है.
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