नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली-एनसीआर में प्रादुशनक ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. नोएडा और ग्रेटर नोएडा में लोग दोहरी मार से परेशान हैं. एक तरफ लगातार तापमान में गिरावट तो दूसरी तरफ वायु प्रदूषण सूचनांक में बढ़ोतरी लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है. नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 488 और ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 467 बना हुआ है. यह आकंड़े सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की वेबसाइट से लिए गए हैं. वायु का स्तर बेहद खतरनाक श्रेणी में पहुंच गया है.
सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) की वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित ग्रेटर नोएडा है. ग्रेटर नोएडा में दो स्टेशन यूपीपीसीबी ( उत्तर प्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) ने लगाए हैं, जिसमें नॉलेज पार्क-III में एयर क्वालिटी इंडेक्स 443 और नॉलेज पार्क-V का एयर क्वालिटी इंडेक्स 469 दर्ज किया गया है. पिछले हफ्ते के मुकाबले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. माना जा रहा है वायु की रफ्तार थमने से प्रदूषण का स्तर बढ़ा है.
![एयर क्वालिटी इंडेक्स](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10247815_27_10247815_1610689312246.png)
नोएडा में UPPCB ने 4 स्टेशन ने इंस्टॉल किए हैं. जिसमें सेक्टर 62 स्टेशन का AQI 470, सेक्टर 125 में 465 AQI, सेक्टर 1 में 488 AQI और सेक्टर 116 का स्टेशन पर 484 AQI दर्ज किया गया है.
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'डार्क रेड जोन में AQI'
हवा की रफ्तार थमने से उद्योग और वाहनों से निकलने वाले धुएं का असर धुंध के रूप में देखने को मिलता है. ग्रेटर नोएडा और नोएडा में कई जगह शाम होने से पहले ही स्मॉग के रूप में धुंध छा जाता है. प्राधिकरण और UPPCB ग्रेप की अनदेखी पर लगातार कार्रवाई भी कर रही है. डॉक्टर की सलाह के मुताबिक बुजुर्ग, बच्चे, ह्रदय रोगी सहित अस्थमेटिक मरीज़ों को विशेष सावधानी बरतनी होगी.